call and put option in hindi
अन्य देश की तुलना में भारत में call और put option trading का इतिहास थोडा छोटा हैं .साल 2000 में भारत का पहला संगठित option trading nse द्वारा संचालित किया गया था जो आज तक जारी हैं .
सुरुवात के दिनों में call and put option in hindi को भारत में संदेह के नजर से देखा जाता था क्योंकि इसे अत्यधिक सट्टा एवं जोखिम भरा गतिविधि माना जाता था . हालाँकि पिछले कुछ साल में जैसे – जैसे निवेशक option trading और इसके द्वारा प्रदान किये जानेवाले लाभों से अधिक परिचित होते गए . option trading की लोकप्रियता में काफी बढ़ोतरी हुई हैं .
call and put option explain in hindi
call और put option मुख्य रूप से financial contracts होते हैं जो निवेशक को एक विशिस्ट समय अवधि के अंदर पूर्व निर्धारित मूल्य पर स्टॉक को खरीदने या फिर बेचने की अनुमति देते हैं .
एक call option निवेशक को option trading की वैधता अवधि के दौरान पूर्व निर्धारित मूल्य पर किसी स्टॉक को खरीदने का अधिकार देता हैं , जिसे स्ट्राइक मूल्य के रूप में जाना जाता हैं . call option आमतौर पर उन निवेशक द्वारा उपयोग में लिए जाते हैं जिन्हें लगता हैं की उस स्टॉक की कीमत उपर जाने वाला हैं . क्योंकि वह किसी स्टॉक को कम कीमत पर खरीदकर और फिर इसे हाई price पर बेच सकते हैं .
एक put option होल्डर को option trading की वैधता अवधि के समय किसी स्टॉक को स्ट्राइक मूल्य पर बेचने का अधिकार देता हैं . put option आमतौर पर उन निवेशक द्वारा उपयोग में लिए जाते हैं जो किसी स्टॉक की कीमत के गिरने की उमीद करते हैं क्योंकि वह स्टॉक जितना निचे जायेगा उतना अधिक प्रॉफिट होता हैं .
इस प्रकार call और put option trading निवेशक को लचीलापन एवं जोखिम प्रबन्धन की क्षमता प्रदान करने में सक्षम हैं . निवेशक इसके कॉन्ट्रैक्ट्स खरीद या बेच सकते हैं और वे विभिन्न बाजार स्थिति का लाभ उठाने के लिए विभिन्न व्यपारिक रणनीति का भी उपयोग कर सकते है.
Table of Contents
call and put options examples in hindi

option trading में call और put option अलग – अलग trading रणनीति होते हैं जिनमे व्यपार भी अलग तरीके से किया जाता हैं जो अक दुसरे से बिलकुल विपरीत होते हैं तो चलिए इन दोनों के कुछ उदाहरण के द्वारा विस्तार से समझते हैं .
call option examples in hindi
मान लिजिय की कोई स्टॉक को कीमत का अपने एनालिसिस किया की वह फ्यूचर में उपर की तरफ बढ़ सकता हैं तो उस स्टॉक के उपर आप एक call option खरीद सकते हैं . जो आपको एक निश्चित समय सीमा के भीतर एक निश्चिते स्ट्राइक price पर , एक सिमित संख्या में शेयर खरीदने के अधिकार देता हैं .
उदाहरण के लिए ,
आपने कोई abc कंपनी के 100 शेयर 500 रूपए की स्ट्राइक price और अब से एक महीने की समाप्ति तिथि पर call option खरीदते हैं . यदि उस महीने के अंदर उस शेयर की price 550 रूपए हो जाती हैं तो आप अपने option को यूज कर सकते हैं और 100 शेयर को हर एक 500 में खरीद सकते हैं चाहे उस समय वह शेयर का price 550 रूपए क्यों न हो यह आपको प्रति शेयर 50 रूपी का मुनाफा कमाने का अवसर देता हैं .
put option examples in hindi
मान लीजिये की कोई स्टॉक को अपने एनालिसिस किया की वह फ्यूचर में निचे की तरफ रुख कर सकता हैं तो उस स्टॉक के उपर एक put option खरीदा जा सकता हैं . जो आपको एक निश्चित समय सीमा के अंदर , निश्चित स्ट्राइक मूल्य पर , एक सिमी संख्या में शेयर खरीदने का अवसर मिल जाता हैं .
