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tapioca in hindi-cassava in hindi

दोस्तों आज हम सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक tapioca के बारे में चर्चा करेंगे जिससे हो सकता है आप अभी तक अनजान हो परन्तु इसका इस्तेमाल से सायद ही कोई बचा हो क्योंकि इससे जो प्रोडक्ट तैयार किया जाते हैं उनमे साबूदाना सबसे प्रमुख हैं ।

द्वितीय विस्वयुद्ध के दौरान जब सरणाथियो को मुख्या भोजन के रूप में tapioca से बने साबूदाना ही दिया जाता था क्योंकि इसे गरीबों का खान कहा जाता हैं ऐसा इसलिए क्योंकि इसका प्राइस चावल से भी सस्ता होता है और चावल के मुक़ाबले जरुरी पोषक तत्व भी ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं ।

इस टॉपिक को चुनना मेरे इस आर्टिकल में मुख्य उदेस्य है क्योंकि इसके बारे में बहुत ही कम लोगो को पता है । वैसे भी इससे बना साबूदाना के उपयोग भारत में सबसे ज्यादा किया जाता हैं । इसलिए tapioca पुरे वर्ल्ड में मशहूर है और इसे किसी न किसी रूप में हर जगह इस्तेमाल किया जाता  है ।

इसके बारे में सभी जानकारी को बताने से पहले एक महतवपूर्ण बात बता दू की tapioca में पाए जाने वाले कुछ ऐसे तत्व पोषक तत्व होते  हैं जिसके कारण निरंतर उपयोग से यह कई तरह के रोग से बचने के साथ शरीर भी स्वस्थ रहता हैं ।

  • what is tapioca in hindi

tapioca या cassava एक तरह का पेड़ का जड़ होता है या फिर अफरीका में पाये जानेवाले सैगो पाम पेड़ के तने के गूदे से बनाया जाता हैं यह दिखने में हु बहु सकरकंद की तरह होता है जिसके अंदर का रंग सफ़ेद होता हैं ।

इसके अंदर गूदे के पाउडर को स्टार्च या टैपिओका कहा जाता है जो  cassava नमक पेड़ के जड़  से निकाला जाता है । इसकी तासीर ठंडी होती है जिसके कारण एसिडिटी वाले रोगी को बहुत फायदा होता हैं ।

कसावा का पौधा – manioc in hindi

आपके जानकारी के लिए बता दे की tapioca बहुत सारे पोषक तत्व के गुणों और एनर्जी से भरपूर होता हैं । इसकी खेती ज्यादातर उष्ण कटबंधीय क्षेत्र में खेती  की जाती हैं ।

आज के समय में इसकी गुणवत्ता एवं डिमांड को देखते हुए पुरे में उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में कसावा को सबसे ज्यादा मतलब 80 प्रतिसत तक उस क्षेत्र में इसकी ही खेती की जाती हैं  और पुरे विस्वा में करीब 800 मिलियन से भी अधिक लोग इसका सेवन करते हैं ।

tapioca-in-hindi-cassava-in-hindi-1

टैपिओका में पाए जानेवाले  तत्व में से थाइमिन , विटामिन c , राइबोफ्लेविन , तथा नियासिन मुख्य सोर्स हैं और साथ में इसके पाते को भी खाया जा सकता हैं क्योंकि इनके अंदर 25 % तक प्रोटीन की मात्रा पायी जाती हैं ।

tapioca एक तरह से कंद वाला पौधा हैं । कसावा यानी की tapioca इस पौधे का भूमिगत हिस्सा होता हैं जिसके जड़ का अकार सकरकंद की तरह होता हैं और जड़वाले कंद की खासियत के वजह से इसे उगाया जाता हैं ।

हजारों साल पहले अमेरिका के अमेज़न नदी के तट पर रहनेवाले लोग tapioca का इस्तेमाल करते थे और साथ में इनकी पट्टी को भी खाने में प्रयोग हुआ करता था । इसकी खासियत यह है की कम जमीन के उपजाऊ मिटटी में भी इसे आसानी के साथ उगाया जा सकता हैं ।

