halasana benefits in hindi-halasana yoga in hindi-हलासन के लाभ

halasana benefits in hindi-halasana yoga in hindi-हलासन के लाभ

दोस्तों आज हम इस लेख में एक सबसे महत्वपूर्ण आसन के बारे में बात करने वाले हैं जिसका नाम हैं “हलासन “और इसे इंग्लिश में Plow Pose in Hindi कहते हैं । यह आसन हम सभी ने बचपन में खेलने के दौरान कर भी चुके हैं ।

तो इस आर्टिकल में हलासन योग  से जुडी वो हर जानकारी को आपके सामने रखने का प्रयाश करूँगा जो शायद सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जैसे उदाहरण के तौर पर हलासन करने के फायदे – नुक्सान  (halasana ke labh), हलासन कैसे करे , प्रकार , सावधानियां , आदि ।

आज के समय में भागदौड़ वाली जिंदगी और वातावरण में पोलुशन होने के कारण हम अपने शरीर को स्वस्थ नहीं रख पा रहे हैं ऐसे में योग हमे इन परिस्थिति में भी स्वस्थ रहने का अवसर प्रदान करती है जिसमे हलासन का मुख्य भूमिका हैं यदि आप योग करते है तो halasan  को अपने लिस्ट में शामिल जरूर करे ।

what is halasana- हलासन क्या हैं ?

हलासन दो शब्द ‘हल’ और ‘आसन’ से मिलकर बना है अथार्त हल का मतलब तो हम सभी जानते हैं जिसे किसान उपयोग करते हैं और यह जमीं की मिटटी खोदने वाला एक यंत्र होता हैं और आसन का मतलब मुद्रा होता हैं । यदि हम इन दोनों शब्द को आपस में मिल दे तो एक वास्तविक शब्द प्राप्त होता है जिसे हम हल की मुद्रा में आ जाना कह सकते हैं ।

यदि इसके कुछ लाभ के बारे में बात की जाए तो इस आसन को निरन्तर अभ्यास करने से वजन कम होता है, शरीर को मजबूती मिलती है. इसके साथ ही कई फायदें हैं जिसके बारे में निचे विस्तारपूर्वक बताया गया हैं ।

कपालभाति  मैडिटेशन गाइड 

हलासन के फायदे-halasana ke fayde-(halasana benefits in hindi-halasana yoga in hindi-हलासन के लाभ)

सभी तरह के आसन (halasana in hindi)से अलग – अलग लाभ प्राप्त होते हैं इसलिए हलासन के लाभ भी बहुत सारे हैं जिसके बारे में निचे बताया गया हैं लेकिन यह लाभ आपको तभी मिल सकते हैं जब हलासन को सही तरिके से किया जाए और इसे कैसे किया जाता हैं इसके बारे में भी आगे जानेंगे ।

  • पाचन मजबूत करने में 

halaasan हमारे पाचन प्रक्रिया कर पाचन से जुड़े सभी अंग को मजबूत बनाने में सक्षम हैं । जिसे हम यदि पाचन मसाज कहे तो गलत नहीं होगा कुछ दिन तक इस आसन को करने से पाचन सम्बन्धी समस्या में सुधार होना आरम्भ हो जाता हैं ।

  • वजन घटाने में 

यह आसन मुख्य रूप से मेटाब्लॉसिम के कार्य में गति प्रदान करता हैं जिसके वजह से हमारे सभी शारीरिक किर्या भी तेज हो जाती हैं और साथ में halasan करने से पेट एवं कमर में जमा हुआ फैट कम होने लगता हैं ।

  • डाइबिटीज के लिए 

मधुमेह मरीज के लिए यह सबसे उपयुक्त आसन माना जाता हैं क्योंकि यदि कोई शुगर मरीज इस आसन को सुबह के समय निरन्तर करता है तो उसके शुगर लेवल कंट्रोल होने का चांस सबसे ज्यादा रहता हैं ।

  • कमर के लिए 

रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने के लिए यह आसन सबसे बढ़िया विकल्प हैं जिसके रोजाना अभ्यास से कमर दर्द से आराम मिलता है और महिलाये के लिए यह सबसे कारगर हलासन योग  हैं ।

  • तनाव एवं थकान दूर करने में 

यदि आप किसी तनाव से पीड़ित है तो hallasan से आपको आराम मिल सकता हैं क्योंकि दिमाग को शांत रखने के साथ तनाव एवं चिंता को दूर करता हैं (halasana ke labh)इसके साथ ही थकान और थाइरोइड से जुडी समस्या को कम करने में सक्षम हैं ।

धनुरासन  चक्रासन 

How to do Halasana – हलासन की विधि

हलासन को करना बेहद आसान हैं परन्तु सुरुवात में आपको थोड़ी दिक्कत हो सकती हैं इसके लिए आप दोनों तरफ तकिये का प्रयोग करे या फिर ट्रेनर की मदद ले सकते है नहीं तो घर के किसी वयक्ति की मदद लेकर कुछ दिन तक अभ्यास करे फिर इसे करना आसान हो जायेगा ।

