flipkart kis desh ki company hai-flipkart in hindi-फ्लिपकार्ट कहा की कंपनी है
दोस्तों आज हम जिस टॉपिक के बारे में जानेंगे वो flipkart किस देश की कंपनी है और इसके साथ ही फ्लिपकार्ट ओनर नाम , कब सुरु किया , सालाना कितना मुनाफा हैं , प्रोडक्ट क्या हैं , मार्किट स्ट्रैटेजी आदि के बारे में जानने के लिए इस लेख को जोरू पूरा पढ़े ।
- फ्लिपकार्ट कंपनी-( flipkart kya hai-फ्लिपकार्ट क्या है )
सबसे पहले जान लेते हैं की फ्लिपकार्ट कंपनी क्या काम करती हैं तो आपको बता दूँ की यह एक तरह से e-commerce कंपनी हैं । जिसमे अपने कस्टमर द्वारा चुना गया प्रोडक्ट को दुकानदार के द्वारा या अपने वेयरहाउस के मदद से इंटरनेट के माध्यम से मुहैया कराती हैं ।
आप चाहे तो इसमें शामिल हो सकते हैं और अपने प्रोडक्ट को फ्लिपकार्ट पर बेच सकते हैं लेकिन फ्लिपकार्ट में बाइयर के रूप में रजिस्ट्रेड होने के लिए कुछ दस्तावेज जमा करने होते हैं जिसमे किस प्रोडक्ट को बेचना हैं , जीएसटी , आधारकार्ड , बैंक स्टेटमेंट / टर्नओवर आदि दिखाना होता हैं ।
- फ्लिपकार्ट किस देश की कंपनी है
आज के समय में इंटरनेट के विस्तार के वजह से flipkart को सभी लोग जानते हैं और amazon के बाद फ्लिपकार्ट भारत का दूसरा सबसे बड़ा e-commerce कंपनी हैं । लेकिन आज भी लोग flipkart kaha ki company hai या फ्लिपकार्ट इन हिंदी के बारे में नहीं जानते जिसके बारे में आगे बताया गया हैं ।
- flipkart company kaha ki hai
भारत के बहुत से लोग ऐसे हैं जो flipkart को ऐमज़ॉन की तरह किसी विदेशी कंपनी का दर्जा देते हैं जबकि यह गलत है क्योंकि फ्लिकार्ट पूर्ण रूप से एक इंडियन कंपनी हैं या भारत की कंपनी हैं । यदि बात करे की flipkart ki sthapna kab hui तो दिल्ली में हुई थी लेकिन अब कर्णाटक के बंगलुरु सहर में स्थापित हैं ।
flipkart ka malik kaun hai-फ्लिपकार्ट का मालिक कौन है
भारत की जनसँख्या और उनकी जरुरत को देखते हुए फ्लिकार्ट ने साल 2007 को स्थापना किया था । जिसके मालिक जो की एक आईआईटी स्टूडेंट थे सचिन बंसल और बिन्नी बंसल दो दोस्तों ने फ्लिपकार्ट कंपनी की सुरुवात दिल्ली से कीथी ।
एक छोटी सी कहानी आपको बता दू की सकीं बंसल और बिन्नी बंसल का लक्ष्य एक e-commerce कंपनी खोलने का था जिसकी जानकारी हासिल करने के लिए उन्होंने amazon कंपनी के जॉब भी किया था ताकि इसके काम करने के तरिके को सीखा जा सके ।
फिर जैसे ही उन्हें अमॉज़न के काम करने के तरिके के बारे में जानकारी हासिल हुई तब उन्होंने भारत में अपना खुद का e-commerce कंपनी खोलने का सोचा जिसका नाम आगे चलकर फ्लिकार्ट रखा गया जिसमे ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा भारत के कस्टमर की जरुरत को पूरा किया जाना प्रमुख काम था ।

