anxiety meaning in hindi-anxiety in hindi-anxiety ka hindi meaning

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आज हम इस आर्टिकल में anxiety के बारे में जानेंगे जिसमे मैं इसका हिंदी अर्थ बताने के साथ इसकी पूरी डिटेल में जानकारी हासिल करेंगे क्योंकि यह हमारे शरीर में पाए जानेवाले रोग से सम्बन्ध रखता हैं ।

इसलिए यह जरुरी है की anxiety in hindi meaning जानने के साथ आपको इसके बारे में और इस लेख में दिए गए पूरी जानकारी जरूर पढ़ना चाहिए जो आपके फ्यूचर में काफी मदद कर सकता हैं ।

what is the meaning of anxiety in hindi

उच्चारण 

anxiety – एंग्जायटी 

anxiety meaning in medical term in hindi या हिंदी अर्थ , चिंता , सोच , घबराहट आदि होता हैं सबसे ज्यादा anxiety को  लोग चिंता के नाम जानते हैं ।

एंग्जायटी मीनिंग इन हिंदी

एंग्जायटी का मतलब  तो आपको मालूम चल गया होगा परन्तु मेडिकल भासा में यह  मानसिक रोग है, जिसमें मरीज को बैचेनी के साथ नकारात्मक सोच , चिंता और डर का आभास होता है ।

जैसे, अचानक हाथ -पैर का कांपना, ज्यादा पसीने आना आदि । अगर समय रहते इसका इलाज नहीं किया गया तो आगे चलकर बहुत खतरनाक हो सकता है और मिर्गी बिमारी में भी तब्दील हो सकता है ।

एंग्जायटी (Anxiety) नामक बिमारी अवसाद, निराशा व दुःख से जन्म लेती है। जब हम और आप , अपनी भावनाओं को अनदेखा करने लगते हैं तो वे हमारे दुःख का मुख्य वजह बन जाती  हैं। ठीक इसी प्रकार, नजरअंदाज किए जाने पर अवसाद एंग्जायटी का रूप में बदल सकता हैं ।

एंग्जाइटी के लक्षण और उपाय-anxiety symptoms in hindi

किसी भी बिमारी का कोई न कोई मुख्य लक्षण होता है जिससे हमे उस बिमारी के होने का पता चलता हैं इसलिए anxiety के भी कुछ लक्षण हैं जिसे इसके होने के बारे में पुख्ता करता हैं तो चलिए उन तमाम लक्षण के बारे में भी जान लेते हैं ।

  • किसी भी वस्तु के लिए अनावस्यक आग्रह करना
  • जल्दी निराश हो जाना
  • बिना कारण बैचेनी जैसा महसूस होना
  • फालतू विचारों के बारे में सोचना
  • गैर जरुरी वस्तु के पार्टी ज्यादा लगाव
  • मांसपेशिया में तनाव
  • पुरानी बातों को याद करके बैचेन हो जाना
  • बार – बार मरने का ख्याल आना या कोई आपको मार देगा
  • जीवन के प्रति कोई रूचि नहीं रखना अथार्त जीवन से निराश हो जाना
  • लिफ्ट में अकेले जाने से डरना
  • लोगों से बात करने में डरना
  • लोगों के सामने जाने से डरना
  • सांस फूल जाना
  • छाती में खिचाव जैसा महसूस करना
  • बेवजह चिंता करना
  • हिर्दय गति का तेज होना

what is anxiety in hindi

इसके अलावा जी मिचलाना या उलटी जैसा महसूस होना इसी के लक्षण हो सकते हैं । अगर आपको ऐसा आर बार महसूस हो रहा हो तो निश्चित ही जल्दी से कोई डॉक्टर से चेकअप कराये ।

इसलिए इससे बचे का सबसे सरल तरीका अपने सोच या विचार को एक निश्चित सिमा से आगे बढ़ने से रोके किसी एक चीज के बारे में ज्यादा नहीं सोचे यदि आप अपने विचार को काबू नहीं करेंगे तो यह आगे चलकर anxiety का रूप ले लेगी ।

anxeity के प्रकार 

इस बिमारी को मुख्य रूप से छाव भाग में बांटा गया हैं जिसकी सूचि निचे आप पढ़ सकते हैं और उन सभी का इलाज संभव है और इसके ट्रीटमेंट क्यों इसके बारे में भी आगे बताया गया हैं ।

  1. घबराहट
  2. डर या फोबिआ
  3. पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर
  4. सामाजिक चिंता प्रकार
  5. अनियंत्रित जुनूनी प्रकार
  6. सामान्य एंग्जायटी

anxiety ke lakshan-एंग्जाइटी के लक्षण-(anxiety meaning in hindi-anxiety in hindi-anxiety ka hindi meaning)

