debt mutual fund kya hai-इन 5 NEGATIVE return डेब्ट फण्ड में निवेश न करे

debt mutual fund kya hai

 आज हम इस लेख में डेब्ट फण्ड के बारे में पुरे विस्तार से बात करने वाले हैं जिसमे आपको debt funds से जुड़े हर तरह के जानकारी देने का प्रयाश किया जायेगा जिसमे कौन से बेहतर डेब्ट फंड्स , प्रकार , रिटर्न आदि शामिल हैं ।

what is debt fund in hindi 

यदि आप रिस्क लेना नहीं चाहते है और साथ में लम्बे निवेश के लिए भी मन बना लिया है तो ऐसे में fixed deposit पहला ऑप्शन हैं लेकिन फिक्स्ड डिपाजिट से ज्यादा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो आप म्यूच्यूअल फण्ड के अन्तर्गत आने वाली debt fund में निवेश कर सकते हैं ।

debt fund का निवेश share market , बांड्स , स्किम , गवर्नमेंट सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल और नॉन-कन्वर्टिबल आदि में लगाया जाता हैं लेकिन लोग शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना हाई रिस्क है इसलिए इससे बचना चाहते हैं लेकिन आपको बता दू की शेयर मार्किट में भी कुछ ऐसे दिग्गज कम्पनी हैं जो सालो से बढ़िया मुनाफा दे रही अतः इसी तरह के कम्पनी में debt fund का निवेश किया जाता हैं जिससे आपको फिक्स्ड डिपोसिट के मुक़ाबले अच्छा रिटर्न मिलता हैं ।

चूँकि यह म्यूच्यूअल फण्ड का हिस्सा हैं इसलिए आपको यह भी जानना जरुरी है की आखिर म्यूच्यूअल फण्ड कैसे काम करता हैं यह एक ऐसे बकेट हैं जिसमे लाखो निवेशक के पैसे को जमा किया जाता हैं ।

उन सभी पैसे को इकठ्टे शेयर मार्किट के अलावे और भी किसी दूसरे स्किम जो मुनाफा देती हो उसमे इन्वेस्ट किया जाता हैं क्योंकि इन सभी स्किम में बहुत सारे पैसे की जरुरत होती हैं जिसपर कोई एक निवेशल कभी भी इतना बड़ा रिस्क लेना पसंद नहीं करेगा ।

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types of debt mutual fund in hindi- डेब्ट फण्ड के प्रकार 

उम्मीद करता हूँ की डेब्ट फण्ड क्या हैं ( debt mutual fund kya hai ) इसके बारे में आपको जानकारी मिल गयी होगी लेकिन जब आप इसमें इन्वेस्ट करने की सोचते हैं तो आपको बहुत सारे विकल्प मिलते हैं लेकिन कौन से बेहतर विकल्प है उसे भी जानना जरुरी हैं ।

liquid funds 

यह स्किम सबसे सुरक्षित माना जाता हैं लेकिन इसकी बढ़ने की रफ़्तार थोड़ी धीमी होती हैं क्योंकि इसके द्वारा किया जाने वाला निवेश उन शेयर कंपनियों में की जाती हैं जो भरोसेमंद होने के साथ वे उस स्टेज पर जा चुके होते हैं जहां उनकी आगे बढ़ने की रफ़्तार कम हो जाती हैं इसके अलावा कमर्शियल पेपर्स ,ट्रेज़री बिल्स,और सर्टिफिकेट ऑफ़ डिपॉज़िट में भी किया जाता हैं ।

income funds 

इस तरह के फण्ड की मेचुरिटी अवधि अधिक होती हैं क्योंकि income fund ब्याजदर के आधार पर अपना पोर्टफोलियो का निर्माण करती हैं लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है की जब भी ब्याज की बढ़ोतरी होती हैं तो इनके शेयर गिरने लगते हैं और मुख्य रूप से दो तरह के फण्ड अहम् भूमिका निभाते हैं –

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1 ) उच्च – उपज बांड फण्ड – इन फंडो द्वारा मुख्य रूप से कॉर्पोरेट कबाड़ बांड में इन्वेस्ट किया जाता हैं ।

2 ) बैंक ऋण राशि फण्ड – यह फण्ड आमतौर पर फ्लोट रेट ऋण फण्ड में निवेश करते हैं जो बैंक या फिर किसी अन्य संस्थान द्वारा निवेश किये जाते हैं । इस प्रकार इनकम फण्ड भी कई तरह के होते हैं जो आय को पैदा करने के लिए कई तरह के सुरक्षा पर निर्भर हैं जिसमे – मनी मार्किट फण्ड , इक्विटी इनकम फण्ड , बांड फण्ड आदि मुख्य हैं ।

credit opportunity fund – ( debt mutual fund kya hai )