पहले पुस्तकों की ऑनलाइन खरीद-बिक्री लिए बनी यह वेबसाइट आज के समय ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स के अलावा अन्य जरुरी सामान खरीदने का विकल्प भी देती है और पेमेंट के विकल्प में डेबिट कार्ड ,क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, ई-गिफ्ट वाउचर और कैश ऑन डिलीवरी के ज़रिये भुगतान का इस्तेमाल करती हैं ।
सबसे पहले फ्लिपकार्ड ने अपने प्रोडक्ट को ‘डिजिफ्लिप’ (DigiFlip) के नाम से बेचना शुरू किया था जिसमें पेन-ड्राइव,कम्प्यूटर ,कैमरा-बैग तथा हेडफोन आदि मुख्य वस्तु थी । फिर मई 2018 को अमेरिका की बहुचर्चित कंपनी वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट का 77 % हिस्सा खरीदकर यानी की 1.07 लाख करोड़ रूपए में खरीदकर अधिग्रहण कर लिया था ।
फिर इसके बाद साउथ अफ्रीका की इंटरनेट और एंटरटेनमेंट कंपनी नैसपर्स ने भी फ्लिपकार्ट में अपनी हिस्सेदारी जो 11.8 % थी उसने भी अपना हिस्सा वालमार्ट को बेच दिया । जो यह सौदा 14,740 करोड़ रुपये में किया गया था ।
फ्लिकार्ट की आलोचना –(flipkart kis desh ki company hai-flipkart in hindi-फ्लिपकार्ट कहा की कंपनी है)
साल 2014 को, फ्लिपकार्ट के एक डिलीवरीमैन ने प्रोडक्ट डेट समय , हैदराबाद में एक गृहिणी के साथ छेड़छाड़ किया था जिसके बाद वह गृहणी ने फ्लिपकार्ट पर मुकदमा दायर किया था , जिसमें ऑफ़लाइन डिलीवरी सेवाओं को और ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए नियमों की कमजोर होने का हवाला दिया था
इसके बाद साल 2014 को फ्यूचर ग्रुप ने भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के पास शिकायत किया था जिसमें उन्होंने तथ्य सामने रखा की फ्लिपकार्ट के बिग बिलियन डेज़ डिस्काउंट के समय अन्य खुदरा विक्रेताओं के प्रति हिंसक तरीके से कीमतों में कटौती करते हैं जिसका मंत्रालय ने कहा कि वह इस शिकायतों में ध्यान देंगे और यही कारण है की उस तरह के ऑफर आज तक नहीं आये ।
2015 में, फ्लिपकार्ट की महतवपूर्ण सखाये एवं ईकार्ट के साथ काम करने वाले लगभग 400 डिलीवरी अधिकारी हड़ताल पर चले गए जिसका मुख्य वजह खराब कामकाज ,सात दिन का कार्य सप्ताह, विस्तारित घंटे, स्वच्छ शौचालयों , चिकित्सा सहायता और दुर्घटनाओं में शामिल बाइक सवारों के लिए मदद आदि की कमी शामिल है
2016 में, डिलीवरी एक्जीक्यूटिव नंजुंदा स्वामी की हत्या एक ग्राहक द्वारा कर दी गई थी, जिसके मुख्य वजह उत्पाद के लिए भुगतान था फिर इसके बाद फ्लिपकार्ट ने एक सुरक्षा पहल शुरू की – ‘प्रोजेक्ट नंजुंडा‘ नामक एप लांच किया इसमें मोबाइल ऐप में एक sos बटन शामिल था जिसका इस्तेमाल आपात स्थिति में फील्ड एक्जीक्यूटिव द्वारा किया जा सकता है
