padmasana benefits in hindi-padmasana in hindi-पद्मासन के लाभ

padmasana benefits in hindi-padmasana in hindi-पद्मासन के लाभ

दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से पद्मासन के बारे में जानकारी आपके सामने पेश करना चाहते हैं जो हो सकता है आपके लिए महत्वपूर्ण शाबित हो इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े ताकि आपको इससे जुडी हर तरह जैसे padmasana ke fayede , padmasana ke nuksaan , प्रकार , कब करे , कैसे करे , padmasana karne ka trika आदि शामिल किया गया हैं ।

सभी योगासन में पदमासन ( padmasana yoga )सबसे ज्यादा प्रचलित योग हैं जिसके निसान आपको कहीं भी आसानी से देखने को मिल जाते हैं जैसे केलिन्डर में , टीवी , पस्टर में आदि इन सभी में प्रचार के लिए इसी मुद्रा का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता हैं ।

मुख्य रूप से पद्मासन योग  दो शब्दों से मिलकर बना हैं जिसका वास्तविक हिंदी अर्थ यानी की पद्मा” का मतलब कमल का फूल एवं “आसन” का मतलब मुद्रा होता हैं अथार्त यदि इन दोनों को मिलकर पढ़े तो कमल के मुद्रा में आना होता हैं ।

भारत समेत इजिप्ट तक कमल का वर्णन कई महान कथाओं और घटनाओ में देखने को मिलता हैं जहां तक भारत की बात हैं तो कमल के ऊपर माता लक्समी विराजमान दिखाई देती हैं एवं भगवान् बुद्ध के बारे में कहा जाता हैं यही वे जहां अपने पैर रखते थे वहीँ कमल पुष्प फुट निकलता था ।

उम्मीद करता हूँ की इतना सब जानने के बाद आप भी सबसे प्रचलित आसन पद्मासन मुद्रा  (lotus position benefits)को अपने योग की लिस्ट में जरूर शामिल करेंगे क्योंकि इसका सबसे बड़ा फायदा यह हैं की इस आसन को कोई भी कर सकता हैं चाहे वो वयक्ति मोटा हो या फिर पतला हो लेकिन फिर भी कोई विषम परिस्थिति में नहीं किया जाता है जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे ।

कपालभाति  मैडिटेशन गाइड 

padmasan ke fayde-पद्मासन योग के लाभ-(padmasana benefits in hindi-padmasana in hindi-पद्मासन के लाभ)

वैसे हमे पता है की सभी तरह के योगा के फायदे अलग – अलग होते हैं इसलिए padasana yoga से होने वाला लाभ भी अलग हैं परन्तु इसके करने से जो शारीरिक लाभ मिलते हैं वो किसी दूसरे आसान के मुक़ाबले ज्यादा असरदार है ।

  • हमारे शरीर में रक्त का बहाव को कण्ट्रोल करने के साथ उसमे विधि भी करता हैं ।
  • पेट की समस्या से निजात दिलाने के साथ तखनो एवं पैर को टन करता हैं और कूल्हे को लचीला बनाता हैं
  • हमारे मस्तिष्क को शांत बनाता है और इसके साथ तनाव एवं चिंता जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता हैं ।
  • घुटने और जांघ में बेहतर खिचाव पैदा करता हैं
  • पदमासन से पाचन सम्बन्धी समस्या समाप्त होती हैं और मांसपेशिया के तनाव को भी कम करने में सक्षम हैं
  • स्त्रियों में होनेवाली मासिक धर्म की दिक्कत को दूर करता हैं
  • जैसा की मैंने पहले बताया है  की यह आसन करने में सरल है जिसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं

यह आसन(padmasana ke fayde) में शरीर को जिस मुद्रा में लाया जाता हैं ठीक उसी मुद्रा में आकर योगी या तपस्वी अलौकिक ऊर्जा प्राप्त करते है एवं मैडिटेशन , ध्यान केंद्रित , चक्र या कुण्डिलिनी को जागृत करने के लिए भी सर्वप्रथम इसी मुद्रा में आना होता हैं उम्मीद है अब आप समझ गए होंगे की पदमासन इतना महत्वपूर्ण आसन क्यों माना जाता हैं ।

इस आसन की मुद्रा में आने पर हमारा शरीर कमल के पुष्प के अकार में दिखाई देता है और भगवान् शिव को भी हम इसी मुद्रा में देखते हैं । इस आसन को इंग्लिश में lotus pose के नाम से जानते है और कहीं – कहीं इसे कमलासन भी कहा जाता हैं ।

धनुरासन  चक्रासन 

padmasana steps in hindi – पदमासन करने की विधि 

पदमासन कैसे किया जाता है (padmasan kaise karte hain)इसके बारे में बताने से पहले मैं आपको बता दू की इस आसन (padmasan in hindi)को करते समय सुबह का समय को चुने और आपके पास सुबह का समय नहीं है तो कोई सा भी समय में कर सकते हैं बस इतना ख्याल रखें की भोजन करने के 4 से 6 घंटे बाद इस आसन को करना हैं ।

padmasana-benefits-in-hindi-padmasana-in-hindi-1

  • सबसे पहले अपने पीर को फैला कर जमीं पर बैठ जाए ।
  • अब अपने पीठ या फिर रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ।
  • इसके बाद दाहिने पैर को मोड़ते हुए बाए पैर के जांघ पर और बाए पैर को मोड़ते हुए दाए जांघ के ऊपर रख ले
  • अब अपने दोनों हाथ को पैर के घुटने के ऊपर रखें ।
  • इस अवस्था में यह ध्यान रखें की सर और रीढ़ सीधा हो
  • अब एक लम्बी गहरी सांस लेते हुए अपनी क्षमत अनुसार कुछ समय रोक कर रखें फिर सांस धीरे – धीरे छोड़े इस परक्रिये को दोहराते रहे और कम से कम 5 मिनट रोज इसी तरह जरूर करे ।