कई बार तो ऐसा भी होता है की किसी खराब जमीन या बंजर जमीन में टैपिओका को उगाकर उसे दूसरे अन्य पौधे की खेती के लिए उपजाऊ बनाया जाता हैं । इसकी खासियत यह है की बिना पानी में भी लम्बे समय तक जिन्दा रह सकता हैं । सिर्फ इसे रोपते वक़्त ही ज्यादा पानी की आव्सय्कता पड़ती हैं ।

tapioca plant in hindi-(tapioca in hindi-cassava in hindi)

इसके खेती के लिए लाल मिट्टी वाली जमीन सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं और यह बाढ़ की स्थिति बर्दास्त नहीं कर सकता हैं । कहीं – कहीं रेतीली मिटटी में भी इसे उगाया जाता हैं क्योंकि रेतीली मिटटी में पानी आसानी से रिष कर निचे चली जाती हैं  और नमि को बनाये रखने में मददगार भी होता हैं  ।

tapioca के दो तरह के फसल की खेती की जाती है जिसमे पहले को परिपक्क होने में 6 महीने का समय लगता हैं और दूसरी प्रकार के tapioca पौधे को अच्छी तरह पनपने में एक साल तक का समय लग जाता हैं अथार्त एक को 6 महीने के बाद और दूसरे को एक साल के बाद काटा जाता हैं ।

कसाव के पौधे में अमूमन या तो लाल रंग या फिर हरे रंग का शाखा होता है जिनपर एक नील रंग की धुरी लगी हुई रहती हैं ।  लिनामारिन-साइनोजेनिक ग्लाइकोसाइड (linamarin, a cyanogenic glycoside) मुख्य रूप से हरेवाले cassava पौधे में पाया जाता हैं ।

जिन्हे प्रक्रिया के माध्यम से बाहर निकलना होता हैं नहीतो आगे चलकर यह जहरीला यानी की सायनाइड का रूप ले लेता हैं इसलिए यह एक तरह से जहरीला पौधा भी हैं ।

यदि हमे सबसे बड़ी उत्पाद वाले देश की बात करे तो सबसे पहले स्थान में अमेरिका में ब्राजील , अफ्रीका में नाइजेरिआ , एशिया में थाईलैंड प्रमुख देश हैं जो सबसे ज्यादा तादाद में cassava की खेती करते हैं जिससे हमे tapioca प्राप्त होता हैं । आज के समय में थाईलैंड पुरे दुनिया भर में सबसे ज्यादा करीब 60% कसावा का निर्यात पुरे विश्व के विभिन्न देश में करा रहा हैं ।

tapioca starch in hindi-tapioca flour in hindi

चाहे cassava की खेती दुनिया के किसी भी क्षेत्र में किया जाता हो परन्तु उसके जड़ से tapioca निकलने की प्रक्रिया सभी जगह एक सामान ही हैं । कसावा के सकरकंद नुमा जड़ को एक जगह इकठ्ठा करने और पौधों से जड़ को अलग करने के बाद इसे सबसे पहले पिसा जाता हैं ।

पीसने के बाद यह एक पेस्ट की तरह दीखता है जिसके अंदर से पानी की मात्रा हटाने और पाउडर के रूप में बदलने के लिए इसे कुछ दिनों तक धुप में सुखाया जाता हैं । धुप में सूखने के बाद यह पाउडर के रूप में बदल जाता हैं ।

इस तैयार हुए सफ़ेद पाऊडर को ही tapioca कहा जाता हैं जिसे बाद में छोटे – छोटे दाने यानी साबूदाने के रूप में या फिर पाउडर के रूप में मार्किट में बेचा जाता हैं और इससे बनाने वाले गोल अकार के दाने को पुरे दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता हैं ।