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  • सबसे पहले किसी सही स्थान यानी की समतल जमीन का चुनाव करे क्योंकि इस योगा को करने के लिए जमीन समतल होना जरुरी हैं और एक मैट का उपयोग जरूर करे ।
  • अब पीठ के बल लेट जाए और अपने दौड़ने हाथ को जमीन में सीधा पैर की तरफ फैला ले ।
  • इसके बाद अपने पैर को धीरे – धीरे सीधा रखता हुए ऊपर की तरफ उठा ले ।
  • फिर कमर की मदद से अपने पैर को सर के पीछे ले जाए ।
  • इसे तब तक पीछे ले जाए जब तक पैर जमीन को नहीं छू ले
  • अब अपनी क्षमता के अनुसार जितना देर हो सके उतनी देर तक उसी मुद्रा में रहे ।
  • इसके बाद अंत में अपनी पिछली वाली मुद्रा में आ सकते हैं
  • इस योग को रोज कम से कम 5 बार जरूर करे तभी बढ़िया आपको कुछ दिनों में फर्क दिखेंगे ।

हलासन किसे नहीं करना चाहिए 

  • डायरिया या गर्दन की चोट में इस आसन को नहीं करना चाहिए
  • अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है या फिर अस्थमा के मरीज है तो इस आसन को नहीं करे ।
  • सुरुवाती अभ्यास में आपके गर्दन में कुछ खिचाव महसूस हो सकता हैं
  • जब भी यह आसन करे तो कंधो का दबाव कान पर बनाने का प्रयाश करे ऐसा करने पर कनपट्टी और गर्दन मुलायम बनते हैं ।
  • बेहतर यही होगा की इस आसन को सुबह खाली पेट में करे
पद्मासन  व्रजासन  ताड़ासन 

अर्ध हलासन-ardh halasana in hindi

वैसे तो हलासन के कई प्रकार है परन्तु उनमे से जो प्रमुख योग हैं और जिसे हलासन करने के मुक़ाबले करना भी सरल हैं उसके बारे में भी बात करने वाले हैं । यह आसन मुख्य रूप से तीन शब्द से मिलकर बना हैं

अर्ध-हलासन

अर्ध हलासन में अर्ध का मतलब आधा होता हैं , हल का मतलब हम सभी जानते हैं जिसका उपयोग खेती के लिए किया जाता हैं और आसन का मतलब मुद्रा होता हैं यदि हम इसे पूर्ण करे तो हमे आधे हल के अकार की मुद्रा में आना पड़ता हैं तभी यह आसन पूरा होगा

अर्ध हलासन के फायदे / लाभ 

  • इस आसन को करने से पेट से जुडी सारी समस्या दूर हो जाती हैं
  • यह पाचन तंत्र को मजबूत बनता है जिसके वजह से भूख न लगना , शरीर का कमजोर होना , अन्न का नहीं पचना आदि की समस्या को दूर करता हैं
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता को दूर करता है
  • मोटापे को दूर करने के लिए इस आसन को निरन्तर करने से जरूर लाभ मिलता हैं
  • असंतुलित हार्मोन को बैलेंस करने में सक्षम है
  • मल निकाशी में मददगार है तथा पुराने से पुराने गैस को शरीर से बाहर निकलने में सहयता करता हैं
  • शरीर में जमी फैट को घटता हैं है और उसके जगह पर शरीर में नई ऊर्जा को प्रवाहित करता हैं
  • दिमाग को शांत रखने के साथ – साथ तनाव को भी कम करता हैं

अर्ध हलासन करने की विधि 

  • सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए और दोनों पैर को आपस में जोड़ ले
  • दोनों हाथ को पैर की दिशा में खुला रखें और बिना पैर के घुटने मोड ऊपर की तरफ उठाकर 90 डिग्री के एंजेल में सेट करे
  • अब इस पोज़ में कुछ देर तक बने रहे और वापस अपने पहले मुद्रा में आ जाए ऐसा 5 बार रोज करे
अनुलोम – विलोम  शीर्षासन 
अर्ध हलासन करते समय सावधानियां 
  • वैसे जिन लोगो का वजन कम है उनके लिए हलासन करना थोड़ा कठिन है इसलिए पहली बार में हलासन नाही करते हुए अर्ध हलासन का अभ्यास करे फिर कुछ दिनों के बाद आप हलासन भी बड़े आराम से कर सकते हैं
  • जो लोग हिरदय से जुडी समस्या से पीड़ित है उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए
  • इसके अलावा पीठ दर्द के समय और जिन्हे हाई बीपी की शिकायत है उन्हें भी इस आसन को करने से बचना चहिये ।
  • यदि रहे की इस आसन को खाली पेट ही करे और करने का समय सुबह हो तो और भी बेहतर विकल्प है
  • यदि आपके पास समय नहीं है और इस आसन को शाम के समय करना चाहते है तो भोजन करने के चार घंटे बाद ही इस आसन का अभ्यास करे

निष्कर्ष (halasana benefits in hindi-halasana yoga in hindi-हलासन के लाभ)

आपको मेरा यह आर्टिकल benefits of halasana in hindi या hal asana या halasana information in hindi कैसा लगा हमे अपनी प्रतिक्रिया कमेंट में जरूर बताये और किसी सवाल को जिसे आप पूछना चाहते हैं उसे भी भी कमेंट में जरूर पूछे जिसका जल्द से जल्द उत्तर देने के प्रयाश किया जायेंगे धन्यवाद ।

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