what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi

what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi

आज  इस लेख में गठिया का अचूक इलाज  के बारे में बात करने वाले हैं जिसमे उन jodo ke dard ka ayurvedic ilaj और कुछ चुनिंदा दवा के बारे में बतानेवाला हूँ जो आपके लिए बहुत फायदेमंद शाबित हो

  • गठिया रोग क्या है

शरीर के कम प्रतिरक्षा प्रणाली के वजह से हड्डी के जोड़ो में हो रही दर्द या सूजन को गठिया रोग कहा जाता है । यदि हम आयुर्वेद की भाषा में बताने की कोशिस करे तो यह शरीर के खराब वात दोष के कारण होता है इसलिए दोष के आधार पर इसे आयुर्वेदिक में तीन भाग में बाँटा गया हैं

1 ) आमवात या rheumatoid arthritis in hindi

रुमेटी गठिया को मुख्य रूप से आयुर्वेदिक में आमवात के नाम से जाना जाता हैं । इस बिमारी के होने का प्रमुख शरीर के वजह खराब अमा और वात से होता हैं । खराब पाचन के वजह से शरीर में जमा हुए विषाक्त पदार्थ को अमा तथा वात एक तरह से जैविक ऊर्जा का रूप है

2 ) ऑस्टिओआर्थरिटिस – osteoarthritis in hindi

osteoarthritis का हिंदी मतलब संधिगत वात होता हैं जो गठिया रोग का दूसरा रूप हैं और इसका अनुभव तब होता है जब हड्डी के जोड़ में वात अपना घर बना लेती हैं । यह हड्डी के जोड़ जैसे कुल्हा , रीढ़ की हड्डी , घुटना , यदि आदि में ज्यादा प्रभाव दाल सकता हैं एवं यह ज्यादा उम्र के लोग या फिर कैल्शियम के कमी के वजह से होता हैं

3 ) gout in hindi या वात रक्त 

खराब रक्त एवं वात के कारण यह रोग होता है जिसमे जोड़ो में गंदे रक्त और वात पैरो की ऊँगली में जमा होने लगते हैं । यह शरीरिक गतविधि की कमी और खट्टे , मसाले दार , नमकीन आदि जैसे वस्तु के सेवन करने पर होता हैं

गठिया रोग मे परहेज

यदि गठिया के वजह से आप परेशान है और कहीं आने जाने में दिक्कत  दिक्कत आ रही है  तो दवा के साथ – साथ जरुरी है की आप अपने खान – पान में भी विशेष ध्यान देना चाहिए इसलिए निचे बताये गए दवा का सेवन कर घुटने के दर्द को करें जड़ से खत्म  करे

  • ठंडी वस्तु के सेवन 

गठिया रोग से पीड़ित लोगो को ठंडी चीजों से दूर रहना चाहिए नहीं तो इससे आपकी परेशानी और भी बढ़ सकती हैं इसलिए फ्रिज में रखे हुए कसी भी ठंडी वस्तु जैसे दूध , दही , छाछ आदि के सेवन करना बंद कर दे और इसके साथ कुल्फी , आइसक्रीम , बर्फ का भी इस्तेमाल नहीं करे

  • प्रोटीन वाली वस्तु 

गठीय बीमारी में अधिक प्रोटीन वाले वस्तु को अपने डाइट में कभी शामिल नहीं करे इससे जितना परहेज करे उतना बढ़िया हैं इसलिए ज्यादा प्रोटीन युक्त सामान गठिया मरीज को बहुत ज्यादा परेशान कर सकता हैं

  • प्रोसेस्ड भोजन – (what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi)

प्रोसेस्ड किया हुआ खाने की कोई भी वस्तु जैसे पैकेट फ़ूड , स्नैक्स आदि का सेवन करना बंद कर दे जो केमिकल युक्त एवं प्रिजर्व होते हैं जो आपके परेशानी को और ज्यादा बढ़ा साकेत हैं