इसके अलावा इसका उपयोग अक्सर लोग बबल टी , डेजर्ट , पुडिंग के साथ या खाना पकाते समय उसके लिक्विड को गाढ़ा करने के लिए cassava के पाउडर का इस्तेमाल करते हैं ।

कसावा के आटे या पाउडर को लोग टैपिओका का आटा समझने की गलती कर बैठते हैं जबकि कैसा के जड़ से बनाने वाला यह एक तरल पदार्थ हैं जो बाद में वाष्पित होकर पाउडर में रूपांतरित हो जाता हैं ।

इसका उपयोग अक्सर ब्रेड के रेसिपी या फिर अन्य आटे  के साथ मिक्स किया जाता हैं और आज के समय में इसका सबसे ज्यादा उपयोग ब्रेड में किया जा रहा हैं इसके अलावा मिठाई , नास्ता आदि में भी किया जाता हैं ।

types of tapioca in hindi – टैपिओका के प्रकार 

कसावा (cassava hindi)की खेती के लिए दो तरह के पौधों का इस्तेमाल किया जाता परन्तु अब हम यह जानने की कोशिस करेनेग की टैपिओका को कितने तरह से और किस रूप में इसका इस्तेमाल होता है ।

  • tapioca pearls in hindi

टैपिओका का सबसे ज्यादा उपयोग साबूदाना के रूप में यानी की pearls के रूप में किया जाता है । इसे बनाने के लिए मुख्य रूप से कई दिनों तक इसे गलाया जाता जिसके वजह से यह एक घोल में तब्दील हो जाता हैं ।

फिर इसके बाद मशीन के मदद से छोटे – छोटे दाने के रूप में एक मटेरियल तैयार किया जाता हैं जिसे हम साबूदाने या फिर tapioca pearls के नाम से जानते हैं । इसका अकार गोल एवं रंग सफ़ेद होता हैं । भारत में इसका सबसे ज्यादा उपयोग अक्सर लोग खिचड़ी या खीर बनाने में करते हैं ।

  • tapioca chips in hindi-(tapioca in hindi-cassava in hindi)

सबसे पहले कसावा की जड़ को साफी किया जाता हैं फिर इसके बाद इसके जड़ यानी जो दिखने में सकरकंद की तरह होता हैं उसे पतले भाग में काँटा जाता है । आलू चिप्स नुमा अकार में काटने के बाद इसे धुप में अच्छी तरह सूखा दिया जाता हैं ।

सूखने के बाद जो चिप्स तैयार होता है उसे tapioca chips के नाम से जाना जाता हैं जो खाने में बहुत ही स्वादिस्ट और टेस्टी होता हैं । इसके अलावा टैपिओका का उपयोग मुख्य रूप से tapioca stick , tapioca flakes आदि में भी किया जाता हैं ।

  • tapioca balls

cassava के पाउडर से एक बहुत ही छोटी साइज की गोली बनाई जाती है जो मुँह में जाते ही घुलने लगते हैं और इनका सबसे ज्यादा उपयोग फार्मास्युटिकल में किया जाता हैं ।

tapioca vegetable in hindi-tapioca vegetable name in hindi

अब कसावा यानी की tapioca vegetable meaning in hindi जिसका नाम –Kappa Vavichathu को बनाना सीखेंगे जो एक तरह से आलू के चोखे की तरह दीखता हैं और इस बनाना बेहद आसान है बस कुछ मसाले के साथ इसे बनाया जा सकता हैं जो केरल में बहुत मशहूर डिश हैं ।

tapioca-vegetable-in-hindi

  • आवश्यक साम्रगी –(tapioca in hindi-cassava in hindi)
  1. 4 से 5 पीस कसावा का जड़ (tapioca root in hindi)
  2. 5 पीस लहसुन 
  3. 3 पीस हरी मिर्च 
  4. दो बड़ा चम्मच नारियल बुरादा 
  5. आधा चम्मच जीरा 
  6. आधा चम्मच हल्दी 
  7. करि पत्ता 15 से 20 
  8. नामक स्वादानुसार 