उदाहरण के लिए ,
आपने कोई abc कंपनी का 100 शेयर पर 500 रूपए स्ट्राइक मूल्य और अब से एक महीने के समाप्ति के साथ put option खरीदते हैं . यदि उस महीने के अंदर स्टॉक की कीमत 450 रूपए हो जाती हैं तो आप अपने option का प्रयोग कर सकते हैं और 100 शेयर को 500 रूपए प्रति शेयर बेच सकते है भले ही शेयर का दाम 450 रुपया हो ऐसे में आपको प्रति शेयर ५० रूपए का मुनाफा हो जाता हैं .
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How to trade Call and Put options in hindi

call and put option में ट्रेड लेने वाले निवेशक को निचे ब्तायेगाये कुछ सुझाव को जरुर पालन करना चाहिए ताकि अधिक फायेदे प्राप्त कर्ण के साथ नुक्सान को भी कम किय जा सके .
1 – trading खाता खोले
निवेशक को call and put option in hindi में ट्रेड करने के लिए ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग खाता खोलने की जरुरत पड़ सकती हैं . option trading की लागत एवं किसी भी सम्बन्धित शुल्क को कवर करने के लिए खाते में पर्याप्त पूंजी होना अनिवार्य हैं .
२ – Underlying Asset चुने
निवेशक को अपने बाजार दृष्टिकोण और व्यापार रणनीति के आधार पर बढ़िया व्यपार करने की इच्छा रखने वाली – Underlying Asset को चुनना चाहिए .
३ – विकल्प अनुबंध का चयन
निवेशक को समाप्ति तिथि , स्ट्राइक मूल्य एवं implied volatility को ध्यान रखते हुए विकल्प अनुबंध का चयन करना चाहिए जो उनके trading रणनीति के साथ मेल खाता हो .
4- स्थिति निर्धारित करें
option trading में call and put के द्वारा निवेशक option कॉन्ट्रैक्ट्स खरीद या बेच सकते हैं . इसलिए call या put खरीदना एक तेजी की रणनीति हैं क्योंकि इसमें निवेशक शर्त लगा रहे हैं की कोई स्टॉक की कीमत बढ़ेगी (call )या गिरेगी (put ). call या put option बेचना एक मंदी की रणनीति होती हैं जिसमे निवेशक शर्त लगाते है की चुना गया स्टॉक का स्ट्राइक price से ऊपर नहीं जायेगा या निचे गिरेगी .
५ – निगरानी करे
निवेशक को अपने लिए गए call या put option के उपर बारीकी से निगरानी करनी चाहिए क्योंकि कोई भी स्टॉक की कीमत और निहित अस्थिरता option कॉन्ट्रैक्ट्स के मूल्य को प्रभावित कर सकती हैं . इसलिए उन्हें जोखिम प्रबन्धन तकनीक की भी अच्छी समझ होना चाहिए , जैसे स्टॉप लोस आर्डर सेट करना एवं जोखिम को सिमित करने के लिए option का उपयोग करना .
what is option trading in hindi
call put strategy in hindi
भारत में कई call and put option trading के लिए कई सारी रणनीति है जिनका उपयोग निवेशक बाजार के अवसर का लाभ उठाने एवं जोखिम प्रबन्धन के लिए कर सकते हैं . इसलिए कुछ महत्वपूर्ण call and put option रणनीति को निचे सुझाए गए हैं .
1 – कवर्ड कॉल
इस रणनीति में किसी स्टॉक को खरीदना और उसी एसेट पर call option बेचना शामिल हैं . call option बेचने पर प्राप्त प्रीमियम एसेट खरीदने के लागत को ऑफ सेट करने में मदद करता हैं . जबकि विकल्प डाउन साइड जोखिम सुरक्षा प्रदान करता हैं .
२ – प्रोटेक्टिव पुट
इस रणनीति में डाउन साइड रिस्क से बचने के लिए किसी स्टॉक या , एसेट पर put option खरीदना शामिल हैं . अगर एसेट की कीमत गिरती हैं तो put option का मूल्य बढ़ जायेगा एवं नुकसान की भरपाई हो जाएगी .