  • रेड मिट एवं फ्राइड 

फूडरेड मांस में सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं जो कोलेस्ट्राल और इंफलेमेसन का मुख्य वजह बन सकती हैं यदि आप जल्द से जल्द गठिया से छुटकारा पाना चाहते हैं तो और भी कई तरह के फ्राइड फ़ूड जैसे डोनेट्स और फ्रेंच फ्राई को खाना बंद कर दे

  • अखरोट से परहेज 

गठिया रोग से पीड़ित लोगों को अखरोट का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके सेवन से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा में इजाफा होता हैं जो गठिया रोग को प्रभावित कर सकता हैं इसलिए इसके सेवन से बचने की सलाह दी जाती हैं

arthritis symptoms in hindi- गठिया के लक्षण 

दर्द , सूजन एवं शरीर के किसी भाग में जकड़न का आना मुख्य रूप से गठिया के लक्षण माने जाते हैं । वैसे तो शरीर में यह रोग सूजन के रूप में धीरे – धीरे बढ़ना सुरु करता हैं लेकिन कई मामलो में यह तेजी के साथ भी हो सकता हैं ।

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यह लक्षण सभी लोगो में के जैसा नहीं हो सकता हैं और यह बिमारी हलके से दर्द के साथ समय – समय पर आते जाते रहता हैं लेकिन शरीर कमजोर हो तो यह बीमारी जोड़ो की दर्द के रूप में जगह बना सकता हैं ।

  • दर्द 

इस बिमारी में आपको शरीर के कोई सा भी हदी के जोड़ में दर्द हो सकता हैं और यह दर्द बहुत चुबने वाला एवं लगातार बना रह सकता हैं । यह विशेष रूप से सुबह या बहुत देर तक किसी स्थान में बैठे रहने से और भी बढ़ता है ।

  • जकड़न – (what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi)

गठिया रोग से पीड़ित वाले अंगो में जकड़न की समस्या भी आ जाती है जैसे उदाहरण के लिए यदि आपके हाथ के उँगलियों  में गठिया की समस्या है तो दर्द के दौरान आप उस ऊँगली को पूरी तरह मोड़ नहीं पाएंगे ।

यह भी ज्यादा देर बैठे रहने से बढ़ती है और ऑस्टियो आर्थराइटिस नामक गठिया में  होने वाले जोड़ों का दर्द बैठ कर उठने  के बाद 30 मिनट के भीतर दर्द समाप्त हो जाता है ।

  • सूजन वाली जगह लाल होना 

गठिया रोग से पीड़ित वाले जगह सूज कर लाल हो जाते हैं जिसे छूने पर नरम जैसा महसूस होता हैं , इसके शिकायत में कुछ लोगो को जोड़ो के आस पास के त्वचा के निचे गठिया कड़ी में जख्म जैसे महसूस होते हैं ।

वात रोग की आयुर्वेदिक दवा-ayurvedic medicine for knee pain in hindi

गठिया बाई का इलाज के लिए बाजार में ऐसी बहुत सारी आयुर्वेदिक दवाये हैं जिसके मदद से आप बाहर से मालिश करके या फिर दवा के माध्यम से खाकर इसका इलाज करा सकते है ।

  • गठिया का आयुर्वेदिक उपचार – धन्वन्तरम तेल 

धन्वन्तरम तेल एक तरह से आयुर्वेदिक तरिके से तैयार किया गया औसधि हैं  जो गठिया से पीड़ित लोगो के लिए बढ़िया दवा है । इसमें सूजन को कम करके रुमेटी गठिया को कंट्रोल करने की क्षमता होती है इसलिए यह एक तरह से रुमेटी गठिया और  ऑस्टियो आर्थराइटिस  के लिए मालिश वाला दवा हैं ।

