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piercing line candlestick pattern in hindi

पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न मुख्य रूप से दो कैंडल का संयोजन होता है जो stock market के technical chart टूल्स में पाया जाता हैं . piercing line candlestick pattern in hindi को शेयर बाजार में बुलिश रेवेर्सल पैटर्न माना जाता हैं जो अमूमन डाउन ट्रेंड के अंत में बनता हैं .

piercing line candlestick pattern कैसे बनता हैं ?

यह दो कैंडल से मिलकर बना होता हैं जो एक के बाद एक बनाते दिखाई देते हैं . पैटर्न में पहली कैंडल एक लम्बी लाल कैंडलस्टिक होती हैं जो यह दिखाती है की अभी बाजार में विक्रेता पूरी तरह से हावी हैं . लेकिन दूसरी कैंडल पिछले कैंडल के निचले हिस्से से खुलती हैं .

यह आम तौर पर एक हरी लम्बी कैंडल होती हैं जो बाजार में चल रहे मंदी को ख़त्म होने और वही से बाजार में तेजी आने के संकेत को दिखाती हैं . दूसरी कैंडल जब बंद होती है तो वह पहली कैंडल का बिच वाले price के उपर को चुनती हैं .जिसके कारण पिछले कैंडलस्टिक का “पियर्सिंग “ बन जाता हैं .

इससे पता चलता है की अब खरीददार एक्टिव हो चुके है और उन्होंने बाजार पर नियंत्रण कर लिया हैं जिससे market अब उपर की तरफ रुख कर सकती हैं . निवेशक piercing candlestick pattern in hindi का उपयोग अपने trading रणनीति के आधार पर किसी स्टॉक में पोजीशन बनाने के लिए या फिर उस ट्रेड से बाहर निकलने के लिए करते हैं .

ऐसा माना जाता हैं की निवेशक इस piercing candlestick pattern के बनने के बाद लम्बे निवेश की तरफ जा सकते है या फिर छोटी अवधि के लिए भी ट्रेड ले सकते हैं इस पैटर्न की कोई गारंटी भी नहीं होती है लेकिन ट्रेंड बदलने का संकेत जरुर पैदा होता हैं .

importance ( महत्व )- piercing line candlestick pattern in hindi

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piercing line candlestick pattern in hindi

स्टॉक मार्केट में पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न की पहचान करना निवेशक के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह रेवेर्सल ट्रेंड के लिए जाना जाता हैं जाहाँ प्रॉफिट बनाने के सबसे अधिक संभावना रहती हैं . इसलिए निवेशक इसके महत्व को समझते हुए बाजार के बदलती ट्रेंड को समझ सकते हैं एवं संभावित रुप से खरीदारी के अवसर खोज सकते हैं .

piercing candlestick pattern उन निवेशक के लिए सबसे अहम् होता है जो इवल कैंडलस्टिक के उपर अपने ट्रेड को खरीदते और बेचते हैं या फिर वे निवेशक इस का सबसे अधिक उपयोग करते हैं जो swing trading में अपना निवेश करते हैं . इस प्रकार पैटर्न की पहचान करने के बाद निवेशक को लम्बी ट्रेंड में प्रवेश करने या छोटे मुनाफा के साथ बाहर निकलने में मदद मिलती हैं .

इसके महत्व को समझते हुए निवेशक को यह भी ध्यान रखने की जरुरत है की यह 100 प्रतिसत सही नहीं होता हैं इसलिए किसी अन्या टेक्निकल टूल्स के मदद से इस तरह के piercing candlestick pattern में निवेश करने के बारे में सोचना जरुरी हैं .

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पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न के लक्षण

पियर्सिंग कैंडलस्टिक दो कैंडल से मिलकर बनता है जिन्हें निवेशक निचे बताये गए विशेषता को देख इन्हें पहचान सकते हैं –

1 – डाउन ट्रेंड में बनाने वाला यह दो कैंडल के साथ बनाने वाला पैटर्न है

२ – पहले कैंडल बाजार में मंदी रहने को दिखाती हैं और दूसरी से रेवेर्सल के संकेत प्राप्त किये जा सकते हैं

३ – जब दूसरा कैंडल पहले कैंडल के बॉडी के आधे से अधिक बंद हो

4 – दूसरी कैंडलस्टिक की क्लोजिंग price पिछले कैंडलस्टिक में छेद करती दिखाई पड़ती है जिसके कारण पियर्सिंग का निर्माण होता हैं .