मसाला – (cassava vegetable in हिंदी)

ऊपर दिए गए सभी मसालों में सिर्फ नारियल और नमक को छोड़कर सभी को मिक्सर की मदद से थोड़ा दर दरा पिश ले अब इसमें नारियल के बुरादे डालकर एक बार फिर दर – दरा पिश ले ।

  • सबसे पहले कसावा को अच्छी तरह पानी में धो ले फिर इसके ऊपर के छिलके को हटा ले और अंदर मौजूद सफ़ेद हिस्से को छोटे – छोटे टुकड़ें में काट ले । इसके काटने के बाद साफ़ पानी में धोये ।
  • पानी में अच्छी तरह धोने के बाद इसे एक बर्तन में डाले और पानी को मिक्स करे ।
  • इसके बाद एक उबाल तक पकने के लिए छोड़े
  • एक उबाल आने के बाद इसके अंदर मौजूद पानी को निकाल दे
  • अब इसमें मसाले को डाले और साथ में स्वाद अनुसार नमक भी डाले दे और थोड़े देर के लिए एक ढक्कन की मदद से ढक कर  2 से 3 मिनट के लिए फिर से उबाले
  • इसके बाद गैस को बंद करे और इसमें डाले गए सभी मसाले को उस tapioca के साथ अच्छी तरह मिक्स कर ताकि मसाले का फलेवर उसमे अच्छी तरह मिक्स हो जाए । इस तरह आपका यह डिश बनकर रेडी हैं ।
benefits of tapioca in hindi – टैपिओका के फायदे 

अभी तक आप यह जान चुके है की टैपिओका को कसाव नामक पौधे की जड़ से बनाया जाता हैं । आपको एक जानकारी के लिए बता दू की इस न्यूट्रेंट के मुक़ाबले कार्बोहैड्रेड की मात्रा सबसे ज्यादा होती हैं इसलिए जिन्हे कार्बोहैड्रेड की जरुरत है उन्हें निश्चित ही अपने डिश में टैपिओका के रूप में साबूदाने को इस्तेमाल करना चाहिए ।

  • लाल रक्त कोशिका में इजाफा 

जैसा की हम सभी जानते है की शरीर लाल रक्त कोशिका का मुख्य भूमिका होता है इसलिए लाल रक्त कोशिका की संख्या के कमी के कारण हमारा शरीर बहुत सारी बिमारी का शिकार हो जाता है ।

इसलिए tapioca में पाये जानेवाले तत्व जैसे – कॉपर , जिंक , आयरन , विटामिन B12 आदि की मौजूदगी के वजह से लाल रक्त कोशिका की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होने लगती हैं ।

  • कोलेस्ट्राल को कंट्रोल करने के लिए 

शरीर में बढ़ा हुआ कोलेस्ट्राल कभी भी दिल की बिमारी को बढ़ावा दे सकती हैं इसलिए इसे कंट्रोल करना बहुत जरुरी हैं और ऐसा होने का मुख्या वजह गलत खान – पान को बताया जाता है जिससे कोलेस्ट्राल की मात्रा बढ़ जाती हैं ।

बढे हुए कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए टैपिओका का इस्तेमाल बेहद लाभकारी साबित हो सकता  है लेकिन इसके उपयोग से पहले अपने डॉक्टर से इसके खाने के बारे में जरूर पूछे । टैपिओका में फाइबर की मात्रा प्रचुर होती है जिसके कारण कोलेस्ट्रॉल को जल्दी कम किया जा सकता हैं ।

  • वजन बढ़ाने के लिए –(tapioca in hindi-cassava in hindi)

वैसे तो हम सभी जानते है की एक संतुलित वजन ही सवस्थ मनुस्य की ओर संकेत करता है इसलिए शरीर का जड़ वजन या फिर कम वजन दोनों ही बीमार बना सकते हैं । किसी वयक्ति का वजन उसके उचाई के हिसाब से होना बहुत जरुरी हैं ।

