shirshasana benefits in hindi-shirshasana ke labh-शीर्षासन के फायदे
दोस्तों आज हम एक ऐसे आसन के बारे में जाननेवाले हैं जिसे योगासन का राजा भी कहा जाता हैं और जहां योगा की बात आती हैं वहाँ शीर्षासन की बात ना चले ऐसा हो नहीं सकता हैं और इस क्यों कहा जाता हैं इसके बारे में इस लेख के द्वारा बताया गया है इसलिए कोई जानकारी छूट ना जाए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े ।
इसे करने के लिए आपको काफी शारीरिक संतुलन बनाये रखने की आवश्यकता पड़ती है और इसके साथ ही यह आपको अनगिनत स्वास्थ्य लाभ देने सक्षम हैं जिसकी हम आगे चर्चा करंगे और यह आसन हठ योगा के अंतर्गत भी आता है।
what is shirshasana in hindi
शीर्षासन मुख्य रूप से दो शब्दों से मिलकर बना हैं अथार्त शिर्ष का मतलब सर होता है और आसन के मतलब मुद्रा होता हैं यदि इन्हे हम आपस में जोड़ देता सर की मुद्रा में आना बनता हैं जो की इसे हम सर के बल किया जानेवाला आसन भी कह सकते हैं ।
कुछ योगासन ऐसे होते हैं जो विशेष रुपए किसी अंग को लाभ पहुंचाने के लिए किये जाते हैं लेकिन अभी तक बहुत सारे योगा शरीर के लिए किया जाते हैं परन्तु कुछ ही ऐसे आसन है जिसके अभ्यास करने से पुरे शरीर को लाभ पहुँचता हैं उन्ही में से शीर्षासन प्रमुख हैं इसलिए ही इस आसन को राजा आसन भी कहते हैं ।
इस लेख में आपको शीर्षासन से जुड़े , sirsasana benefits in hindi , sirsasana yoga in hindi , shirshasana steps in hindi , शीर्षासन कितनी देर करना चाहिए , शीर्षासन कैसे करते हैं आदि के बारे में बताया गया हैं ।
कपालभाति | मैडिटेशन गाइड |
sirsasana ke fayde-(shirshasana benefits in hindi-shirshasana ke labh-शीर्षासन के फायदे)
वैसे इसके लाभ जितने बताये जाए उतने कम हैं परन्तु उन्ही में से किन्ही दस ऐसे महत्वपूर्ण फायदे के बारे में निचे विस्तार से बतया गया है जिसे आपको एक बार जरूर पढ़ना चाहिए ताकि आपको भी इस आसन के फायदे के बारे में पता चल सकें ।
- shirshasana benefits for hair in hindi
बालों को पोषण के लिया शीर्षासन सबसे अच्छा योगासन माना जाता है जिसके करने से सर में खून का बहाव ठीक तरह से होता हैं जिससे बाल मजबूत और घने बनते हैं । वैसे सभी के साथ बाल की दिक्कत का आना जैसे , बाल झड़ना , समय से पहले सफ़ेद हो जाना , बालों का टूट जाना , आदि से रु बरु जरूर हुए होंगे जिसमे निरंतर शीर्षासन के अभ्यास इन सभी परेशानी से निजात पाया जा सकता हैं ।
- तनाव एवं चिंता से छुटकारा पाने में
शीर्षासन फिजिकल स्वस्थ के साथ मेन्टल हेल्थ को दरुस्त करता हैं इसलिए इस आसन को रोज सुबह अभ्यास करने से हमारे सारी चिंता कम होने लगती हैं और हमे तनावमुक्त बनाने में भी यह आसन मुख्य भूमिका अदा करता हैं । यदि आप तनाव से छुटकारा पाना चाहते है तो अपनी लिस्ट में इस आसन को शामिल जरूर करे ।
- सेक्स समस्या में
इस आसन को करने से शरीर में स्टेमिना की विधि होती हैं जिसके वजह से आपकी सेक्स लाइफ पहले से बेहतर होने लगती हैं और साथ ही सेक्स से जुडी दूसरी समस्या को ठीक करने में यह आसन उपयोगी होता हैं । कुछ लोग अपने लाइफ में सेक्स को बेहतर करने के लिए दवा का सहारा लेते है लेकिन उसके जगह पर इस आसन को शामिल करे तो बहुत लाभ मिलता हैं ।
