share market kaise khela jata hai-share market ko kaise samjhe
दोस्तों आज हम इस लेख में share bazar kaise khela jata hai इसके बारे में जानने वाले हैं और इसके अलावा यदि आप इस मुख्य शब्द जैसे – share bazar ko kaise samjhe , share market mein kaise khela jata hai , share marketing kaise khela jata hai , stock market ko kaise samjhe आदि को सर्च करके आये है तो भी यह लेख आपके लिए हैं ।
इस लेख में मैं आपको share market ko kaise samjhe in hindi के बारे में तो जरूर बताऊंगा लेकिन यदि इससे पहले आप candlestick के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी रखते है तो इस लेख को पढ़ना जारी रखें जिससे आपको आगे शेयर मार्केट चार्ट समझने में कोई दिक्कत नहीं आएगी । नहीं तो शेयर मार्किट कैंडल चार्ट इन हिंदी पर क्लीक करके उसके बारे में जान सकते हैं ।
सबसे पहले शेयर मार्केट कैसे खेला जाता है उसके बारे में थोड़ा बेसिक जान लेते हैं ताकि आपको भी समझने और इन्वेस्ट करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी लेकिन आगे बताने से पहले यह बता दू की यह लेख केवल स्टडी के लिए कोई शेयर भी खरीदने के लिए यह आर्टिकल प्रेरित नहीं करता हैं इसलिए शेयर खरीदने से पहले अपने अडवाइजर से सलाह जरूर ले ।
जब किसी शेयर में खरीददार अधिक होते है तो उस share का भाव ऊपर जाता हैं ऐसे में हमे शेयर को खरीदना चाहिए और जब भाव निचे आता है तब शेयर को short करना चाहिए लेकिन जो नए निवेशक होते है उन्हें सिर्फ शेयर खरीदने पर ही अपना ध्यान देना चाहिए शेयर short sell कैसे करते है उसके बारे में अगले लेख में बात करेंगे ।
हाउ तो इन्वेस्ट इन शेयर मार्किट
शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस को कैसे समझे इसके लिए सबसे पहले हमे कैंडल के बेसिक को समझना होगा फिर उसके बाद हम कसी शेयर को खरीदने के लिए दो तरह के इंडिकेटर का इस्तेमाल करेंगे ।
लेकिन इन इंडिकेटर को आप भी बड़े आसानी से लगाकार अभ्यास सुरु कर सकते है जिसके लिए बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं लेकिन सबसे आसान विकल्प आपको बताऊंगा जिसमे सबसे पहले आपको गूगल में tradingview सर्च करना होगा और उसके साइट पर जाना होगा ।
trading view के वेबसाइट पर जाने के बाद आपको सबसे पहले रजिस्टर्ड करना है जो बेहद आसान है तब जाकर आपको आपका शेयर ट्रेडिंग लाइव चार्ट दिख जायेगा जिसमे आप ऑफलाइन या फिर ऑनलाइन दोनों तरिके से काम कर सकते हैं ।
अब आपका सबसे बड़ा सवाल है की आखिर स्टॉक कौन सा चुने इसके लिए आपको nifty50 के शेयर या फिर nifty bank के शेयर को चुनना होगा जिसके लिए आप google में nse सर्च करके जा सकते हैं । नहीं तो इस लिंक पर क्लीक करे – निफ़्टी 50
सबसे पहले चार्ट में मैं आपको शेयर किस प्राइस पर खरीदा जाता है और कहा बेचा जाता है और सबसे महत्वपूर्ण बात की stop loss कहा पर सेट करे आदि सबके बार में बताऊंगा फिर अंत में ट्रेड लेते समय किन – किन बात का ध्यान रखना है इसके बारे में भी बताऊंगा इसलिए लेख को पूरा जरुआ पढ़े हैं ।
यदि आप नए है तो paper trading करने का प्रयाश करे नहीं तो थोड़ सा पैसे इन्वेस्ट कुछ महीने तक करके अभ्यास करते रहे क्योंकि नए इन्वेस्टर के लिए मार्किट से मुनाफा कमाना आसान नहीं हैं ।
शेयर मार्किट चार्ट कैसे समझे
अब बारी आती है शेयर मार्किट में चार्ट के बारे में जानने के लिए तो इसके लिए हम सबसे पहला इंडिकेटर pivot point को लगाएंगे तथा उसके सेटिंग में जाकर केवल pivot , s1 और r1 को छोड़कर सभी को हटा देंगे ।
अब हमे दूसरा इंडिकेटर moving average को इंडिकेटर सेक्शन में आकर सेलेक्ट करना हैं और उसमे भी हमे दो चीजे बदलने है जिसमे पहला उसका रंग अपने मन पसंद का चुन ले और दूसरा 9 के जगह 50 दिन को चुनना हैं । ऊपर में टाइम सेक्शन भी दिख जायेगा वहां से समय 2 घटना को चुने क्योंकि हमे swing trading करना हैं जो कुछ दिन का होगा ।
- मार्केट चार्ट- (share market kaise khela jata hai-share market ko kaise samjhe)
expontial moving average – 50 days
time – 2 hours
share selection – nifty 50 , nifty bank , nifty 100
chart platform – tradingview
