chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga

chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga

दोस्तों आज हम चक्रासन योगा के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे जिसमे मैं इस लेख में इससे होने वाले फायदे और नुक्सान , चक्रासन के प्रकार , चक्रासन कैसे करे , अथवा शरीर के किस अंग के लिए इसे किया जाता हैं आदि ।

आज हम एक ऐसे योग के बारे में बात करेंगे जो तेजी के साथ पेट की चर्बी कम करने में सक्षम हैं और इसके अलावा चेहरे में निखार , लंग के लिए लाभदायक , रीढ़ की मजबूती के लिए , पीठ दर्द से छुटकारा पाने आदि और भी बहुत सारे शरीरिक लाभ प्राप्त करने हेतु इस आसान को अपने लिस्ट में जरूर शामिल करे ।

यदि आप लम्बे समय तक स्वस्थ और फिट रहना चाहते है और योगा करने में रूचि रखते हैं तो आपको निश्चित ही इस आसान को करना चाहिए क्योंकि आज के समय में पूरी दुनिया योगा करने और अपने शरीर को सवस्थ रखने में तत्पर हैं ।

ऐसा इसलिए है क्योंकि पुरे दुनिये भर में अधिकतर लोग मोटापे का शिकार हैं और जब मोटापे की बात आती हैं तो chakrasan का जिक्र जरूर होता हैं और होना भी चाहिए ।

यही एक ऐसा तत्काल शरीर के चर्बी घटाने वाले exercise हैं जिसे लोग करना पसंद करते हैं हाँ यह सही है की पहली बार में करना थोड़ा कठिन हैं लेकिन धीरे धीरे अभ्यास करने के बाद इसे करना आसान हो जाता हैं ।

what is chakrasana yoga

मुख्य रूप से चक्रासन दो शब्दों से मिलकर बना हैं जिसका अर्थ यानी की “चक्र” का मतलब चरखा या पहिया होता हैं और “आसन” का मतलब मुद्रा होता हैं अथार्त पहिया वाला मुद्रा में आना इसका असली अर्थ हैं । जब इस आसन को किया जाता है तब एक पहिया के अकार जैसा दिखाई देता है इसलिए इसे चक्रासन कहा जाता हैं ।

कपालभाति  मैडिटेशन

चक्रासन के फायदे –(chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga)

शरीर को फिट और स्वस्थ रखने के लिए चक्रासन (chakrasana in hindi )एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं और यह एक बेहतरीन योगा हैं इसके साथ ही इसके निरंतर अभ्यास करने से होने वाले लाभ के बारे में निचे विस्तारपूर्वक बताया गया हैं ।

  • पेट की चर्बी कम करने में सहायक

निकला हुआ पेट कम करने के लिए चक्रासन (wheel pose in hindi ) एक सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि इसके निरन्तर करने पर पेट की अतिरिक्त चर्ब कम हो जाती है और साथ में जांघ और कमर में जमी फैट भी कम होती हैं ।

यह सबसे ज्यादा पेट की चर्बी कम करने के लिए इतना इफेक्टिव है की मात्र कुछ दिन करने के बाद ही आपको फर्क महसूस होने लगता हैं क्योंकि इसे करते समय पेट पर ज्यादा प्रभाव पड़ता हैं ।

  • कमर मजबूत बनाने में 

कमर एवं रीढ़ की हड्डी को मजबूती प्रदान करने के लिए yoga chakrasana फायदेमंद होता हैं। नियमित रूप से चक्रासन योगा करने पर कमर मजबूत और लचीली बनता हैं एवं जिन लोगों को घंटो बैठकर काम करने की आदत है  उन्हें सुबह में खाली पेट चक्रासन जरूर करना चाहिए।

  • जांघ का फैट कम करने में 

जांघों को मजबूत बनाने के लिए भी चक्रासन योग  किया जाता हैं। इसके करने से जांघों पर दबाव पड़ता हैं जिससे जांघो की मासपेशियां मजबूत होने लगती है और जांघों में जमी अतिरिक्त फैट कम हने लगती हैं।

चक्रासन के फायदे  उन लोगों के लिए बेहतरीन विकल्प हैं जो अपनी जांघों में जमी चर्बी के वजह से ठीक से बैठ या उठ नहीं सकते हैं और इसे कम करना चाहते हैं तो चक्रासन जोर करें ।