यह मुख्य रूप से क्रेडिट रिस्क के हिसाब से निवेश किया जाने वाला फण्ड के नाम से जाना जाता हैं। इसमें रिस्क थोड़े अधिक होते हैं और ऐसे इसलिए है क्योंकि रिटर्न को बडहने के मकसद से उन जगह में निवेश किया जाता हैं जहाँ ब्याजदर अधिक हो , रिस्क के बावजूद रिटर्न काफी अच्छा मिल रहा हो ।

fixed maturity plan 

यह कुछ – कुछ फिक्स्ड डिपोसिट की तरह होते हैं जो किसी निश्चित समय के लिए तय किये जाते हैं और इनके द्वारा फण्ड का निवेश उन बांड में किया जाता हैं जिनका अवधि 3 से 5 साल का हो जिससे इस प्लान को स्टेबल रिटर्न प्राप्त होता हैं और जोखिम न के बराबर हैं ।

gilt fund 

इस फण्ड द्वारा इकठ्ठा किया गया पुरे फण्ड का 80 प्रतिसत हिस्सा सरकारी स्किम के अलग – अलग तरह के सिक्योरिटी में निवेश किया जाता हैं जिससे रिस्क कम हो जाता हैं और किसी तरह का रिस्क की जिम्मेदारी सरकार खुद लेती हैं ।

ultra – short term fund 

यदि आप निवेश 6 महीने से एक साल के लिए करना चाहते है तो इस फण्ड को चुन सकते हैं क्योंकि इसके द्वारा फण्ड का निवेश कमर्शियल पेपर और ट्रेजरी बिल में किया जाता हैं जो कम जोखिम वाले होते हैं ।

dynamic bond fund 

इस तरह के डेब्ट फण्ड ऐसे जगह अपना निवेश करती है जहां मेचुरिटी ब्याजदर के साथ बदलती रहती हैं इसलिए इनका कोई मेचुरिटी तारीख तय नहीं होता हैं ।

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डेट-फंड-के-फायदे 
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debt mutual fund ke fayede – डेट फंड के फायदे 

अभी तक आप सोच रहे है की आखिर इन्हे चलाता कौन हैं तो आपको बता दू की म्यूच्यूअल फण्ड के सभी स्किम में एक fund manager को शामिल किया जाता है जिनका मुख्य काम फण्ड में इकठ्ठा हुए पैसे को सही जगह पर लगाना और उसकी देख – रेख करना होता हैं जिसके लिए उन्हें कुछ कमिसन भी दिए जाते हैं जो हमारे इन्वेस्टमेंट से लिए जाते हैं जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे ।

debt mutual fund को इसलिए तैयार किया गया हैं जिससे की निवेशक को जखिम कम होने के साथ रिटर्न भी बढ़िया मिल सके । इसलिए इस फण्ड को दूसरी भाषा में liquid fund भी कहा जाता हैं ।

जहां फिक्स्ड डिपोसिट में समय से पैसा निकालने की अनुमति नहीं होती है और निकलने पर बहुत ज्यादा फाइन भी देने पड़ते है लेकिन debt fund द्वारा आप कभी भी इन्वेस्ट कर सकते है और पैसा निकाल सकते हैं इसमें किसी तरह का कोई फाइन नहीं लिया जाता हैं ।

यदि आप अपने पैसे पर ज्यादा रिस्क लेना पसंद नहीं करते है तो आप mutual fund के डेब्ट स्किम के साथ जा सकते है जो कम समय में अच्छा मुनाफा कमा कर दे सकती हैं लेकिन निवेश से पहले अपने सलाहकार से एक बार राय जरूर ले ले ।

आपकी निवेश की अवधि 2 से 3 साल के लिए और किसी एमर्जेन्सी के दौरान इन्वेस्ट किया गया पैसा ही आपके सहारा है तो डेब्ट फण्ड का चुनाव जरूर करे जो इन्वेस्ट के बाद कभी भी निकाला जा सकता हैं और पैसे एक दिन के अंदर आपके खाते में जुड़ जाते है ।

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इक्विटी और डेट में क्या अंतर है?- ( debt mutual fund kya hai)