यह दूसरे तरह के गठिया रोग के लिए भी प्रभावी दवा है जो पुरे दुनिया भर में इसकी डिमांड हैं और गठिया दर्द से बहुत जल्दी रहत देने के लिए भी जाना जाता हैं । इसके नियमित मालिश से बहुत पॉजिटिव रिजल्ट देखने को मिलते हैं । जोड़ो को ताकत देने के साथ इसके कोई दुस्प्रभाव भी नहीं हैं ।

  • अर्थराइटिस आयुर्वेदिक इलाज- मुरिवेन्ना आयल 

जोड़ो में दर्द और सूजन से पीड़ित लोगो के लिए यह सबसे सर्वश्रेष्ट तेल  हैं  जिसे आयुर्वेदिक तरिके से तैयार किया जाता हैं । यह तेल मुख्य रूप से सबसे शक्तिशाली जड़ी – बूटी के मिश्रण से बनाया जाता हैं जो गठिया दर्द से जल्द रहत दिलाता हैं ।

वात दोष को बैलेंस करके यह जोड़ो के सूजन को जल्दी ठीक कर सुधरने का काम करता हैं । इसे आप मालिश की तरह इस्तेमाल करने के साथ – साथ गर्म पानी में मौखिक रूप में 5 से 10 बून्द भी ले सकते हैं । इसके मालिश करने के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं लेकिन यदि आप और भी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले ।

  • गठिया रोग के उपाय – कोट्टामचुकादि तेल 

यह एक तरह से आयुर्वेदिक मालिश तेल है जो स्न्नायु दर्द को कम करने और वात विकार से जख्मी जोड़ो को ठीक करने के काम करता हैं । यह जोड़ो के दर्द से रहत दिलाने के लिए सफल मालिश आयल है जो जोड़ो से सम्बंधित दूसरे परेशानी को भी मरम्मत करने में सक्षम हैं ।

यह तेल मुख्य रूप से श्रेष्ट्र एंटी – इंफ्लेमेंटरी गुण तथा गठिया के इलाज में प्रभावी होने के वजह से इसे जोड़ो के दर्द वाले जगह में मालिश के द्वारा इस्तेमाल किया जाता हैं जो सभी तरह के गठिया रोग को ठीक करने सक्षम है । परन्तु यह रुमेटी और गाउट गठिया के लिए सबसे असरदार तेल माना जाता हैं

  • treatment of arthritis in hindi – पुनर्नवादि गूगुल्लु 

इस आयुर्वेदिक दवा में गुगुलु के साथ और भी अन्य जड़ी – बूटी जैसे – पुननरवा , त्रिकाती , त्रिफला  आदि इसके अलाव और भी शक्तिशाली जड़ी बूटी को मिक्स करके इस दवा को बनाया जाता हैं ।

यह वात रोग के लिए सबसे प्रभावी दवा है जो जोड़ो की सूजन को कम करने में मदद करता हैं । यह दवा जोड़ो के दर्द एवं सूजन को कम करने के साथ शरीर के अतिरिक्त वजन को कम करने में भी सहायक है ।

यह सभी तरह के गठिया रोग के लिए सबसे बेस्ट दवा हैं लेकिन गाउट और रुमेटी वाले गठिया में इसके रिजल्ट बहुत अच्छे मिल सकते हैं । डॉक्टर से राय लेने के बाद इसके एक दिन में दो बार दो गोलियों का सेवन कर सकते हैं ।

  • वात रोग को दूर करने के उपाय- महानारायण तेल 

माँसपेशिये तथा जोड़ो के दर्द को दूर करने के लिए यह  एक तरह से आयुर्वेदिक तेल हैं । इस तेल के निरंतर मालिश से डाभी तरह के गठिया रोगो सेमुक्ति मिलती है । यह जोड़ो में कठोरता को कम करके उसे मुलायम एवं लचीला बनाता हैं ।

इसे आप मौखिक रूप से भी सेवन कर सकते हैं जिसके लिए रोजाना 2 से 3 बून्द गर्म दूध या पानी के साथ ले सकते हैं लेकिन इसे खाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले क्योंकि पहले से शरीर में कई तरह के रोग में यह कारगार नहीं हैं लेकिन इसके मालिश में कोई दुस्प्रभाव नहीं है इसलिए इसे लम्बे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता हैं ।