३ – लॉन्ग स्ट्रैडल
यह रणनीति में call option and put option को एक ही स्ट्राइक price और एक्सपायरी तिथि के साथ खरीदा जा सकता हैं . यह रणनीति किसी भी दिशा में बड़े मूल्य मूवमेंट से लाभान्वित होती है क्योंकि जितने वाले option trading से प्राप्त लाभ , खोने वाले option trading में होने वाला नुकसान की भरपाई करता हैं .
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4 – लॉन्ग स्ट्रैंगल
यह स्ट्रेटेजी लॉन्ग स्ट्रैडल के सामान हैं , लेकिन इसमें अलग – अलग स्ट्राइक price के साथ call and put option खरीदा जाता हैं , यह रणनीति किसी भी दिशा में बड़े मूल्य मूवमेंट से लाभान्वित होती है परन्तु लाभदायक होने के लिए लॉन्ग स्ट्रैंगल की तुलना में अधिक price मूवमेंट की दरकार होती हैं .
५ – बुल कॉल स्प्रेड
इस रणनीति में कम स्ट्राइक मूल्य पर call option खरीदना एवं हाई स्ट्राइक price पर call option बेचना का अवसर दिया जाता हैं . यदि कोई stocks की कीमत बढती हैं तो उसमे प्राप्त संभावित लाभ की अनुमति देते हुए संभावित नुकसान को सिमित किया जा सकता हैं .
6 – बेयर पुट स्प्रेड
इस रणनीति में put option को अधिक स्ट्राइक price पर खरीदना एवं put option को कम स्ट्राइक price पर बेचना शामिल होता हैं . यह संभावित नुकसान को सिमित करता हैं जबकि उस स्टोक की कीमत गिरने पर संभावित लाभ क अवसर मिल जाता हैं .
How to manage Call and Put option trades in hindi
call and put option in hindi ट्रेंड के प्रबन्धन में स्थिति निगरानी करना एवं घाटे को सिमित करना और साथ ही मुनाफे को अधिक करने के लिए जोखिम प्रबन्धन रणनीति को लागु करने के बारे में जरुर सोचने की जरुरत हैं इसलिए call and put option को कैसे मैनेज करे , इसके कुछ उदहारण निचे बताये गए हैं .
1 – खरीदे गए स्टॉक की निगरानी
निवेशक द्वारा चुने गए स्टॉक की कीमत और किसी भी न्यूज़ या , घटना पर कड़ी नजर रखने की जरुरत हैं जो इसके मूल्य के गति को प्रभावित कर सकती हैं साथ ही उन्हें निहित अस्थिरता पर भी नजर रखने की जरुरत हैं क्योंकि अस्थिरता में बदलाव option contracts की price value को प्रभावित कर सकता हैं .
२ – स्टॉप लोस सेट करे
निवेशक संभावित नुक्सान को सिमित रखने के लिए स्टॉप लोस को यूज कर सकते हैं . यह आम तौर पर एक निश्चित price लेवल तक पहुचने पर कॉन्ट्रैक्ट बेचने का निर्देश होता हैं . यदि बाजार उनके विरुद्ध चलता हैं तो ऐसे में निवेशक को सही समय पर बाजार से बाहर निकलने में मदद मिल सकती हैं .
३ – ऑप्शंस स्प्रेड का उपयोग
निवेशक अपने जोखिम को सिमित करने एवं संभावित लाभ को बढाने के लिए option स्प्रेड का उपयोग कर सकते हैं . उदाहरण के लिए , call and put option क्रेडिट स्प्रेड को यूज कर सकते हैं , जिसमे हाई स्ट्राइक मूल्य के साथ call या फिर put option बेचना , और कम स्ट्राइक मूल्य के साथ call या , put option खरीदना शामिल होता हैं . यह तरीका संभवित लाभ को बढ़ाते हुए नुक्सान को सिमित कर देता हैं .