जब किसी निवेशक द्वारा निवेश करने की बात आती हैं तब वो अक्सर दुविधा में पड़ जाते हैं की वे निवेश इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में करे या फिर डेट फण्ड में करे और समस्या को एक अंतर के द्वारा द्वारा आसानी से समझा जा सकता हैं ।

debt mutual fund के म्यूच्यूअल फण्ड का हिस्सा हैं जिसमे निवेशक के पैसे को अच्छा रिटर्न में बदलने के साथ उन्हें इस स्किम के तहत सुरक्षा भी प्रदान की जाती हैं जिससे रिस्क ना के बराबर हो जाता हैं ।

लेकिन equity fund को स्टॉक फण्ड के नाम से भी जाना जाता हैं जिसमे इकठे किये गए पैसे को शेयर मार्किट में लगाए जाते है और वो भी ज्यादा रिस्क वाले शेयर जिससे मुनाफा तो ज्यादा होता है लेकिन रिस्क फ्री नहीं होता ।

फण्ड का प्रकृति 

डेब्ट फण्ड में सभी इन्वेस्टर से लिए गए पैसे को किसी फिक्स्ड इनकम इंट्रूमेंट्स जो खासकर सरकारी से जुड़े उनमे इन्वेस्ट किया जाता हैं परन्तु इक्विटी फण्ड में निवेशक द्वारा इकठ्ठा किये गए पैसे को शेयर मार्किट और उससे जुड़े कई तरह के कम्पनी में निवेश किये जाते हैं ।

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रिस्क 

qequity fund के मुक़ाबले डेब्ट फण्ड को सबसे ज्यादा रिस्क फ्री माना जाता हैं क्योंकि इसका निवेश सबसे ज्यादा गवर्नमेंट इकाई में किया जाता है जिसमे मुख्यतः कॉर्पोरेट  बांड्स , कमर्शियल पेपर , ट्रेजरी बिल आदि हैं जिनमे फिक्स्ड इनकम होने के साथ किसी तरह का रिस्क नहीं होता हैं ।

परन्तु इक्विटी फण्ड आर्थिक कारक से काफी रिस्क भरी होती हैं और मुद्रास्फीति , महंगाई दर , टैक्स रेट से समय – समय पर प्रभावित होती रहती हैं इसलिए इससे बचने के लिए डेब्ट फण्ड पहला विकल्प हैं ।

टैक्स दर -debt mutual fund kya hai

जहां इक्विटी फण्ड में एक साल से अधिक या एक साल के अंदर के निवेश में 15 % का फ्लेट रेट अप्लाई किया जाता हैं वहीँ डेब्ट फण्ड के लिए 3 साल के ज्यादा समय के बाड़ी भी निकाशी के लिए 20 % टैक्स लिया जाता हैं ।

शार्ट टर्म वाले डेब्ट फण्ड में निवेशक के टोटल इनकम में कैपिटल गेन को अलग कर लिया जाता हैं फिर इसके बाद वो जिस भी टैक्स स्लैब में आते है उनके अनुसार टैक्स लिया जाता हैं ।

रिटर्न 

निवेशक की ख्वाइस होती है की वे जो भी फण्ड का चुनाव किया है वह सबसे ज्यादा रिटर्न दे परन्तु ऐसा नहीं यदि आप ज्यादा रिस्क लेना पसंद करते है तो इक्विटी फण्ड को चुन सकते है क्योंकि उसमे रिटर्न कभी कभी डेब्ट फण्ड से भी कई गुना ज्यादा मिल जाता हैं परन्तु डेब्ट फण्ड में एक निश्चित रिटर्न प्राप्त किया जा सकता हैं ।

जब आप इक्विटी फण्ड को चुनेंगे तो शेयर मार्किट के अनुसार आपका भी फण्ड बहुत ज्यादा निचे तक गिर सकता हैं परन्तु डेब्ट फण्ड पर शेयर मार्किट के भाव का ज्यादा आसार नहीं दीखता हैं लेकिन इसके भी कई काटेगोरी हैं जिनमे थोड़े बहुत अंतर देखने को मिलते हैं ।

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डेट फंड कौन कौन से हैं?