  • jodo ke dard ka ayurvedic ilaj – रासनादि कषायम

तरल के रूप में पायी जानेवाली यह जोड़ो के दर्द के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक दवा हैं । यह गठिया रोग के मूल कारण और प्रभाव के लिए जानी जाती हैं । इस दवा  के इस्तेमाल से गठिया के दर्द और सूजन में जल्द रहत दिलाने के साथ जोड़ो में गतिशीलता भी प्रदान करता हैं ।

इसको इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से चेकअप जरूर करा ले और निर्देश के अनुसार एक दिन में दो बार सुबह 7 बजे और साम 7 बजे इसकी 12 -24 ml दवा सामान मात्रा के पानी के सतह लेना चाहिए । हालाँकि इस दवा का कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता है लेकिन सुनिश्चित करने के लिए और ज्यादा अच्छे रिजल्ट प्राप्त करने के लिए एक बार डॉक्टर से राय जरूर ले ।

  • वात रोग की आयुर्वेदिक दवा- अमावतारी रस

यह दवा रुमेटी टाइप के गठिया रोग के लिए सबसे कारगार आयुर्वेदिक सूत्र है । इसमें इस्तेमाल किये गए सबसे शक्तिशाली जड़ी – बूटी जैसे – दशमूला , अमितु , पुननरवा , त्रिफला , गुगुलु आदि को मिक्स करके बनया जाता है ।

यह गठिया रोग में होने वाले जोड़ो के दर्द , जकड़न , सूजन आदि को जल्दी ठीक करके तुरंत राहत देने का काम करने में सक्षम हैं । यह दवा जोड़ो के दर्द में गतिशीलता प्रदान करने के लिए भी जाना जाता हैं

परन्तु इसके अंदर धातु की मात्रा थोड़ी ज्यादा पायी जाती है इसलिए इसके ज्यादा उपयोग से शरीर को नुक्सान भी हो सकता है इसलिए इसे प्रयोग करने से पहले एक डॉक्टर से जरूर राय मश्वरा कर ले ।

  • घुटने का दर्द उपाय आयुर्वेदिक – वोस्टिकोट टेबलेट 

यह टेबलेट गठिया रोग को दूर करने के लिए एक प्रबल आयुर्वदिक दवा हैं । लेकिन अमा को पचाने एवं वात को सांत करने हेतु यह सभी तरह के गठिया बिमारी के लिए उपयुक्त औसधि हैं ।

यह सूजन को कम करने और जोड़ो के दर्द से राहत पहुंचाने में एक तरह से दर्द निवारक दवा की रह काम करता हैं जिससे आपको इस रोग से जल्द आराम मिलता हैं ।    आप  इसके रोज 2 गोली दिन में दो बार ले सकते हैं । लेकिन इसको इस्तेमाल करने से पहले और मेरे द्वारा बताये सभी महत्वपूर्ण जनकारी को आजमाने से पहले एक बार डॉक्टर से जाँच जरूर करा ले ।

जोड़ो के दर्द का घरेलू उपाय-joint pain in knee home remedy in hindi

बढ़ते उम्र एवं बदलते परिवेश की वजह से लोगो को कई तरह के बिमारी का सामना करना पड़ता हैं । यह बिमारी लोगो को इतना प्रभावित करती हैं की लोग अपना दिनचर्या को भूल बैठते हैं इसका नतीजा यह होता है की और भी कई तरह के बिमारी से ग्रसित हो जाते हैं ।

  • लहसुन से गठिया का इलाज

लहसुन एक ऐसा घरेलू दवा है जो रोजाना हमे सब्जी के द्वारा या फिर दाल के जरिये शरीर को प्राप्त होता हैं जिसके वजह से गठिया रोग को ठीक होने में मदद मिलती है इसलिए लहसुन के को अपने खाने में जरूर शामिल करे ।