4 – लाभ लेने की रणनीतियों को लागू करें
निवेशक फायेदा को लॉक करने के लिए लाभ लेने की रणनीति को लागु कर सकते हैं . इसमें option contracts के लिए एक लक्ष्य मूल्य निर्धारित करना या , लाभ प्राप्त करने के लिए ट्रेलिंग स्टॉप का उपयोग करना शामिल हो सकता हैं क्योंकि इस समय बाजार उनके पक्ष में चलता हैं .
५ – पोजीशन एडजस्ट करें-(call and put option in hindi)
यदि बाजार की स्थितियां बदलती हैं तो निवेशक अपने option trading की पोजीशन को एडजस्ट कर सकते हैं . उदाहरण के लिए , यदि कोई स्टॉक का price उनके पक्ष में चलती हैं , तो वे लाभ में लॉक करने के लिए स्थित के हिस्से को बंद करने का option चुन सकते हैं या फिर आगे की कीमत की गति का फायेदा कमाने के लिए स्ट्राइक price को समायोजित कर सकते हैं .
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call and put option ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
option trading के क्षेत्र में खासकर call and put option के फायेदे एवं नुकसान दोनों होते हैं इसलिए निवेशक को इसके बारे में जरुर पता होना चाहिए ताकि वह investment से पहले इन पहलु को जानकार सटीक निर्णय ले सके और इसके कुछ महत्वपूर्ण फायेदे एवं नुकसान निचे सुझाये गए हैं .
लाभ – advantage -(call and put option in hindi)
1 – हाई रिटर्न
option trading हाई रिटर्न की क्षमता प्रदान करती हैं क्योंकि निवेशक बाजार के अवसर का लाभ उठाने के लिए अपनी पूंजी को यूज करके अधिक लाभ कम लेते हैं .
२ – सिमित जोखिम
option trading निवेशक को ओप्संस स्प्रेड , स्टॉप लोस ,एवं अन्य जोखिम प्रबन्धन तकनीक का उपयोग करके अपने जोखिम को सिमित करने का अनुमति देता हैं .
३ – लचीलापन-(call and put option in hindi)
option trading में call and put option ट्रेड रणनीति एवं तेजी और मंदी दोनों तरह के बाजार में लाभ कमाने का अवसर प्रदान करके option ट्रेडर्स को लचीलापन प्रदान करता हैं .
4 – हेजिंग
option trading में निवेशक को कम से कम नुक्सान या फिर लोस को सिमित करने के लिए हेजिंग सुविधा को यूज किया जा सकता हैं जो डाउन साइड में रिस्क से बचाने के काम करता हैं .
नुकसान – disadvantage -(call and put option in hindi)
1 – उच्च जोखिम
option trading के अंदर खासकर call and put option trading में हाई रिस्क होता हैं जब तक इसे ठीक से अप्लाई नहीं किया जाए इसलिए अधिक अनुभव न होने के कारण सबसे अधिक नुकसान होने की संभवना बनी रहती हैं .
२ – जटिलता
call and put option जटिल हो सकता हैं और option price निर्धारण , अस्थिरता , एवं जोखिम प्रबन्धन तकनीक की ठोस समझ की जरुरत पड़ सकती हैं .
३ – समय
option trading में कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए अंतिम तिथि पहले से निर्धारित होती हैं और जैसे – जैसे अंतिम तिथि नजदीक आती हैं समय क्षय के वजह से option का price घट जाता हैं .
4 – तरलता
कुछ option trading के दौरान call and put trading में तरलता की कमी हो सकती हैं जिसके कारण सही समय पर उस ट्रेड से बाहर निकलना कठिन बन जाता हैं जिससे हमारा ट्रेड नुक्सान की तरफ चला जाता हैं .
share market call put tips in hindi
जब स्टॉक मार्किट में call and put option की बात आती हैं , तो अपनी सफलता की संभावनाओं की नयी उचाई तक ले जाने के लिए कुछ सर्वोत्तम प्रथाओं और सुझावों का पालन करना महत्वपूर्ण हो जाता हैं . निचे कुछ सुझाव एवं सर्केवोत्तम अभ्याश के मदद निवेशक अपने option trading में निखर ला सकते हैं .