Piercing line Candlestick Pattern की पहचान कैसे करे ?

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piercing line candlestick pattern in hindi

निवेशक Piercing line Candlestick Pattern को पहचान करने के लिए टेक्निकल चार्ट टूल का मदद ले सकते हैं और निचे दिए गए कुछ उदाहरण से Piercing Candlestick Pattern को पहचान सकते हैं .

1 – डाउन ट्रेंड

सबसे पहले इस तरह के कैंडलस्टिक पैटर्न में ट्रेड लेने के लिए आपको पहले एक downtrend को खोजने की जरुरत हैं . जिनमे हो सके तो उस तरह के चार्ट खोजे जिसके अंदर एक lower low एवं lower high price का swing हो .

२ – पहला कैंडल को ढूंढे

सबसे पहले उस तरह के कैंडल खोजे जो एक लम्बा लाल हो जो यह दर्शाए को अभी बाजार में मंदी जारी हैं .

३ – दूसरा कैंडल खोजे

अब दूसरी कैंडल पहले कैंडल के निचे price पर खुलना चाहिए और जब यह कैंडल क्लोस हो तब वह पिछले कैंडल के आधे बॉडी के उपर वाले price उसका अंतिम price हो .

4 – पैटर्न को पुष्टि करे

Piercing line Candlestick Pattern बनने के बाद सीधे कोई ट्रेड न ले बल्कि इसके पुष्टि करने के लिए कोई दूसरा टूल या इंडिकेटर को यूज करे जिनमे कई सारे विकल्प को चुन सकते हैं जैसे – volume , rsi , मूविंग एवरेज , macd आदि को अपने चार्ट में सामिल करे .

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पियर्सिंग कैंडलस्टिक पैटर्न की पहचान करते समय होने वाली कुछ सामान्य गलतियाँ

अब हम कुछ सामान्य गलती को समझेंगे जिनमे Piercing line Candlestick Pattern बनाते समय अक्सर निवेशक फंस जाते हैं इसलिए निचे बताई गयी गलती को जरुर जाने –

1 – गलत पैटर्न से बचना

पैटर्न को पहचान करते समय निवेशक को जरुरी मानदंडो का पालन करने की जरुरत हैं . उदाहरण के लिए , दूसरी कैंडल को पहली कैंडल price के निचे खुलना जरुरी हैं और दूसरी कैंडल पाहे कैंडल के आधे बॉडी के उपर बंद होना जरुरी हैं .

२ – पैटर्न पुष्टि

निवेशक को जब तक बाजार में अनुभव हासिल नहीं हो जाता तब तक उन्हें अन्या तकनीक इंडिकेटर के साथ यूज कर इसके बनाने की पुष्टि करना चाहिए इस प्रकार नए निवेशक इस पैटर्न के बल पर कोई ट्रेड लेने का प्रयाश नहीं करना चाहिए .

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Piercing line Candlestick Pattern से entry एवं exit कैसे करे ?

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piercing line candlestick pattern in hindi

क्योंकि यह अपट्रेंड के लिए सबसे अच्छा पैटर्न माना जाता हैं जिसके मदद से निवेशक किसी स्टॉक में पोजीशन बनाने के लिए एंट्री और एग्जिट price को चुन सकते हैं .

कब एंट्री करे ?

1 – निवेशक को सबसे पहले Piercing line Candlestick Pattern बनने तक इन्तेजार करना चाहिए और उन्हें इसे बनने में पूरा समय देना चाहिए जिसके लिए वह किसी अन्य टेक्निकल टूल को भी यूज कर सकते हैं जिसके कारण एक्यूरेसी बढ़ जाती हैं .

२ – निवेशक को एंट्री करने से पहले उन्हें उस ट्रेड का पिछला सपोर्खोट price खोजने की जरुरत हैं जिसके लिए वह किसी लाइन का उपयोग करना चाहिए या फिर पाइवोट पॉइंट भी यूज कर सकते हैं जिससे यह पता चलता है की पिछली बार उस सपोर्ट को छूते ही price में उछल आया था या नहीं ताकि आपका ट्रेड और भरोसेमंद बन जाए .

३ – इस तरह सारे विकल्प को यूज करने के बाद निवेशा उस ट्रेड में एंट्री बना सकते हैं .

