rt pcr test ka full form-rt pcr ka full form
दोस्तों आज हम इस लेख में rt pcr test के फुल फॉर्म के बारे में जानने के साथ इसके बारे में विस्तार से जानेंगे ताकि आपको भी इसकी पूरी जानकारी मिल सके लेकिन आपको यह बता दू की आर टी पीसीआर टेस्ट शब्द medical क्षेत्र से सम्बन्ध रखता हैं ।
कोरोनावायरस जैसे बड़े महामारी में बीते हुए दो साल से ज्यादा समय हो चुका है। देश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर जा चुकी है परन्तु खतरा अभी टला नहीं हैं इसलिए ऐसे में rt pcr test का जांच कराकर हम इस महामारी से बच सकते हैं ।
rt pcr test full form in hindi
आर टी पीसीआर का फुल फॉर्म रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन (Reverse Transcription Polymerase Chain Reaction) होता हैं जिसका चलन कोरोना महामारी के बाद एक दम से बढ़ गया हैं जिसमे हर वयक्ति जांच कराकर यह पता लगा सकता है की उसके सरीर में virus है या नहीं ।
शुरुआत में corona का लक्षण पता करने के लिए rt pcr टेस्टिंग बड़ी चुनौती साबित हो रही थी इसकी बड़ी वजह टेस्टिंग तकनीक और किट की कमी थी लेकिन अब समय बीतने के साथ देश-दुनिया में कोरोना टेस्टिंग के लिए कई तरह की तकनीक उपलब्ध हो चुके है ।
उम्मीद है आपको RT-PCR का फुल फॉर्म पता चल गया होगा परन्तु आपको जानकार हैरानी होगिक की अभी तक जितने भी मेडिकल में टेस्टिंग विकल्प मौजूद है उनमे सबसे ज्यादा विश्वसनीय आरटी-पीसीआर (RT-PCR) टेस्ट को ही माना जाता है।
rt pcr test कैसे किया जाता हैं ?
कोरोना का पता करने के लिए इस टेस्ट के जरिए व्यक्ति के शरीर में वायरस की virus है या नहीं इसका पता लगा लिया जाता है और जाँच के दौरान मुख्य रूप से वायरस के आरएनए (RNA) की जांच की जाती है
इसमें जांच के दौरान वयक्ति के शरीर के अलग-अलग हिस्सों से सैंपल को इकठ्ठा किया जाता है । हालांकि ज्यादातर नाक और गले से म्यूकोजा के अंदर वाली परत से स्वैब लिया जाता है
rt pcr टेस्ट की रिपोर्ट आने में कम से कम 4 से 8 घंटे का समय लग सकता है परन्तु टेस्टिंग का ज्यादा लोड हो तो टेस्ट के रपोर्ट आने में एक हफ्ते भी लग जाते है सुरु में रिपोर्ट देर से मिल रही थी परन्तु अब आपको rt pcr test रिपोर्ट एक दिन के अंदर मिल जाती हैं
rt pcr वयक्ति के शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने सबसे असरदार होता है इसलिए बिना लक्षण वाले व्यक्ति का टेस्ट भी पॉजिटव आ सकता है हालांकि ऐसी अवस्था में टेस्ट की एक सीमा है
इसका मतलब यह हुआ की आगे चलकर इस वायरस के कोई लक्षण शरीर में दिखेंगे या फिर नहीं दिखेंगे या कितना गंभीर होगा इसके बारे में आरटी पीसीआर टेस्ट से पता नहीं लगाया जा सकता है
शुरुआत में इसका चेक प्राइस 2500 रुपये तक हुआ करता था। फिर इसके बाद राज्य और केंद्र की सरकारों ने इस मामले में दखल दिया जिससे इसका प्राइस घटकर 1200 रूपए हो गया
लेकिन कुछ समय बाद सरकार ने निरानी और तेज कर दी तो यह लगभग सस्ता हो गया तो इस प्रकार अब अलग-अलग राज्यों के प्राइवेट अस्पतालों में इसके रेट 300 रुपये से 1000 रुपये के बीच हो गए हैं लेकिन सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में यह टेस्ट फ्री में किया जा रहा है
एडिशनल नॉलेज-rt pcr test ka full form-rt pcr ka full form
RT-PCR एक ऐसी लैब टेक्निक है, जिसमें रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन को जोड़ते हुए वायरस का पता लगाने के लिए RNA और DNA को उपयोग में लिया जाता है । इससे यह पुष्टि किया जाता है की RT-PCR के जांच के दौरान शरीर में वायरस मौजूद है या नहीं।
इसके लिए व्यक्ति के नाक के पीछे वाले गले के हिस्से या रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट, थ्रोट स्वैबसे सैंपल लिया जाता है। इसके नतीजे 12 से 24 घंटे में आ जाते हैं।
आमतौर पर इसका इस्तेमाल यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि किसी वयक्ति के जाँच के दौरान मौजूदा सैंपल में न्यूक्लेइक एसिड की मौजूदगी है या नहीं। आपको बता दे की न्यूक्लेइक ऐसिड, नाइट्रोजिनस बेस ,चीनी,और फॉस्फेट की लंबी चेन का बहुरूप है। इसमें DNA (डीऑक्सीरिबोन्यूक्लेइक ऐसिड) और RNA (रिबोन्यूक्लेइक एसिड) होता है।
निष्कर्ष
आशा करता हूँ आपको मेरा यह छोटा सा लेख rt pcr ka full form hindi mai पसंद आया होगा जिसमे मैंने एक नए टेस्ट rt-pcr टेस्ट के बारे में फुल फॉर्म के साथ विस्तार से बताया हैं इसके अलावा आपके कोई सवाल या फिर सुझाव है तो उसे कमेंट में जरूर पूछे जिसका जल्द से जल्द उत्तर देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।