धनुरासन  हलासन 
  • चेहरा चमकाने के लिए -( चक्रासन के लाभ  )

यह चेहरे पर निखार लाने के लिए भी  उपयोगी आसन मन जाता हैं क्योंकि चक्रासन की अवस्था में शरीर में ब्लड तेजी से बहता है जो चेहरे और हमारे स्किन के लिए फायदेमंद हैं।

इस आसन को रोज करने से चेहरे में चमक बढ़ने के साथ स्किन लंबे समय तक स्वस्थ और जवां रहती हैं जिससे एंटी – एज की फाइलिंग नहीं आती हैं ।साथ ही चक्रासन से चेहरे से जुडी अन्य परेशानियां जैसे झाइयां , कील -मुंहासेऔर झुर्रियां भी दूर होती हैं।

  • पाचन क्षमता में स्ट्रांग करने में 

पाचन शक्ति को मजबूत बनाने के लिए भी chakra asan का अभ्यास करना लाभकारी शाबित होता हैं। हम यह जानते है की खाना जल्दी और अच्छी तरह पचाने के लिए  पाचन शक्ति मजबूत होना बहुत जरुरी हैं ।

जिसके कारण शरीर विभिन्न रोगों से दूर रहने में मदद मिलती है जिन लोगों की पाचन शक्ति अच्छी नहीं है उन्हें सुबह – सुबह चक्रासन का नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए।

  • लंग के लिए 

chakra asana की अवस्था में छाती और फेफड़ों में खिंचाव उत्पन्न होता हैं जिससे फेफड़े स्वस्थ और मजबूत रहते हैं। इसके साथ ही यदि आप सिगरेट के सेवन कर रहे हैं तो उसे छोड़ दे तभी आपको लाभ मिलेगा ।

  • पेट की परेशानी दूर करने में 

पेट की परेशानियों जैसे खाना का अपच , एसिडिटी, कब्ज और गैस के लिए भी चक्रासन कर सकते हैं। पेट की इन बीमारियों को दूर करने के लिए दवाई या चूर्ण का सेवन ना करके  नियमित चक्रासन योग का सहारा लेना चाहिए।

  •  तनाव  में 

अवसाद या तनाव से निजात पाने के लिए भी chakrasanam का अभ्यास लाभदायक होता हैं। इस आसन को निरंतर करने से मन शांत एवं दिमाग बेहतर ढंग से कार्य करता हैं ।

पद्मासन  व्रजासन 

types of chakrasana in hindi-(chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga)

वैसे तो चक्रासन करने के तरिके बहुत सारे हैं परन्तु उनमे से जो महत्वपूर्ण और ज्यादा लाभ देने वाले चक्रासन हैं उन्ही के बारे में निचे बताया गया हैं यदि आपको चक्रासन करने में कठिनाई हो रही हैं तो इन्हे भी आजमा सकते हैं ।

अर्ध चक्रासन-ardha chakrasana

ardha-chakrasana

इस आसान को इंग्लिश में half wheel pose कहा जाता हैं । जैसा की नाम से पता चलता है की इस आसान में हमारा शरीर गोल पहिये की अरधकार अकार में आ जाता हैं ।

यह मुख्यतः तीन शब्दों से मिलकर बना है अर्ध का मतलब आधा , चक्र का मतलब पहिया एवं आसन का मतलब मुद्रा होता हैं और इस आसन को बेसिक लेवल के लिए बांया गया हैं जिससे आप सुरुवाती चरण में इस आसन को चुन सकते हैं क्योंकि इसे करना बेहद आसान हैं ।

यदि आपको अपने शरीर की आर्म और कन्धा , लोअर बैक , अपर बैक , चेस्ट एवं गर्दन को मजबूत बनाना है तो इस आसन का रोज अभ्यास कर सकते हैं । इसे कुछ दिन तक करने से जरूर लाभ मिलेगा ।

अर्ध चक्रासन के फायदे – ardha chakrasana benefits in hindi

यह आसन करने से कंधे और छाती में विस्तार करता है और साथ में लंग में खिचाव पैदा करता हैं । यह हमारे शरीर के पिटूटेरी ग्लैंड एवं थाइरोड ग्रंथियों को उत्तेजित करता हैं । यदि आप पीठ के निचले वाले हिस्से में दर्द से परेशान है तो इस आसान से आपको जल्द राहत मिल सकती हैं ।