धनुरासन | चक्रासन |
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मधुमेह के लिए
वैसे हम सभी जानते है की डाइबिटीज में शरीर के ख्याल रखने के साथ खान – पान पर भी विशेष ध्यान देना पड़ता हैं लेकिन आप शीर्षासन को रोज अभ्यास करते हैं तो डाइबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलता हैं परन्तु करने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार जरूर परामर्श ले ।
- पेट से जुडी परेशानी में
पेट से जुडी बहुत साड़ी छोटी बीमारियों जैसे , गैस , एसिडिटी , कब्ज़ , मोटापा , एवं अपच आदि के लिए यह आसन बहुत ही फायदेमंद होता हैं । यदि आप इस आसन को निरन्तर अभ्यास करते हैं है तो पाचन सकती मजबूत बनती हैं जिसके वजह से खाना पचने में आसानी होती हैं और शरीर भी स्वस्थ रहता हैं ।
- कमर दर्द के लिए
शीर्षासन करने के दौरान कमर एक दम सिद्ध में रहती हैं जिसके वजह से कमर से जुडी सारी दिक्कत जल्द ठीक होने लगती हैं इसलिए इसके निरंतर अभ्यास से कमर लचीला एवं मजबूत बनता हैं वैसे भी घर की महिला को इसका अभ्यास जरूर करना चाहिए
- शरीर का बैलेंस सुधरने में
शीर्षासन करते वक़्त हमारा सबसे ज्यादा ध्यान शरीर के उसी अवस्था में रखने के लिए बैलेंस करना होता हैं इसलिए इस आसन को करने से शरीर का बैलेंस ठीक हो जाता हैं ।
- दिमाग तेज करने के लिए
देखा जाए तो यह आसन सर को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है जिसके वजह से दिमाग की नशे में खून का बहाव तेज होता है जिसके वजह से स्मरण शक्ति तेज होने लगती हैं इसलिए दिमाग को तेज करने के लिए निरन्तर अभ्यास जरूर करे ।
- चेहरे में चमक के लिए
यह आसन का प्रभाव गर्दन के ऊपर ज्यादा पड़ता हैं जिसके वजह से चेहरे में खून और ऑक्सीजेन की मात्रा सही मात्रा में पहुँचती है और चेहरा पहले के मुक़ाबले खिल उठता हैं ।
हलासन | पद्मासन |
shirshasana kaise kare-शीर्षासन करने की विधि
यदि आप शीर्षासन का पूरा फायदा प्राप्त करना चाहते है तो इस आसन को करने का सही तरीका भी जरूर मालूम होना चाहिए इसलिए इसे करने का सही तरीका निचे विस्तार से बताया गया हैं ।
- इस आसन को सबसे पहले कभी नहीं करे क्योंकि इसको करने से पहले शरीर का गर्म रहना जरुरी हैं ।
- अब व्रजासन की मुद्रा में बैठ जाए और आगे की तरफ झुके ।
- अब अपनी दोनों हाथों की ऊँगली की मदद से लॉक करे
- इसके बाद अपने कूल्हों को ऊपर की तरफ उठा ले और दोनों पैर को आगे की तरफ ले जाए
- अब शरीर का संतुलन बनाते हुए अपने हाथ को लॉक अवस्था में ही रखें और अपने सर को निचे धीरे – धीरे ले जाए एवं पैर ऊपर रहेगा
- अब दोनों पैर को एकदम सीधा कर ले
- अंत में अपने पैर को धीरे – धीरे निचे लाये और पाने सुविधा अनुसार पहले की स्थिति में आ जाए
- शीर्षासन कितनी देर करें -1 से 5 मिनट बाद में 15 मिनट भी कर सकते हैं
शीर्षासन करने का आसान तरीका
- यदि आप नए है तो शीर्षासन को एकदम सही तरिके से करने के लिए थोड़ा समय लग सकता हैं इसलिए इस आसन को सहज तरिके से करने के लिए आप दिवार का सहारा ले सकते है या फिर कोई घर के वयक्ति के मदद लेकर भी यह आसन कर सकते हैं ।