इन सभी को अप्लाई करने के बाद आपके शेयर चार्ट निचे दिए गए इमेज की तरह दिखाई देगा जिसे आप देख सकते हैं । जिसमे मैंने moving average को ब्लैक किया है और पाइवोट पॉइंट के s1 , r1 को लाल , पाइवोट को काला , और s2 , r2 को पीला रंग दिया हैं ।
अब मैं आपको इंडिकेटर , पाइवोट पॉइंट एवं 2 hr के समय को क्यों चुना हैं इसके बारे में जान लेते हैं । मूविंग एवरेज को चुनने का मकसद यह है की हमे इससे मार्किट के अपट्रेंड का पता चलता हैं और पाइवोट पॉइंट पर कब शेयर खरीदने है इसकी जानकारी मिल जाएगी । अंत में 2 घंटे का समय का इसलिए चुना है ताकि कोई भी ट्रेड एक हफ्ते से ज्यादा होल्ड ना हो ताकि पैसा ज्यादा दिन तक फसा नहीं रहे ।
शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस
अब जानेंगे की कब हमे कोई शेयर कब खरीदना है , कहाँ stop-loss लगेगा और किस प्राइस पर हमे शेयर को बेचना है और इसके अंत में हम यह जानेंगे की शेयर खरीदते समय किन – किन बातों का ख्याल रखना हैं
- BUY – ( शेयर मार्केट को कैसे समझें )
शेयर खरीदने का सबसे पहले हमे मूविंग एवरेज को देखना हैं कोई भी कैंडल इस मूविंग एवरेज के निचे क्लोजिंग नहीं देना चाहिए क्योंकि यह लाइन किसी शेयर के ट्रेंड को बताता है यानी की लाइन के ऊपर रहने पर शेयर खरीद जा सकता है और वह अपट्रेंड में हैं ।
जब पाइवोट पॉइंट के ब्लैक लाइन ( pivot ) पर कोई ग्रीन कैंडल क्लोजिंग दे और उसके बाद उसके हाई के ऊपर हम उस शेयर को खरीदेंगे इस तरह शेयर में हम अपना एंट्री बना सकते हैं लेकिन यहाँ थोड़ा धैर्य रखना बेहद जरुरी हैं
किसी भी शेयर को खरीदने के बाद सबसे पहला काम उस शेयर पर आप कितना का लोस्स सहन कर सकते हैं उसके बारे में सोचना बेहद जरुरी हैं और इसे टेक्निकली लगाया जाए तो बेहतर होता हैं इसलिए stop loss के लिए पाइवोट के निचे या फिर मूविंग एवरेज पास में है तो उसके निचे वाले प्राइस पर सेट करे और हाँ ट्रेड के दौरान स्टॉप – लोस्स हिट होता है तो होने दे क्योंकि कोई भी चार्ट 100 प्रतिसत प्रॉफिट नहीं दे सकता हैं यदि देता तो आज सभी शेयर मार्किट में पैसा लगाकर आमिर बन जाते
- sell
अब आती है सेल्ल करने की जिसके लिए यदि आपको पोर्फोलिओ में 3 % का मुनाफा दिखें तो शेयर सेल्ल कर दे क्योंकि किसी स्विंग ट्रेडिंग के लिए इतना बहुत हैं नहीं तो और ज्यादा रिस्क लेना चाहते है तो trend line या फिर पाइवोट पॉइंट का r1 तक प्राइस के आने का इंतजार करे तब सेल्ल करे
शेअर चाट हिंदी- टिप्स –(share market kaise khela jata hai-share market ko kaise samjhe)
चलिए अब उन कुछ पॉइंट के बारे में भी बात कर लेते है जिसके बारे में हमने अंत में बताने के लिए बोला था और यह जरुरी टिप्स है है जो आपको ट्रेड लेने में मदद कर सकते हैं इसलिए इन्हे भी जानना बेहद जरुरी हैं ।
1 ) शेयर खरीदते समय यदि पाइवोट के ऊपर r1 बहुत नजदीक है तो कोई ट्रेड नहीं लेंगे या फिर शेयर खरीदने के बाद जैसे ही उस r1 को टच करे सेल्ल करेंगे
2 ) कभी भी मूविंग एवरेज के निचे शेयर नहीं खरीदेंगे चाहे कोई कैंडल पाइवोट पर क्यों न क्लोजिंग दे
3 ) यदि ट्रेड लेते समय volume chart जो की निचे बन रही है उसमे कोई ज्यादा वॉल्यूम के साथ ग्रीन में पैटर्न बनेगा तो हमारा प्रॉफिट होने का चांस ज्यादा हो जाता है जिससे पता चलता है कोई प्राइस को ऊपर ले जाना चाहता है
4 ) यदि पाइवोट पर कोई बड़ा कैंडल बनता है तो हम कुछ समय वेट करेंगे क्योंकि वापस वह अपने पाइवोट पर जरूर आएगा जैसा चार्ट में देख सकते हैं
5 ) यदि पाइवोट और मूविंग एवरेज के पास आकर कोई ग्रीन कैंडल बनत और वही सपोर्ट लेता हैं जिसे चार्ट में आप देख सकते हैं तो प्राइस के ऊपर जाने के चांस ज्यादा रहते हैं
6 ) इस चार्ट में आप देख सकते है की मात्र 2 हफ्ते में दो ट्रेड लेने का मौका मिला जिसमे 6 % का मुनाफा आसानी से लिया जा सकता था
7 ) कोई भी शेयर अच्छा परफॉर्म करे इसके लिए 500 रूपए से ऊपर के शेयर का चुनाव करे
निष्कर्ष –
आशा करता हूँ की आपको अच्छे से share marketing kaise khela jata hai ,share market mein kaise khela jata hai , share kaise khela jata hai , आदि के बारे में समझ आ गया होगा सवाल कमेंट में जरूर पूछे धन्यवाद