फ्लिपकार्ट को सर्विस के दौरान कई तरह के परेशानी का सामना करना पड़ा है जिसमे विक्रेताओं भी शामिल है और यहां तक कि उनमें से कुछ ने फ्लिकार्ट का साथ भी छोड़ दिया है। इनमें से कुछ विक्रेताओं के प्रति कथित अनुचित नीतियां, एक सक्षम रसद सेवा की कमी, और ग्राहक रिटर्न शामिल हैं जो उपभोक्ता धोखाधड़ी का परिणाम को दर्शाता हैं
फ्लिपकार्ट ने फंडिंग कहा से इकठ्ठा किये
flipkart का सुरुवाती बजट मात्र INR 400,000 (US$5,300) था फिर इसके बाद वेंचर कैपिटल फर्म एक्सेल इंडिया से यूएस$1 मिलियन की फंडिंग मिलाऔर टाइगर ग्लोबल से 2010 में US$10 मिलियन और जून 2011 में US$20 मिलियन से फंडिंग जुटाने में सफलता प्राप्त की थी ।
24 अगस्त 2012 को, फ्लिपकार्ट ने नैस्पर्स ग्रुप और ICONIQ कैपिटल से कुल US$150 मिलियन की कमाई किया था और फंडिंग के अपने चौथे दौर पूरा होने की घोषणा की। कंपनी ने 10 जुलाई 2013 को घोषणा कर यह बताया की उसने नैस्पर्स,टाइगर ग्लोबल, आइकोनिक कैपिटल और एक्सेल पार्टनर्स सहित मौजूदा निवेशकों से अतिरिक्त 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं।
वित्त वर्ष 2008-2009 में फ्लिपकार्ट की रिपोर्ट की गई बिक्री 40 मिलियन डॉलर , FY 2009-2010 में ₹200 मिलियन डॉलर और वित्तीय वर्ष 2010-2011 में ₹750 मिलियन (US$10 मिलियन) थी। इसके बाद फ्लिपकार्ट ने वित्तीय वर्ष 2012-13 के लिए ₹2.81 बिलियन के नुकसान की सूचना दी और उसी साल जुलाई 2013 में निजी इक्विटी निवेशकों से $160 मिलियन जुटाने में सफल हुए ।
अक्टूबर 2013 में, फ्लिपकार्टसोफिना एसए ने यह साफ़ बताया गया कि मौजूदा निवेशक टाइगर ग्लोबल से आने वाले फंडिंग के अलावा नए निवेशकों मॉर्गन स्टेनली वेल्थ मैनेजमेंट, ड्रैगनर इन्वेस्टमेंट ग्रुप , वल्कन इंकऔर से अतिरिक्त यूएस $ 160 मिलियन जुटाए थे।
साल के अंत 2014 में, दूसरे दौर की फंडिंग से $700 मिलियन मिलने के बाद, फ्लिपकार्ट का मार्केट कैप 11 बिलियन डॉलर हो चूका था। अब इसी साल फ्लिपकार्ट ने सार्वजनिक कंपनी बनने के लिए सिंगापुर की मौजूदा कंपनी नियामक एसीआरए के साथ अपने फाइलिंग आवेदन की घोषणा की थी ।
अब इसने और भी कई तरह के कंपनी से फण्ड जुटाने में पीछे नहीं रहा और 19 सितंबर 2018 को, फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस सिंगापुर ने फ्लिपकार्ट इंटरनेट में 3,463 करोड़ रूपए का निवेश किया था ।
फ्लिकार्ट को सबसे ज्यादा लाभ देनेवाला प्रोडक्ट
साल 2014 को फ्लिपकार्ट ने अनन्य भारतीय रिटेलर बनने के लिए मोटो जी स्मार्टफोन के निर्माता मोटोरोला मोबिलिटी के साथ भागीदारी की और मोटोरोला ने अपना मोबाइल MOTO E को फ्लिपकर्ट पर लांच किया था ।
जो मुख्य रूप से भारत जैसे उभरते बाजारों और लोगों की जरुरत के मुताबिक लक्षित फ़ोन था । आपकी जानकारी के लिए बता दू 14 मई को आधी रात को लॉन्च होने के बाद फोन की अत्यधिक मांग के वजह से फ्लिपकार्ट की वेबसाइट क्रैश हो गई थी ।