- दिवार का सहारा सबसे बढ़िया विकल्प हो सकता हैं और कुछ दिन तक इसी तरह अभ्यास करने के बाद इसकी आदत पड़ने लगती है तब धीरे – धीरे दिव्वार की मदद लेना बंद करे दे । बहुत से लोग इस आसन को कठिन मानते हैं लेकिन निरन्तर करते रहने से यह आसान बनता जाता हैं ।
ताड़ासन | अनुलोम – विलोम |
अर्ध शीर्षासन- ardh shirshasana
माइग्रेन से जुड़े समस्या से छुटकारा पाने में अर्ध शीर्षासन अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं इसलिए अपने डॉक्टर से सलाह के बाद निरंतर इस आसन के अभ्यास से आप माइग्रेन से राहत पा सकते हैं तो चलिए इसे कैसे किया जाता है इसके बारे में भी बात कर लेते हैं ।
अर्ध शीर्षासन करने की विधि
- सबसे पहले व्रजासन की मुद्रा में बैठ जाए और कमर व गर्दन सीधा कर ले
- अब अपने ऊँगली को आपस में लॉक करके जमीन में टिका दे
- इसके बाद अपने सर के ऊपरी हिस्से को उँगलियों पर रखकर जमीं में टिका दे
- अब सांस लेते हुए अपने दोनों घुटनो को ऊपर तरफ उठाये और अपनी सुविधा अनुसार जितनी देर रुकना है उतना देर उसी अवस्था में बने रहे
- यदि नए है तो इस प्रक्रिया को 2 से 5 मिनट कर सकते है और आदत पड़ने पर इसे बढ़ाते जाए
अर्ध शीर्षासन के लाभ
- माइग्रेन की समस्या में यह आसन काफी मददगार होता हैं ।
- खूबसूरत त्वचा पाने के लिए यहॉं अपने लिस्ट में जरूर रखें क्योंकि निरंतर अभ्यास करने से हमारे त्वचा में ऑक्सीजन और ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने के साथ बैलेंस होने लगता हैं ।
- क्योंकि यह आसन सर के बल किया जाता हैं जिसके वजह से बाल को जरुरी पोषक तत्व मिलने के साथ उन्हें ब्लड की जरुरत में कमी नहीं होती और ऐसा इसलिए होता है सर की तरफ ब्लड का परवाह तेज होने के वजह से जिससे बाल स्वस्थ , घने , काले और लम्बे समय तक सफ़ेद नहीं होते हैं ।
- नींद की अच्छी क्वालिटी लाने में और एकाग्रता बढ़ाने के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद है ।
व्रजासन |
शीर्षासन के नुकसान एवं सावधानियां
वैसे तो किसी भी आसन के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते है लेकिन शरीर में पहले से कोई तकलीफ हो या बिमारी होने पर योगा करते समय थोड़ा सतर्क रहना बहुत जरुरी हैं इसलिए निचे दिए गए सूचि में किसी में भी पीड़ित है तो आप यह आसन करने से पहले डॉक्टर से परमिसन जरूर ले ।
- गर्दन क दर्द की शिकायत में यह आसन ना करे
- सर्दी और जुकाम में इस आसन को नहीं करना चाहिए
- महिलाये अपने मासिक धर्म में इस आसन को करने से बचना चाहिए
- ब्लोग हेमरेज में शीर्षासन नहीं करे
- कमर से जुडी कोई भी तकलीफ में यह आसन ना करे
- हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग भी शीर्षासन नहीं करे
- इस आसन को दिल से जुडी कोई बिम्मरि वाले लोग भी करने से बचे
- कान की कोई दिक्कत में भी यह आसन नहीं करना चाहिए
- आँखों से जुड़े कोई गंभीर बिमारी वाले लोगों को यह आसन और ज्यादा नुक्सान दे सकती हैं ।
निष्कर्ष (shirshasana benefits in hindi-shirshasana ke labh-शीर्षासन के फायदे)
दोस्तों आपको मेरा यह लेख shirshasana yoga in hindi या head stand benefits कैसा लगा हमे अपनी राय कमेंट के माध्यम से जरूर बताये और किसी दूसरे सवाल को भी कमेंट में पूछ सकते हैं जिसका उत्तर जल्द से जल्द देना का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।