दुनिया भर में ना जाने कितने लोग मोटापे या फिर दुबलेपन के शिकार के वजह से परेशान है परन्तु यदि आप मोठे होने के लिए किसी नुश्खे की तलाश में है तो tapioca आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं । इसके अंदर कार्बोहाइड्रेड एवं एनर्जी की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं जिससे शरीर से दुबलापन बहुत जल्दी दूर होता हैं ।

  • शुगर कंट्रोल के लिए 

बढ़ा हुआ शुगर के लेवल मरीज के लिए बहुत खतनाक होता है इसलिए शुगर को कंट्रोल करना किसी अन्य चुनौती से कम नहीं होता है । शुगर को कम करने के लिए अक्सर लोग कई तरह के कोशिश करते हैं ।

लेकिन सभी कोशिस या तो थोड़े देर टिकते है  या फिर काम ही नहीं करते हैं इसलिए अपने डॉक्टर से परमिसन लेने के बाद आप चाहे तो tapioca का सेवन सुरु कर सकते हैं क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा बहुत कम एवं फाइबर की मात्रा अधिक होने के वजह से आपके शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता हैं ।

  • सर दर्द में रहत 

सर दर्द की शिकायत अक्सर सभी को होता है और कुछ देर आराम करने के पश्चात ठीक भी हो जाता है परन्तु यह दर्द आपको रोज हो रहा हैं तो यह एक समस्या हैं जो आगे चलकर आपके मस्तिष्क पर असर कर सकता हैं ।

इसलिए tapioca के निरंतर सेवन से इससे छुटकारा पाया जा सकता हैं क्योंकि इसमें पाया जानेवाला फाइबर , प्रोटीन एवं मैग्नीशियम के कारण यह सर दर्द से छुटकारा दिला सकता हैं ।

  • बालो के लिए –(tapioca in hindi-cassava in hindi)

काले , घने एवं लम्बे बाल सभी को पसंद है लेकिन जब शरीर में पौस्टिक तत्व की कमी हो जाती है तो इसका प्रभाव सबसे पहले हमारे बालो पर पड़ता हैं जिसके वजह हमारे बाल कमजोर , पतले , एवं सफ़ेद होने लगते हैं ।

इसलिए बालो को स्वस्थ रखने के लिए शरीर के लिए जरुरी मिनिरल्स एवं पौस्टिक तत्व के सेवन जरूर करना चाहिए । बालों को स्वस्थ रखने के लिए उसके जरुरी प्रोटीन , कैल्शियम , मैग्नीशियम , पोटासियम , vitamin b12 , विटामिन A , ओमेगा 3 एसिड आदि की एक बैलेंस मात्रा tapioca में पायी जाती है जिसके वजह से आपके बाल पहले की तरह स्वस्थ होने लगते हैं ।

  • स्किन के लिए 

त्वचा में खासकर चेहरे को गोरा एवं चमकदार बनाने के लिए बाजार में बहुत सारी प्रोडक्ट मिल जाते हैं जो केमिकल युक्त होते है और उसके ज्यादा उपयोग से हमारे चेहरे को नुक्सान भी हो सकता हैं ।

इससे बचने के लिए यदि tapioca से बना साबूदाना का उपयोग निरंतर किया जाए तो कुछ ही दिनों में बेहतर रिजल्ट हमे प्राप्त हो सकते हैं क्योंकि इसमें पाये जानेवाले मिनरल्स , एंटीऑक्सीडेंट तत्व , एवं विटामिन्स की मदद से यह चेहरे की देखभाल में मदद करता हैं ।