इसके बाद दूसरी मोबाइल निर्माता कंपनियां भी पीछे नहीं रही जिसमे mi भी फ्लिपकार्ट पर जुलाई 2014 में Xiaomi Mi 3 स्मार्टफोन्स भारतीय में लॉन्च किए जिनके 10,000 डिवाइस लगभग 5 सेकंड के अंदर ही बिक गए ।
फिर इसके बाद एक चमत्कार हुआ जिसे आज कोई नहीं किया Redmi 1S और Redmi Note और 2017 में माइक्रोमैक्स का यू यूनिक आदि के मॉडल को सेल करते हुए फ्लिपकार्ट ने 2017 में सभी भारतीय स्मार्टफोन शिपमेंट का 51% हिस्सा प्राप्त किया जिसमे अमेज़न इंडिया (33%) को पछाड़ दिया था ।
इस तरह यदि देखा जाए तो केवल मोबाइल की बिक्री के दम पर flipkart ने और भी कई दूसरे प्रोडक्ट को बेचने का मौका नहीं गवायाँ । जहां त्यौहार में मोबाइल की बिक्री हर साल नए रिकॉर्ड बना रहे थे वही दूसरी तरफ दूसरे प्रोडक्ट जैसे टीवी , फ्रिज , ऐसी , होम थिएटर , कपडे , घरेलू सामान आदि की सेल्लिंग भी चरम पर थी ।
जहां सुरुवात में फ्लिपकार्ट केवल किताबे की ऑनलाइन बिक्री से सुरुवात किया था मात्रा 5 साल में ही flipkart के वेबसाइट पर हमारे दैनिक जीवन से जुड़े हर तरह के सामान बिकने सुरु हो चुके थे जिसके लिए खरीददार भी थे और दुकानदार भी ।
flipkart big billion day की सुरुवात कैसे हुई
साल 6 अक्टूबर 2014 को, कंपनी की वर्षगांठ के सम्मान मेंऔर दीवाली के अवसर पर , फ्लिपकार्ट ने एक बड़ी बिक्री आयोजित किया जिसे उसने “बिग बिलियन डे” का नाम दिया और प्रचारित किया।
इस घटना ने ट्रैफ़िक में इतनी ज्यादा वृद्धि ला दिया की मात्र 10 घंटों में 100 मिलियन डॉलर मूल्य के सामान की बिक्री की जा चुकी थी और सोशल मीडिया के द्वारा बिग बिलियन डे दौरान किए गए साइट के अनुभव , तकनीकी मुद्दों और स्टॉक की कमी के कारण इस घटना को आलोचना भी खूब मिली।
बिग बिलियन डे इवेंट की सफलता को देखते हुए फ्लिपकार्ट ने अक्टूबर 2015 में फिर से और भी ज्यादा प्रोडक्ट और मजबूती के साथ अपने कस्टमर के सामने पेश किया और साथ में ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए अधिक पूर्ति केंद्रों की शुरुआत की।
फ्लिपकार्ट ने इस आयोजन के दौरान $300 मिलियन डॉलर का रिकॉर्ड व्यापार प्राप्त किया था जिसमें सबसे बड़ा वॉल्यूम फैशन बिक्री से और मोबाइल की बिक्री से आया था और आपको बता दे की 2017 में, फ्लिपकार्ट ने अपने big billion days प्रमोशन में 20 घंटे में रिकॉर्ड 1.3 मिलियन फोन बेचे थे ।
निष्कर्ष (flipkart kis desh ki company hai-flipkart in hindi-फ्लिपकार्ट कहा की कंपनी है)
उम्मीद करता हूँ आपको मेरा यह लेख flipkart malik name या फ्लिपकार्ट हिंदी में या flipkart which country कैसा लगा आप चाहे तो अपनी राय हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं या फिर किसी सवाल को भी कमेंट में जरूर पूछे जिसका उत्तर जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।