कब exit करे ?

1 – सबसे पहले इस ट्रेड से बाहर निकलने के लिए पीछ रेजिस्टेंस को खोजने की जरुरत हैं जिसके लिए आप price एक्शन या फिर पाइवोट पॉइंट को इस्तेमाल कर सकते हैं और एक ऐसा रेजिस्टेंस को खोजे जहां पहुचाते ही price में बिकवाली सुरु हो गयी हो .

२ – ट्रेड लेने के बाद निवेशक को उस शेयर को बेचने तक उसकी निगरानी करने की जरुरत हैं यदि ट्रेड आपके विरध जाता हैं तो बड़ा नुकसान भी हो सकता हैं इसलिए समय रहते ही थोड़े लोस के साथ बाहर निकलने के लिए भी तैयार रहना जरुरी हैं .

३ – यदि आपको price एक्शन या फिर पाइवोट पॉइंट की जनकारी नहीं है तो आप किसी दुसरे इंडिकेटर टूल की मदद ले सकते हैं जैसे – macd , मूविंग एवरेज , rsi आदि को भी अप्लाई करने के बाद उसके मदद से अपना sell price सेट कर सकते हैं .

Piercing line Candlestick Pattern के लाभ एवं हानि

trading के दौरान Piercing line Candlestick Pattern के कुछ फायदे और नुकसान को जानने की जरुरत है जिसके मदद से निवेशक अपने रिस्क को सेट कर इस पैटर्न के द्वारा कोई ट्रेड में अपना पोस्तिओं आसानी से बना सकते हैं .

लाभ – advantage

1- एंट्री एवं एग्जिट का सटीक संकेत

बहुत कम ऐसे कैंडल स्टिक पैटर्न होते है जो सही एंट्री और एग्जिट को बता सके लेकिन Piercing line Candlestick Pattern एक सही एंट्री और एग्जिट price बताने में सक्षम होता हैं .

२ – ट्रेंड रेवेर्सल

यह एक तरह से ट्रेंड रेवेर्सल वाला कैंडल पैटर्न की श्रेणी में आता है जो केवल अपट्रेंड के लिए कोई सटीक ट्रेंड रेवेर्सल बताता हैं इसलिए निवेशक इस पैटर्न के मदद से बाजार के मंदी को खत्म होते और ट्रेंड बदलते आसानी से देख सकते हैं .

३ – पहचानना आसान

Piercing line Candlestick Pattern को टेक्निकल चार्ट में खोजना बेहद आसान होता हैं जिसमे केवल दो कैंडल को खोजना है जो downtrend के दौरान बनते हैं और इन्हें सिर्फ दोव्त्रेंद चार्ट में खोजने की जरुरत होती हैं .

4 – टाइम पीरियड

सभी तरह के चार्ट पैटर्न हर समय के लिए अनुकूल नहीं ओते हैं लेकिन Piercing line Candlestick Pattern सभी तरह के टाइम पीरियड में आसानी से यूज किया जा सकता हैं लेकिन इसके पुष्टि के लिए हमेशा इंडिकेटर या फिर price एक्शन को जरुर यूज करे .

हानि – disadvantage

सभी तरह के कैंडल पैटर्न में फाल्स सिग्नल पैदा होते है इसलिए Piercing line Candlestick Pattern भी फाल्स सिग्नल समर्थन करता है इसलिए इससे बचने के लिए इंडिकेटर को जोड़कर ही इसका यूज करे ताकि आपकी लोस की संभावना कम हो सके .

कभी -कभी यह कम टाइम पीरियड में गलत सिग्नल दे सकता हैं इसलिए कम टाइम पीरियड में यूज करते समय निवेशक को थोडा संभलकर इसे यूज करना चाहिए .

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FAQs-piercing line candlestick pattern in hindi

फुल ग्रीन कैंडल का क्या मतलब होता है?

इसका मतलब यह है की इस फुल ग्रीन कैंडल बनाने के दौरान खरीददार पूरी तरह से सेलर के उपर हावी हो चुके हैं इसलिए price उपर की ओर जाने के लिए तैयार हैं .

शेयरों में हरे और लाल का क्या मतलब है?

हरे रंग का मतलब की खरीददार एक्टिव है और price उपर बढ़ सकता हैं लाल रंग का मतलब है की सेलर एक्टिव है और price निचे धकेला जा रहा हैं .

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