यदि आप किसी debt fund को चुनना चाहते है और आपको थोड़े बहुत जानकारी है तो उस तरह के फण्ड को चुने जो डायरेक्ट ग्रोथ की केटेगरी से जुड़े हो जिनमे टैक्स बहुत कम लगता हैं ।

IDFC Government Securities Investment Plan Direct-Growth

IDFC Government Securities Investment Plan Direct-Growth

check detail 

इस फण्ड को कुल रेटिंग 5 दी गयी हैं और मॉर्निंग स्टार और वेलु सर्च द्वारा 5 और 4 की रेटिंग दी गयी हैं जो मुख्य रूप से डेब्ट फण्ड के गिल्ट केटेगरी से सम्बन्ध रखता हैं जिसका सालाना रिटर्न 5.28 प्रतिसत का रहा हैं ।

यदि 5 साल के रिटर्न की बात करे तो 51.66 % का हैं और इसका cagr रिटर्न 8 % से ऊपर का हैं । 31 जनवरी , साल 2022 की गड़ना के अनुसार इसके पास कुल 1,447.82 करोड़ रूपए एसेट थी ।

इसका रिस्क मीटर लौ पर है और expense ratio 0.62 % है । कॅश होल्डिंग की क्षमता 1.63 % है जो की पॉजिटिव हैं और यह CRISIL Dynamic Gilt Index बेंचमार्क से सम्बन्ध रखता हैं ।

इस स्किम के फण्ड मैनेजर सुयश चौधरी हैं जिन्हे 16 साल का अनुभव होने के साथ 47 स्किम को हैंडल करते हैं और उसका कुल aum 59,768 करोड़ रूपए हैं । इस प्रकार आप भी मिनिमम 1000 की sip के साथ या फिर कम से कम इकठ्टे 5000 रूपए के इन्वेस्ट से सुरुवात कर सकते हैं ।

Edelweiss Government Securities Fund Direct-Growth

Edelweiss Government Securities Fund Direct-Growth

check detail 

डेब्ट फण्ड की केटेगरी से सम्बन्ध रखने वाला यह यह फण्ड गिल्ट स्किम के तहा शामिल किया गया हैं जिसका रेटिंग 1 है और वैल्यू सर्च एवं मॉर्निंग स्टार द्वारा इसे 5 की रेटिंग दी गयी हैं ।

इस फण्ड ने पिछले एक साल में 6.25 % का रिटर्न दिया है और इसका 5 साल का रीटर्न 49.70 प्रतिसत रहा हैं । इसमें इन्वेस्ट के लिए हर महीने 500 रूपए के साथ सिप की सुरुवात की जा सकती हैं और लमसम के लिए मिनिमम 5000 रूपए तय किये गए हैं ।

इस फण्ड का रिस्क मीटर लौ मॉडरेट हैं और जनवरी , साल 2022 के गड़ना के अनुसार 113.74 करोड़ रूपए का aum था । इस फण्ड का expense ratio 0.69 प्रतिसत और कॅश होल्डिंग की क्षमता 9.21 % की हैं ।

फण्ड के मैनेजर राहुल देढिया और दहवल दलाल जी है एवं इस फण्ड का अधिकत्तम निवेश goi सेक्टर में किया जाता हैं इसके अलावा CBLO , Reverse Repo Net , Receivables SDL ,  Net Payables आदि भी शामिल हैं ।

FAQs-(debt mutual fund kya hai)

म्यूचुअल फंड में डेट क्या है?

यह कम रिस्क वाले एवं फिक्स्ड डिपाजिट से बेह्टर रेतुर्न के लिए जाने जाते हैं जिसमे कई बेहतरीन स्कीम मिल जाते है जिसमे आप निवेश कर सकते हैं .

क्या डेट म्यूचुअल फंड सुरक्षित है?

हाँ सुरक्षीत है परन्तु हाई रिस्क एवं मध्यम रिस्क वाले म्यूच्यूअल फण्ड की तुलना में क्योंकि म्यूच्यूअल फण्ड की कोई स्कीम 100 % सुरक्षीत नहीं होती हैं .

क्या मुझे डेट म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए?

यदि आप चाहते है की आपके पूंजी पर कम रिस्क वैल्यू और निरंतर कम ही सही प्रॉफिट मिलता रहे तो डेट म्यूच्यूअल फण्ड आपके लिए बेस्ट आप्शन हैं .

डेट फंड का मतलब क्या होता है?

debt fund का निवेश share market , बांड्स , स्किम , गवर्नमेंट सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल और नॉन-कन्वर्टिबल आदि में लगाया जाता हैं जिसके वजह से इसमें रिस्क बहुत कम होते है और आपको निरंतर मुनाफा मिलता हैं .

निष्कर्ष (debt mutual fund kya hai )

आशा करता हूँ आपको मेरा यह लेख debt fund kya hota hai पसंद आया होगा । यदि आपके कोई सवाल है या फिर आप अपनी राय हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं और आपके सवाल का उत्तर जल्द से जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।

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