क्योंकि लेसन में पाया जानेवाला एंटी – फिल्मेनेटरी और पैन रिलीफ गुण की मदद से गठिया रोग में बहुत आराम मिलता हैं तथा यह गठिया रोग में हुए सूजन को ठीक करने में सहायक होता है ।

  • गिलोय से गठिया का इलाज

यदि आप गठिया रोग से पीड़ित है तो गिलोय के निरंतर सेवन से आपको आराम मिल सकता हैं क्योंकि गिलोय गठिया में हुए सूजन को ठीक करने के साथ इसमें गठिया विरोधी गुण भी पाए जाते हैं ।

इसके उपयोग से गठिया से जुडी सभी बिमारी के साथ और भी कई अन्य तरह के बिमारी को भी ठीक करने में सक्षम हैं लेकिन इसे 5 साल के उम्र के बछ को सेवन नहीं करना चाहिए ।

यदि आप डाइबिटीज या अन्य किसी बिमारी से पीड़ित है तो गिलोय के सेवन करने से बचना चाहिए या फिर इसके इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर ले क्योंकि यह कब्ज तथा कम रक्त शर्करा जैसे अन्य बिमारी को बढ़ावा देता हैं ।

  • अदरख से गठिया का इलाज 

अदरख का सेवन हम किसी न किसी खाने वाली वस्तु या चाय के द्वारा करते ही है । दरअसल अदरखा के निरन्तर सेवन करने से हमारे शरीर की प्रोस्टाग्लैंडीन का स्तर कम हो जाती हैं जो गठिया में हुए दर्द के अनुभव को कम करने में मदद करता हैं । इसलिए गठिया दर्द से परेशान लोगो को अपने डाइट में अदरख को जरूर शामिल करना चाहिए ।

  • आलू के रस से गठिया का इलाज 

आलू एक ऐसा वयंजन है जो बड़ी आसानी सभी के घर में मिल जाता है ज्यादातर लोग  इसका नियमित रूप से इस्तेमाल भी  करते हैं परन्तु कुछ लोग कभी-कभी ही आलू को अपनी डायट में शामिल करते हैं।

वहीं दूसरी तरफ आलू रस का निरंतर सेवन करने वाले लोग अर्थराइटिस की खतरे से बचे रहते हैं क्योंकि आलू के रस में शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने का गुण पाया जाता है। इसलिए जो लोग गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं वे सभी नियमित रूप से आलू के रस का सेवन करके होने वाले जोड़ो के दर्द से काफी हद तक राहत पा सकते हैं

  • हल्दी से गठिया का इलाज(what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi)

जो सुध हल्दी का सेवन रोजाना करते हैं वह अर्थराइटिस जैसी गंभीर बिमारी होने से बचे रहेंगे। आपके जानकारी के लिए बता दू की  हल्दी में मुख्या रूप से करक्यूमिन नामक एक ऐसा गुणकारी तत्व विधमान होता है

जो जोड़ों पर होने वाले सूजन और दर्द को कम करने में सक्षम है इसलिए इसे खाकर या फिर हल्दी को पीसकर गर्म करके इसे दर्द वाले स्थान पर लगा भी सकते हैं। यह आपको इसके दर्द से बचे रहने में बहुत आराम दे सकता हैं ।

निष्कर्ष (what is arthritis in hindi- arthritis treatment in ayurveda in hindi)

दोस्तों आपको मेरा यह हेल्पफुल आर्टिकल rheumatoid arthritis treatment in hindi या arthritis home remedies  कैसा लगा हमे कमेंट में अपनी राय जरूर बताये जिससे हमे और भी इस तरह के हेल्पफुल आर्टिकल लिखने में मदद मिल सके और इस लेख में गठिया से जुडी तमाम तरह के सभी जानकारी पढ़ने को मिल जाएँगी जिसे जरुरत को ध्यान में रखकर लिखा गया हैं धन्यवाद ।

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