अब हम उन लक्षण को पुरे विस्तार से जानने की कोशिस करते हैं जिससे हम अपने जीवन में ऐसी परिस्थिति बनने नहीं दे जिससे हमे इस गंभीर रोग से सामना हो सके तो चलिए उसे भी जान लेते हैं ।

  • ज्यादा चिंता करना 

छोटी – छोटी बातों पर ज्यादा चिंता या सोचने से बचना चाहिए (anxiety ke sharirik lakshan)और ऐसा बार होने के वजह से आप किसी महत्वपूर्ण काम को भी ठीक से नहीं कर पाएंगे इसलिए बेवजह बार – सोचना anxiety के लक्षण होते है ।

  • तनावपूर्ण घटना 

कार्य का बोझ , घर की जिम्मेदारी , प्रेमिका से ब्रेकअप , किसी पिरय का निधन आदि सभी तनाव के वजह हैं ।

  • पारिवारिक इतिहास 

जिन लोगों के पिछले परिवार या घर के सदस्य को मानशिक बिमारी की समस्या सभी लोगों में देखि गयी हो उनमे यह बिमारी या ocd विकार एक पीढ़ी से दूसरी पढ़ी में जा सकती हैं ।

  • किसी अन्य बीमारी के कारण 

थायरॉयड , दमा की बीमारी, डायबिटीज या हृदय रोग आदि या फिर जो लोग पहले से अवसाद के मरीज हो वे सभी बहुत जल्दी anexiety की चपेट में आ सकते हैं डिप्रेसन से जूझ रहे लोग पहले से ही कमजोर होते हैं और धीरे – धीरे उनकी कार्य करने की क्षमता में गिरावट आने लगती हैं जो आगे चलकर काम का तनाव बढ़ जाता है और वे एंग्जायटी के चपेट में आ जाते हैं ।

  • नशीला पदार्थ 

उदाशी , गम , पीड़ा , आदि से जल्द छुटकारा पाने या भुलाने के लिए लोग नशा करना शुरू कर देते है जो किसी भी रूप में हो सकता हैं लेकिन किसी तकलीफ से बाहर निकलने का इलाज यह नहीं हैं यह आपको और भी ज्यादा बढ़ा देता है जिसके कारण आप एक दिन anexiety के रोगी बन सकते हैं ।

एंग्जायटी के परिणाम 

अभी तक हमने सिर्फ इसके लक्षण के बारे जाना है लेकिन इसके होने के बाद हमारे शरीर में किस तरह के बदलाव देखने को मिलते है अथवा इसके परिणाम क्या हो सकते है उसके बारे में निचे बताया गया हैं ।

  • संतुस्टी का अभाव 

anxiety बिमारी किसी भी पीड़ित मरीज को संतुस्टी का अनुभव नहीं होने देता हैं इसलिए उसे सदा दुःख का एहसास बना रहता हैं । इसलिए वह संतुस्टी भरा जीवन जीने में असमर्थ होता हैं ।

  • समाज से कटा रहना 

इससे पीड़ित लोगों को समाज में रहने से डर लगता है और ऐसा इसलिए होता है क्योंको उन्हें लगता हैं की उनकी बातों का समाज कोई अहमियत नहीं देगा इसलिए बिना प्रयाश किये वे समाज से कटे रहते हैं ।

  • घबराहट या दौरा पड़ना 

अक्सर इससे पीड़ित लोगों को घबराहट का दौरा पड़ने लगता है जिसके वजह से उनके धड़कने बहुत तेज हो जाती हैं और पसीना भी खूब निकलता हैं ।

  • पर्याप्त नींद का अभाव 

इससे पीड़ित लोग रात में अपनी नींद पूरा नहीं कर पाते हैं इसलिए आधी रात में जग जाना , सोते हुए गिर जाना , रात में नींद खुलने से फिर नींद का ना आना आदि सभी इसी के वजह से होता हैं ।

  • चिड़चिड़ापन हो जाना 

एंग्जायटी के वजह पीड़ित में चिड़चिड़ापन के सवभाव देखने जाते है जिसमे वे छोटी बात पर गुस्सा हो जाते हैं जिसे उनका करैक्टर दूसरे लोगों की नजर में गिर जाता है और इस वजह से पीड़ित भी लोगों के िच जाने से डरते हैं ।

  • थकान का आना 

रोज की तरह यदि हमे ज्यादा थकान महसूस हो तो यह कोई आम समस्या है इसका पता जरूर लगाए यदि ऐसा नहीं और आपको सर दर्द , घबराहट आदि जैसी परेशानी है तो anxiety के लक्षण हो सकते हैं ।

anxiety treatment in hindi-एंग्जायटी ट्रीटमेंट इन हिंदी

हेल्थ ट्रीटमेंट के साथ आहार और कुछ शारीरिक गतिविधियों की मदद से इससे छुटकारा पाया जा सकता हैं लेकिन इस बिमारी को हलके में ना ले समय रहते डॉक्टर से जरूर इलाज कराये और उनके निर्देश का पालन करे ।

  • संगीत सुने 

संगीत एक ऐसी प्रक्रिया हैं जिससे आप हर तरह के तनाव से जुड़े समस्या से छुटकारा पा सकते हैं चाहे वो किसी भी तरह का गाना हो आप उसमे अपने मन पसंद संगीत का चुनाव कर सकते हैं । संगीत ब्लड प्रेशर , तनाव , डिप्रेसन को दूर करने मदद करता हैं ।

  • भोजन का समय फिक्स करे 

मन चाहे समय पर भोजन करना इस बिमारी को और भी ज्यादा बढ़ावा देता हैं इसलिए इस आदत को बदलते हुए कोई एक निश्चित समय तय करे नहीं तो यह आपके सीधे मानसिक स्थिति पर बुरा असर डाल सकता हैं ।

  • स्वस्थ आहार शामिल करे 

अपने डाइट में सबसे पहले जंक फ़ूड और तेल से तले हुए भोजन का वहिकार करे क्योंकि इस तरह के भोजन आपके सेहत के साथ आपके बिमारी को और भी गंभीर बना सकते हैं ।इसलिए अपने खाने में हरे – ताजा फल और सब्जी को शामिल करे साबुत अनाज और फैट वाले आहार का प्रयोग निरंतर करे ।

  • रोगी को अकेला नहीं छोड़े 

जैसा की हमने पहले यह बात जान लिया है की रोगी इस बिमारी में किसी एक चीज के बारे में ज्यादा गंभीर से सोचता है इसलिए यदि उसे अकेला छोड़ दिया जाए तो उसकी यह समस्या और भी ज्यादा हो जाएगी और वह और भी ज्यादा anexiety की चपेट में चला जायेगा इससे बेहतर यही है की उसे अकेला नहीं छोड़े ।

  • खुद को वयस्त रखें 

अपने आप को कभी खाली समय के लिए नहीं छोड़े खुद को कामों में बीसी रखें यदि आपका मुख्य काम ख़तम हो गया हैं तो किसी दूसरे काम जो आपका पसंदीदा काम हो जैसे गार्डन का सौक , फूटबाल , क्रिकेट , पढ़ने , संगीत सुनना आदि को इस्तेमाल करे ताकि आपके ऊपर कोई सोच हावी न हो सके ।

  • दिमाग को बैलेंस करे 

वैसे तो इस बिमारी में दिमाग को कंट्रोल करना कोई आसान बात नहीं है फिर भी आप धीरे – धीरे यह कोशिस सुरु कर सकते हैं क्योंकि जब आपका दिमाग कंट्रोल हो जायेगा तब यह बिमारी आपके अंदर से गायब हो जाएगी ।

इसका सबसे अच्छ तरीका है थोड़े ही देर के लिए सही एक कुर्शी पर बैठ जाए अपने पैरों को फैला ले अपने पीठ को पीछे की तरफ कुर्शी के पिछले हिस्से में टिका ले चाहे तो सुविधा के लिए तकिये का इस्तेमाल कर सकते हैं और थोड़े देर के लिए आँख बंद करके आराम करे इससे दिमाग में सब कुछ ठीक है का संकेत जाता हैं जिससे आपको जल्द इस बिमारी से उडबर्न में सहायता मिलती हैं ।

  • भारत में anexiety के आंकड़ें 

ऐसा नहीं है की आप इस बमारी में दुनिये में अकेले हैं केवल भारत में ही कुल 15.20% लोग ऐसे है जो anexiety के शिकार है और 15.70% लोग अवसाद का शिकार हैं  और इसमें ज्यादातर लोग अपनी नीं को पूरा करने में सक्षम नहीं है । इसमें सबसे ज्यादा युवा हैं जिसमे पुरुष के मुक़ाबले महिला इस बिमारी की चपेट में सबसे ज्यादा हैं ।

निष्कर्ष  (anxiety meaning in hindi-anxiety in hindi-anxiety ka hindi meaning)

आपको मेरा यह लेख depression and anxiety in hindi या एंग्जाइटी के लक्षण इन हिंदी कैसा लगा हमे कमेंट के माध्यम से जरूर बताये और कोई सवा को भी हमसे पूछ सकते हैं धन्यवाद ।

 

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