इसके साथ ही यह आसन अस्थमा और ऑस्टियोपोरोसिस को ठीक करता हैं । इस आसन को करने से दिनभर शरीर ऊर्जा से भरपूर रहता हैं एवं तनाव से भी मुक्ति दिलाने में सक्षम हैं ।

ताड़ासन  अनुलोम – विलोम 

अर्ध चक्रासन करने की विधि-( ardh chakra asana in hindi)

  • सबसे पहले सूर्य की तरफ मुख करके सीधे खड़े हो जाए और हाथ को ऊपर करके प्रणामासन पोज़ में आ जाए
  • हाथ शरीर के साथ रहते हुए पैर को सीधा रखें
  • अपने शरीर के वजन को दोनों पैर में सामान रूप से बाँट दे
  • सांस खींचते हुए हाथों को ऊपर उठाये
  • हथेलियां एक दूसरे के सामने रहना चाहिए 
  • अब सांस छोड़ते हुए palvis को आगे की तरफ मोड़े।
  • पीछे झुकते हुए अपने हाथ को कान , कुहनी , और घुटनो के सीधे रखें 
  • इसके बाद सर और छाती को ऊपर की तरफ उठा ले
  • इस मुद्रा में कुछ देर तक रहे और साँस को साधारण तरिके से लेकर छोड़ते रहे

ध्यान देनेवाली बातें ,(chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga)

  • इस आसन को करने के लिए सुबह का समय चुने
  • आसान करते वक़्त पेट खाली रहना चाहिए
  • यदि रीढ़ की हड्डी में दर्द है तो इस आसन को कभी नहीं करे 
  • डायरिआ या अस्थमा होने पर इस आसन को नहीं करे 
  • गर्दन में दर्द की शिकायत होने पर इसे ना करे
  • दिल और हाई ब्लोड्ड प्रेशर वाले लोग इस आसन को नहीं करे
  • यदि करने में परेशानी हो यही है तो आप अपने ट्रेनर की मदद ले सकते हैं और कुछ दी के अभ्यास के बाद इस आसन को करते समय किसी कि मदद की जरुरत भी नहीं पड़ती हैं ।
शीर्षासन 

पूर्ण चक्रासन- purn chakrasana

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इस आसन को कना बहुत कठिन हैं लेकिन धीरे – धीरे अभ्यास करके इसे किया जा सकता हैं और इस आसन को सबसे कठिन आसन भी माना जाता हैं । यदि आप पहली बार योग कर रहे है तो इसे न करे बल्कि कुछ दिन के बाद जब शरीर लचीला हो जाए तब इसे सुरु कर सकते हैं ।

पूर्ण चक्रासन के फायदे

  • यह आसन हमारे शरीर के तंत्रिका तंत्र को मजबूत बनाता हैं और पाचन तंत्र से जुड़े सभी अंग को शक्ति देता हैं ।
  • दिल से जुडी सभी मांसपेशिया को ताकत देता है एवं उसे फ़िल्टर भी करता हैं ।
  • हमारे शरीर के हार्मोन को बैलेंस करता हैं जिससे स्त्री हो पुरुष दोनों को हार्मोन से जुडी समस्या से छुटकारा मिलती हैं ।
  • यह आसन हमारे रक्त को सुध करने के साथ उसके गति को सामान्य बनाये रखता हैं ।

पूर्ण चक्रासन / चक्रासन करने की विधि  

  • सबसे पहले पीठ के बल लेट जाए
  • अब दोनों घटना को मोड ले
  • इसके बाद अपने हाथ को कंधे के निचे इस प्रकार रखें की उनकी उंगलियां पैर तरफ एवं पंजा जमीं की तरफ रहे
  • हाथ और पैर के बिच में लगभग कंधे जितनी दुरी बनाये
  • अब लम्बी सांस ले और पैर एवं हाथ को छोड़कर पुए शरीर को हवा में ऊपर की तरफ उठा ले
  • इसके बाद धीरे – धीरे पैर और हाथ के बिच की दुरी को कम करने का प्रयाश करे और एक गोलाकार शेप में आने की कोशिस करे
  • अपनी क्षमता अनुसार जितनी देर हो सके रुके और सांस को सामान्य रखें  फिर धीरे – धीरे सर निचे करते हुए फिर पूरा शरीर निचे की तरफ ले जाए और सामान्य अवस्था में आ जाए ।
कटी चक्रासन – kati chakrasana/katichakrasana

कटी-चक्रासन

मुख्य रूप से कटिचक्रासन तीन शब्दिं से मिलकर बना हैं जिसका वास्तविक अर्थ यानी की कटी का मतलब कमर , चक्र का मतलब पहिया एवं आसन का का मतलब मुद्रा होता है यदि इसे पूरा पढ़े तो कमर को मोड़कर चक्र की अवस्था में आना होता हैं

कटी चक्रासन के लाभ / फायदे 

इस आसन को करके मोटापा को कम किया जा सकता है लेकिन इसके लिए सही पोज़ में आसन करना बहुत जरुरी है और यह काफी देर तक इस अवस्था में रहने पर भी निर्भर करता है तभी आप अपने वजन को कम कर सकते हैं

कमर दर्द से छुटकारा पाना हो या फिर कमर को पतला करना हो इन दोनों में लाभ पाने के लिए यह आसन सहयोग करता हैं इसलिए यह आसन महिलाओ के लिए सबसे उचित आसन माना जाता हैं और इसके अलावा कमर को मजबूती भी प्रदान करता हैं

छाती को चौड़ा और सही अकार में लाने के लिए यह आसन बिलकुल परफेक्ट शाबित होता हैं और इसके साथ सांस सम्बन्धी रोग से निजात पाना हो या फिर लंग के लिए भी यह सबसे उचित योग हैं । इसके अलावा कबज के शिकायत वाले लोग भी इस आसन को करके कुछ दिनों में लाभ पा सकते हैं पाचन से जुडी सभी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं

कटी चक्रासन करने की विधि 

  • सबसे पहले सीधे कहे हो जाए
  • अब अपने दोनों पैर की दुरी को 12 के फासले पर रखें
  • इसके बाद अपने ब्याह एवं छाती को सामने की तरफ फैला ले
  • अब सांस लेकर और सांस धीरे – धीरे छोड़ते हुए कमर के ऊपर वाले हिस्से को दायी तरफ ले जाए
  • अब वापस अपने पहले वाले स्थित में आ जाए
  • इसके बाद यही प्रक्रिया बायीं  तरफ भी करे ऐसा आप 5 से 10  बार करे
अर्धकटी चक्रासन-ardhakati chakrasana

अर्धकटी-चक्रासन

 

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले सामन्य अवस्था में खड़े हो जाए फिर इसके बाद अपने दाए हाथ को ऊपर की तरफ उठा ले और बाए हाथ को निचे की तरफ सीधा रखें । इसके बाद अपने कमर के ऊपर के शरीर को बायीं तरफ झुकने दे ।

इस पोज़ में कुछ देर तक स्थिर रहे रहे अब धीरे – धीरे फिर से उसी अवस्था में आ जाए इस आसन को करते वक़्त अपने सांस लेने की प्रक्रिया को सामान्य रखें । अब अपने पहले वाले पोज़ में आ जाये जैसा की 4 नंबर चित्र में दिखाया गया है ।

अब इस परक्रिये को हमे दूसरे साइड भी करना हैं इसके लिए अपने बाए हाथ को ऊपर की तरफ ले जाए और दाए हाथ को निचे की तरफ रखें और अपने कमर के ऊपर वाले हिस्से को बाए तरफ मोड और इस अवस्था में कुछ देर रहने के बाद सामान्य अवस्था में आ जाए । इस आसन को रोज 5 से 10 बार करने का प्रयाश करे ।

benefits of ardha kati chakrasana-(chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga)

  • रीढ़ को अच्छा पार्श्व झुकने और खिंचाव प्रदान करता है ।
  • कूल्हों के लचीलेपन में सुधार करता है।
  • पार्श्व थोरैसिक मांसपेशियों को खिंचाव देता है और उन्हें रक्त की आपूर्ति बढ़ाता है।
  • उदर क्षेत्र और कमर में जमा चर्बी को कम करता है, कमर को टोन करता है।
  • कमर, कूल्हों और पेट के आसपास की मांसपेशियों को टोन करता है।

निष्कर्ष (chakrasana benefits-chakrasana ke fayde-chakrasana yoga)

दोस्तों आपको मेरा यह आर्टिकल chakrasana benefits in hindi या chakrasana hindi कैस लगा अपनी राय हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं यदि आपके कोई सवाल है तो उसे भी कमेंट में जरूर पूछे जिसका उत्तर जल्द से जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।

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