1 – शिक्षित करे
option trading में निवेश करने से पहले , option के विभिन्न पहलु को समझने , रणनीति को अप्लाई करने , एवं सम्भावित जोखिम पर खुद को शिक्षित करने के लिए समय निकाले . किताबे पढना , ऑनलाइन कोर्स , एवं सेमिनार में भाग लेने से आपको call and put option की बेहतर समझ हासिल करने में मदद मिल सकती हैं .
२ – ट्रेड योजना बनाये
एक बेहतरीन व्यपार योजना विकसित करे जो आपके उद्देश्य , जोखिम सहनशीलता एवं रणनीति की रुपरेखा तैयार करने में मदद कर सके . यह योजना आपको निवेश करते समय ध्यान केन्द्रित एवं अनुशासित रहने में मदद अक्रेगी .
३ – पेपर trading अभ्याश
पेपर trading में वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना ट्रेड का एनालिसिस करने में मदद करता हैं . यह विभिन्न रणनीति को अभ्याश करने और वास्तविक धन को जोखिम में डालने से पहले यह महसूस करने का शानदार तरीका हैं की option trading आखिर कैसे काम करती हैं .
4 – छोटे ट्रेड से सुरु करे -(call and put option in hindi)
यदि आप call and put option trading का सुरुवात करना चाहते हैं तो जोखिम उसमे कम से कम हो इसके लिए छोटे निवेश को शामिल करे और जैसे – जैसे अनुभव और आत्मविश्वास बढ़ता जायेगा , आप धीरे – धीरे अपने ट्रेड क अकार बड़ा कर सकते हैं
५ – जोखिम सेट करे
कॉल एंड पुट option trading जोखिम से भरा होता हैं , इसलिए इसे ठीक से प्रबंधित करना बहुत जरुरी हैं . ऐसा करने के एक तरीका संभावित नुकसान को सिमित करने के लिए स्टॉप लोस आर्डर को यूज करना सीखें .
6 – भावनाओं पर नियंत्रण
हमारी भावनाए निर्णय लेने के समय हावी हो सकती हैं और खराब व्यपारिक निर्णय ले सकती हैं . इसलिए निवेश करते समय शांत एवं तर्कसंगत रहने का प्रयाश करे और साथ ही आवेगी निर्णय लेने से बचे .
७ – अप-टू-डेट रहें
बाजार को प्रभावित करने वाली नवीनतम खबरे एवं घटना के साथ अप-टू-डेट रहें . यह आपको निवेश करने के बाद सूचित निर्णय लेने में मदद करती हैं .
faqs -call and put option in hindi
कॉल और पुट का मतलब क्या होता है?
यह option trading का हिस्सा होता है जिसमे call का मतलब यदि कोई शेयर फ्यूचर में उपर जा सकती हैं तो उसके लिए call option खरीदा जा सकता हैं , यदि कोई शेयर फ्यूचर में निचे जाने को दर्शाती हैं तो उसके लिए put option खरीदा जा सकता हैं .
मैं कॉल और पुट ऑप्शन कैसे चुनूं?
सबसे पहले उन स्टॉक या एसेट का चयन करे जिनमे लिक्विडिटी अच्छी हो अब इसके बाद आपको लगे की कोई शेयर उपर जायेगा तो उसके लिए call option चुने और आपको लगे की कोई शेयर निचे जायेगा तो उसके लिए put option चुने
मुझे कॉल ऑप्शन कब खरीदना चाहिए?
जब अपने किसी एसेट के उपर या फिर स्टॉक के उपर बढ़िया से एनालिसिस कर यह नतीजा निकाला की आने वाले दिन में वह शेयर उपर जायेगा तो उसके लिए आप call option खरीद सकते हैं .
मुझे पुट ऑप्शन कब खरीदना चाहिए?
यदि अपने किसी स्टॉक या एसेट का एनालिसिस करते समय या नतीजा निकाला की वह आने वाले दिन में निचे जा सकता हैं उसके लिए आप put option खरीद सकते हैं .
निष्कर्ष -call and put option in hindi
उमीद है पाको मेरा यह लेख जो की call and put option trading in hindi जरुर पसंद आया होगा जिसमे मैंने विस्तार से इन टॉपिक के बारे में बताया है यदि आपके कोई सवाल है तो उन्हें कमेन्ट में जरुर पूछे जिनका उत्तर जल्द से जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद .