bullish engulfing pattern in hindi / best strategy जाने

bullish engulfing pattern in hindi

एनगल्फ़िंग कैंडलस्टिक पैटर्न एक टेक्निकल एनालिसिस पैटर्न है जिसका उपयोग trading के लिए किया जाता हैं . यह bullish engulfing pattern in hindi अमूमन किसी stocks , forex , एवं अन्य मार्किट विअक्ल्प में तब बनता हैं जब एक छोटी कैंडल बनाने के बाद एक बड़ी कैंडल पूरी तरह से उस कैंडल को घेर लेती हैं .

bullish engulfing pattern का मुख्या उपयोग ट्रेंड की दिशा में संभावित परिवर्तन की पहचान करने के लिए किया जाता हैं और जब अन्य अन्य इंडिकेटर द्वारा पुष्टि होने के बाद इसे विश्वसनीय संकेत माना जाता हैं .

दो कैंडल के समायोजन से मिलकर इस bullish engulfing pattern का निर्माण होता है जिसमे एक छोटा कैंडल और एक बड़ा कैंडल होता है जो छोटे कैंडल को पूरी तरह से ढक लेता हैं . यह पैटर्न दोनों ट्रेंड यानी की बुलिश एवं bearish के लिए बनती हैं .

तो आज हम इस लेख में bullish engulfing pattern के बारे में विस्तार से जानेंगे जिसमे मुख्य रूप से सभी तरह के टॉपिक जैसे – bearish engulfing pattern in hindi , bullish engulfing pattern in hindi , लाभ – हानि , trading स्ट्रेटेजी , आदि को शामिल किया है जो आपके लिए शेयर मार्किट से जुड़े इस विषय के बारे में जायदा जनकारी मुहैया कराते हैं .

types of bullish engulfing pattern in hindi

bullish engulfing pattern in hindi / best strategy जाने

शेयर मार्किट में अभी तक एनालिसिस के अनुसार engulfing pattern दो तरह के होते हैं – बुलिश एनगल्फ़िंग पैटर्न और बेयरिश एनगल्फ़िंग पैटर्न .

1 – bullish engulfing pattern in hindi

यह पैटर्न मुख्य रूप से डाउनट्रेंड के दौरान बनता हैं जो एक तरह से संभावित ट्रेंड रेवेर्सल के संकेत प्रदान करता हैं . चिंकी हम जान चुके है की यह पैटर्न दो कैंडल के समायोजन से बनता है जिसका पहला कैंडल छोटा होता है जो bearish कैंडल (लाल ) होता है और दूसरा बड़ा ग्रीन कैंडल होता हैं जो पीछे कैंडल के सरीर क पूरी तरह से घेर लेता हैं .इस तरह bullish engulfing pattern बताता है की खरीददार ने बाजार पर नियंत्रण कर लिया हैं और अब यहाँ से मार्किट उपर जा सकता हैं

२ – bearish engulfing pattern in hindi

यह पैटर्न अपट्रेंड के दौरान बनता हैं जो उस ट्रेड में रेवेर्सल आने का संकेत प्रदान करता हैं . पैटर्न का पहला क्नादले छोटे हर बुलिश कैंडल होता हैं और उसके बाद एक बड़ा लाल bearish candle बनता हैं जो अपने पिछले छोटे कैंडल को पूरी तरह से ढक लेता हैं . इस पैटर्न के निर्माण के बाद निवेशक को यह संकेत जाता है की अब विक्रेताओं ने बाजार पर काब प् लिया हैं और मंदी की सुरुवात आ सकती हैं .

morning star candlestick pattern in hindi

bullish engulfing pattern trading strategy in hindi

bullish-engulfing-pattern-in-hindi-1

जैसा की नाम से ही पता चलता है कि bullish engulfing pattern in hindi के मदद से अपट्रेंड के लिए किसी भी स्टॉक में निवेश किया जाता हैं लेकिन यह इतना आसान नहीं है इसलिए इस पैटर्न के मदद से कोई स्टॉक में निवेश करने के लिए निचे कुछ सुझाव दिए गए हैं .

1 -बेसिक ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी

किसी स्टॉक को बेसिक स्ट्रेटेजी के मदद से अप साइड के तब खरीदा जाता हैं जब एक bullish engulfing pattern का निर्माण होता हैं और इसके बनते ही bullish engulfing candle के लो price के निचे स्टॉप लोस आर्डर सेट करना होता हैं इसी कैंडल के हाई टूटते ही एंट्री करने के साथ एग्जिट करने के लिए पिछला रेजिस्टेंस लेवल महत्वपूर्ण होता हैं .

२ – ट्रेंड फोल्लोविंग strategy

इस तरह के bullish engulfing pattern में किसी स्टॉक के पहले से चल रहे अपट्रेंड को चिन्हित किया जाता हैं और उसमे छोटे अवधि के लिए बनाने वाले मंदी को भापकर bullish engulfing pattern बनाने का इन्तेजार किया जाता हैं और इसके बनते ही निवेशक अपना एंट्री बना सकते हैं जिसके लिए उस कैंडल का लो स्टॉप लोस होता है और पिछला रेजिस्टेंस एग्जिट के लिए होता हैं .

three inside up pattern in hindi

३ – अन्य इंडिकेटर के साथ bullish engulfing strategy

कभी भी निवेशक को केवल bullish engulfing pattern के बल पर कोई ट्रेड में शामिल नहीं होना चाहिए और इसके साथ अन्य इंडिकेटर को यूज करने चाहिए ताकि एक्यूरेसी को बढाकर फाल्स सिग्नल को filter किया जा सके जिससे जाएदा से जाएदा मुनाफा कमाया जा सकता हैं इसलिए इंडिकेटर के उदाहरण के रूप में rsi , macd , मूविंग एवरेज आदि मुख्य हैं .

bearish engulfing pattern trading strategy in hindi

bullish-engulfing-pattern-in-hindi-2

जिस तरह हमने अभी अभी पढ़ा है कि bullish engulfing pattern in hindi में कैसे स्ट्रेटेजी को यूज किया जा सकता हैं ठीक वही प्रक्रिया इस स्ट्रेटेजी में उल्टा होता हैं तो चलिए उन्हें भी जान लेते हैं.

1 -बेसिक ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी

इस तरह के पैटर्न को खोजने के लिए अपट्रेंड स्टॉक को चुना जाता हैं और जैसे ही उस चार्ट पर bullish engulfing pattern की तरह एक bearish engulfing pattern बनता है जिसका पहला कैंडल ग्रीन और छोटा होता है जिसके बाद एक बाद लाल कैंडल बनता है जो छोटे कैंडल को पुरे तरीके से ढक लेता हैं .

ऐसे में इस पैटर्न पर शोर्ट सेलिंग के लिए ट्रेड लिया जाता है जिसमे bearish engulfing के उपर स्टॉप लोस सेट किया जाता हैं और उसके लो कटते ही ट्रेड में एंट्री बना सकते है साथ ही एग्जिट के लिए पिछला सपोर्ट लेवल बेस्ट option होता हैं .

२ – ट्रेंड फोलोविंग स्ट्रेटेजी

पहले से चल रहे किसी स्टॉक के downtrend को खोजने की जरुरत हैं जिसमे हो सकता हैं छोटे अवधि के लिए वह अपट्रेंड के तरफ जाए और उसमे एक bearish engulfing pattern को खोजना होता है जैसे ही यह पैटर्न बनता हैं तो निवेशक इस ट्रेड का हिस्सा बन सकते हैं साथ पहले बातये गए नियम के अनुसार स्टॉप लोस , buy , एग्जिट आदि को अप्लाई कर सकते हैं .

३ – इंडिकेटर के साथ स्योजन

केवल bearish engulfing pattern के बल पर कोइत्रेड लेना रिस्की हो सकता है इसलिए इन फाल्स सिग्नल को filter करने के लिए निवेशक इस पैटर्न के साथ पहले बताये जा चुके bullish engulfing pattern की तरह rsi , मूविंग एवरेज , macd आदि का उपयोग कर सकते हैं .

bullish engulfing pattern trading and bearish engulfing pattern trading tips in hindi

हालाँकि इस पैटर्न के मदद से कोई ट्रेड लेना रिस्की हो सकता हैं जिसे निवेशक को पता होना चाहिए लेकिन निचे इसके कुछ महत्वपूर्ण टिप्स को जानकार निवेशक एक सही फासिला ले सकते हैं .

1 – पैटर्न की पुष्टि

अन्य technical indicator या , price action द्वारा पुष्टि के संकेत मिलने के बाद किसी ट्रेड में एंट्री लेना एक सही फैसला साबित हो सकता हैं इसलिए bullish engulfing pattern हो या फिर bearish engulfing pattern हो दोनों में कम से कम दो कांफोर्मेसन जरुर खोजे .

२ – ट्रेंड का पता करे

जब निवेशक किसी स्टॉक के ट्रेंड का पता करने में सफल हो जाते है तो ऐसे में engulfing pattern द्वारा किसी भी साइड ट्रेड लेना आसान हो जाता हैं इसलिए continuation or reversal trend इसमें अहम् भूमिका निभाती हैं .

३ – रिस्क रिवॉर्ड आंकलन

काहे वह bullish engulfing pattern हो या फिर bearish engulfing pattern हो दोनों में अपने रिस्क रिवॉर्ड का आंकलन करना जरुरी है ताकि यदि लिया गया ट्रेड आपके विरुद्ध भी जाए तो कम से कम नुकसान हो . इसे लिए सही स्टॉप लोस यूज करे और प्रॉफिट दिखने पर स्टॉप लोस ट्रेल भी कर सकते हैं .

4 – धैर्य रखें

मार्किट में जायदा उतार चढ़ाव होने के कारण निवेशक थोड़े असहज हो सकते है इसलिए उन्हें इस समय धैर्य रखने की जरुरत हैं या फिर उस समय पूरी तरह से कोई engulfing pattern बनाने तक रुके निवेश करने में जल्दबाजी न करे .

५ – डेमो अकाउंट के साथ अभ्यास

अपने निजी पूंजी को इन्वेस्ट करने से पहले डेमो अकाउंट में अभ्याश करे ताकि आप इस तरह के पैटर्न पर काबू पा सकें और साथ ही अपने अनुभव को बढ़ा सकें. जब यह पैटर्न आपको मुनाफा देने लगे तब समे अपना पूंजी निवेश कर मुनाफा कमा सकते हैं .

advantage and disadvantage of bullish engulfing pattern trading in hindi

सभी कैंडलस्टिक पैटर्न की तरह इसके भी कुछ फायदे एवं नुकसान हैं जिसे निवेशक को जरुर जानने की जरुरत है ताकि वह समय रहते इन समस्या में फसने से बच सकें .

लाभ – advantage

1 – क्लियर सिग्नल

यह पैटर्न को price चार्ट के उपर आसानी से पकड़ा जा सकता हैं जिससे निवेशक को किसी ट्रेड में एंट्री बनाने में आसानी होती हैं .

२- High Probability

bullish engulfing pattern हो या फिर bearish engulfing pattern बनाने के बाद ट्रेंड रेवेर्सल एवं निरंतरता के संकेत देने की अधिक संभवना होती हैं .

३ – कम जोखिम

यह एक एशिया पैटर्न है जो एक स्पस्ट स्टॉप लोस price लेवल प्रदान करता हैं जिसकी रिस्क रिवॉर्ड किसी अन्य स्टॉप लोस की तुलना में बहुत अच्छी होती हैं और हिट भी हो जाये तो जायदा नुकसान नहीं होता हैं .

4 – सभी बाजार के लिए अनुकूल

काहे वह फोरेक्स हो , स्टॉक मार्किट हो या कोई दूसरा व्यापार हो सभी के लिए यह अनुकूल होता हैं और बड़े आसानी से bullish engulfing pattern को यूज कर सकते हैं .

हानि – disadvantage

1 – फाल्स सिग्नल

जरुरी नहीं की चार्ट पर बन रहे सभी engulfing pattern सटीक रिजल्ट दे उनमे कोई – कोई फाल्स सिग्नल भी दे सकते है जिअसे निवेशक को सावधान रहने की जरुरत है और इसे काफी हद तक filter करने के लिए अन्य टेक्निकल टूल को यूज कर सकते हैं .

२ – अतिनिर्भरता

लुभावना पैटर्न होने के कारण निवेशक केवल इसके तर्ज पर कोई ट्रेड लेने का जोखिम उठा सकते हैन्जिसमे नुकसान होने की सबसे अधिक संभवना हो सकती हैं बजाये इसके निवेशक को इसकी पुष्टि के लिए अन्य तकनीक टूल यूज करने चाहिए .

३ – कम पैटर्न मिलना

यह चार्ट पर कम पैटर्न मिलते है जिसके वजह से निवेशक किसी अन्य पैटर्न को bullish engulfing pattern हो या फिर bearish engulfing pattern मान सकते है जिससे उन्हें नुकसान हो सकता हैं इसलिए इसका अभ्यास करना जरुरी हैं .

कैंडलस्टिक किताब पढ़े

Faqs-bullish engulfing pattern in hindi


एंगुलिंग कैंडलस्टिक का मतलब क्या होता है?

यह पैटर्न दो कैंडल के समायोजन से बनता है जो डाउन ट्रेंड एवं अपट्रेंड दोनों में पाए जाते हैं इसमें पहला कैंडल छोटा होता है और दूसरा कैंडल बड़ा होता हैं जिसके बॉडी बड़े होने के कारण पहला कैंडल पूरी तरह ढक जाता हैं


बुलिश एनगल्फिंग कैंडल पैटर्न क्या है?

यह पैटर्न downtrend के दौरान बनता है जिसमे दो कैंडल का समायोजन होता हैं पहला कैंडल लाल और छोटे होते है जिसके बाद दूसरा कैंडल हरा और बड़ा होता है जो अपने पहले कैंडल को पूरी तरह ढके लेता हैं .

बुलिश एनगल्फिंग कितना विश्वसनीय है?

जब इस पैटर्न की किसी अन्य इंडिकेटर के साथ जोड़कर ट्रेड लिया जाये तो उसकी एक्यूरेसी बढ़ जाती हैं .

निष्कर्ष -bullish engulfing pattern in hindi

आशा करता हूँ आपके यह लेख पसन् आया होगा जो की bullish engulfing candlestick pattern in hindi के विषय में हैं यदि आपके इससे जुड़े कोई सवाल है तो उन्हें कमेन्ट में जरुर पूछे ताकि उसका जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयाश किया जा सके धन्यवा

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