पद्मासन के नुकसान- padmasana ke nuksaan

  • इसके कुछ नुक्सान भी है यदि घुटने में चोट है तो इस आसन को नहीं करे
  • सुरु में आपको सही ढंग से नहीं करने के वजह से घुटने या टखने में दिक्कत आ सकती हैं इसलिए अपने ट्रेनर से जरूर मदद ले ।
  • अक्सर लोग इस आसन को नहीं करने की हिदायत देते हैं क्योंकि वे मानते हैं इस आसन को करने पर कोई लाभ नहीं होता हैं क्योंकि यह आसन मुख्य रूप से योगी और सन्याशी के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है जो मैडिटेशन या कुंडली जागृत करने के लिए करते हैं ।
हलासन  व्रजासन 

types of padamasana in hindi- पद्मासन का प्रकार 

वैसे तो पद्मासन के करने का तरीका बहुत हैं जिसे अन्य रूप में किया जाता हैं लेकिन उन्ही में से जो सबसे ज्यादा लाभ और जिसे करने में भी आसानी हो उसके बारे में आप निचे पढ़ सकते हैं । यदि आपको पद्मासन करने में कोई कठिनाई हो रही है तब भी निचे बताये गए आसन को अपनी लिस्ट में रख सकते हैं

बद्ध पद्मासन-baddha padmasana benefits in hindi

यह आसन मुख्य रूप से तीन शब्दों से मिलकर बना हुआ हैं जिसका वास्तविक हिंदी अर्थ यानी की बद्ध का मतलब बंधा हुआ , पद्मा का मतलब कमल एवं आसन का मतलब मुद्रा होता हैं अथार्त बंधा हुआ कमल के अकार में आना बद्ध पद्मासन के नाम से जाना जाता हैं

baddha-padmasana

बद्ध पद्मासन के फायदे / लाभ 

  • इस आसन को करने पर गठिया रोग में राहत मिलती हैं लेकिन इसका लाभ पाने के लिए आपको रोज इस आसन का अभ्यास करना होगा
  • यह आसन पाचन को उतेज्जित करता हैं जिसके वजह से कब्ज जैसी बिमारी से निजात मिलती हैं
  • इस आसन को रोज करने से रीढ़ की हड्डी में रक्त परिसंचरण में विधि होती हैं और पीठ के मांसपेशिया में खिचाव पैदा करता हैं
  • कन्धा , पीठ , कुहनी , कलाई , घुटना आदि में खिचाव लाता हैं और उन्हें मजबूती प्रदान करता हैं
  • यह मुख्य रूप में घुटने एवं कुहनी के जोड़ में लचीलापन लाता हैं

बद्ध पद्मासना करने की विधि 

  • सबसे पहले पैर सीधा करके बैठ जाए
  • अब दाए पर को उठाकर बाए जांघ पर ले जाए और यही प्रक्रिया दूसरे पैर के लिए करे
  • अब अपना बायां हाथ को पीछे ले जाकर दाए पैर के अंगूठे को पकड़ ले फिर दायां हाथ को पीछे ले जाते हुए बाए पैर के अंगूठे को पकडे
  • लम्बी साँस ले और कुछ देर थामकर धीरे से छोड़े इस अवस्था में 5 मिनट तक रहे
ताड़ासन  अनुलोम – विलोम 
अर्ध पद्मासन-ardha padmasana benefits in hindi

यह आसन कुछ – कुछ पद्मासन से मिलता जुलता हैं आसन है इसलिए इसके लाभ भी एक ही तरह के हैं लेकिन पद्मासन के मुक़ाबले इस आसन को करना थोड़ा आसान हैं यदि आप पद्मासन करने में अश्मर्थ है तो इस आसान को बड़े आराम से कर सकते हैं ।

अर्ध-पद्मासन

अर्ध पद्मासन के फायदे / लाभ 

इसके फायदे पद्मासन की तरह हैं जिसमे मन को शान्ति मिलती हैं एवं किसी भी तरह का तनाव या चिंता खत्म करती हैं । घुटने , जांघ , हाथ , मांसपेशिया आदि मजबूत बनते हैं और साथ में पाचन शक्ति भी ठीक रहती है जिससे कब्ज की शिकायत नहीं होती हैं ।

अर्ध पद्मासन करने का तरीका  

  • सबसे पैर को फैलाकर सीधा बैठ जाए ।
  • अब अपनी बायां पैर को घुटने की मदद से मोड़ ले और ध्यान रखें की बाए पैर को केवल मोड़ना हैं उसे दाए जांघ के ऊपर रखना नहीं हैं ।
  • इसके बाद दाए पैर को बाए जांघ के ऊपर रखें
  • अब अपने दोनों हाथ को जोड़कर नमस्ते के पोज़ में आ जाए
  • इस दौरान अपनी साँस को लंबा खींचे और थोड़े देर तक थामकर धीरे से छोड़े ऐसा 5 बार करे ।
  • इसके बाद यही प्रक्रिया को फिर से दाए पैर के साथ दोहराये ।
शीर्षासन 

निष्कर्ष (padmasana benefits in hindi-padmasana in hindi-पद्मासन के लाभ)

उम्मीद है आपको मेरा यह आर्टिकल advantages of padmasana या padmasana yoga in hindi या padmasana yoga information in hindi बहुत पसंद आया होगा यदि अच्छा लगा तो आप अपनी राय हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं और यदि कोई सवाल हैं तो भी कमेंट में पूछ सकते हैं जिसका उत्तर जल्द – जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।

Leave a comment