  • पाचन के लिए 

यदि आपको खाना पचने में परेशानी या फिर पेट से जुडी कोई अन्य समस्या हैं या चवल और रोटी को ज्यादा तवज्जो नहीं देते है तो ऐसे में आप अपने डाइट में साबूदाने को शामिल कर सकते हैं जो पचने में आसान और एनर्जी और कार्भाइड्रेड से बहरपुर होता हैं ।

tapioca या cassava के side effects – नुक्सान 

आपके जानकारी के लिए बता दू की tapioca में थोड़ी मात्रा में प्रोटीन एवं फैट्स होते है यदि आपको इससे ज्यादा प्रोटीन की जरुरत है तो किस दूसरे प्रोडक्ट का सेवन करने की कोशिस कर सकते हैं ।

  • लेटेक्स एलेर्जी वाले लोग 

यह मुख्या रूप से वे लोग हैं जो ज्यादातर लेटेक्स उत्पादक जैसे रबर के हैंड्स ग्लब , पेंट , एवं गोंड जैसे कामो को करते हैं उसनहे टैपिओका का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इसके सम्पर्क में आने के वजह से आपके शरीर में खुजली की बिमारी हो सकती हैं जिसे लेटेक्स – फ़ूड सिंड्रोम कहा जाता हैं ।

  • टैपिओका का ज्यादा सेवन न करे 

जिन लोगो को टैपिओका ही मुख्या भोजा होता है उनमे प्रोटीन एवं फैट्स की कमी की शिकायत आ सकती हैं इसलिए इसपर निर्भर रहन छोड़कर इसके साथ किसी दूसरे पदार्थ का भी सेवन करे जिसमे प्रोटीन और फैट्स की मात्रा अच्छी पायी जाती हो ।

  • कसावा को कच्चा नहीं खाये 

tapioca को कच्चा खाने की गलती कभी नहीं करे क्योंकि इसमें काफी मात्रा में सायनाइड होता हैं जो एक तरह से जहरीला पदार्थ है इसलिए इसे कच्चा स्थिति में अच्छा से धोने के बाद फिर पकाया जाता है तब जाकर यह खाने के योग्य बनता हैं ।

गलती से भी कच्चा खाने पर बहुत तरह की बिमारी अचानक से हो सकती है जिसमे पैर का लकवा मरना , शरीर में आयोडीन की कमी , शरीर का गोइटर से रोग ग्रस्त हो जान मुख्य साइड इफेक्ट्स है ।

  • कसावा का ठीक से नहीं पकना – (tapioca in hindi-cassava in hindi)

इसका ठीक तरह से नहीं पकना भी हमारे लिए मुसीबत बन सकता हैं जिससे हम कई तरह के बिमारी से परशान हो सकते हैं इसलिए इस समस्या से बचने के लिए इसे कभी भी जल्दबाजी माँ नहीं पकाये बल्कि इसे पकाने के लिए पूरा समय ले ।

इसके ठीक से नहीं पकने पर होनेवाले मुख्य नुक्सान 

  • आँखों की दृस्टि कमजोर हो जाती है
  • शरीर कमजोर होने लगता हैं
  • हाथों की स्वेन्दनाये का चले जाना
  • चलने – फिरंने में समस्या

tapioca के अन्य उपयोग –(tapioca in hindi-cassava in hindi)

यह सायद कम लोग ही जानते होंगे की कसावा पौधा के हर भाग का उपयोग में लाया जाता है जिसमे पत्ते से लेकर जड़ , तने तक सभी शामिल है अतः यह एक बहु उपयोगी पौधा हैं ।

  • पत्ते का उपयोग जानवर के लिए
  • इससे कई तरह के दवा बनाये जाते हैं
  • इसके लकड़ी से कागज , लकड़ी की वस्तु , आदि बनाय जाता है
  • इसके जड़ से तेल यानी बायोएथेलिन बनाया जाता है जिसका उपयोग वाहन के लिए किया जाता है ।

निष्कर्ष (tapioca in hindi-cassava in hindi)

आपको मेरा यह लेख what is tapioca in hindi या what is cassava in hindi या  tapioca meaning in hind कैसा लगा हमे कमेंट के माध्यम से जरूर बताये और किसी सवाल को भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका उत्तर जल्द से जल्द देने के प्रयाश किये जायेंगे धन्यवाद ।

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