depression symptoms in hindi-depression in hindi-डिप्रेशन का लक्षण

depression symptoms in hindi-depression in hindi-डिप्रेशन का लक्षण

दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में dipresan से जुडी उन सभी जानकारी को जानेंगे जो इससे ताल्लुक रखते हैं । जिसमे आमतौर परे बात करे तो डिप्रेशन के लक्षण , इससे बचने के उपाय , डिप्रेसन में होने वाली शारीरिक परेशानी , महिलाओं में डिप्रेशन के कारण आदि

इससे जुडी और भी भी महत्वपूर्ण जानकारी आज आपको इस आर्टिकल में मिलने वाला है इसलिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना आपके लिए उपयोगी शाबित हो सकता हैं इसलिए हमारी तरफ से यही कोशिस रहती है की सभी जानकारी आपको एक जगह दे सके ताकि किसी जानकारी को ढूंढने के लिए किसी दूसरे जगह ना जाना पड़े ।

डिप्रेशन का मतलब क्या होता है-depression ka matlab kya hota hai

अपनी ज़िन्दगी में हम सभी ने के किसी ना किसी परिस्थिति या पड़ाव पर स्वयं को उदास थका हुआ और हताश महसूस किया जरूर होगा। जीवन का संघर्ष,  असफलता और किसी अपने से बिछड़ जाने के कारण हमलोगो का दुखी होना एक आम और सामान्य बात है।

लेकिन लाचारी, दुःख,अप्रसन्नता , निराशा जैसी भावनायें कुछ दिनों तक ही रहती है और बाद में सब कुछ ठीक हो जाता है परन्तु जब यह कुछ महीनों तक बनी रहती है और व्यक्ति को सामान्य रूप से अपनी दिनचर्या जारी रखने में बहुत साड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है तब यह डिप्रेशन नामक मानसिक रोग को जन्म देता है

मैं आपको बता दू की सभी बिमारी की तरह यह भी कोई ला – इलाज बिमारी नहीं है और यदि कोई इससे पीड़ित हैं तब कुछ बातो पर ध्यान देकर और अपने दिनचर्या में कुछ बदलाव करके इससे छुटकारा पा सकता हैं और इससे छुटकारा पाने के लिए जो घरलू टिप्स है उसके बारे में भी बतानेवाला हूँ ।

अवसाद के लक्षण और उपचार

वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (who) के अनुसार आज के समय में दुनियाभर में  30 करोड़ से भी ज़्यादा लोग इस समस्या से पीड़ित है, जिसमे केवल भारत में यह संख्या  5 करोड़ से भी ज़्यादा है जो एक गंभीर समस्या है। वैसे देखा जाये तो सामान्य तौर पर डिप्रेशन की परेशानी किशोरावस्था या 30 से 40 साल की उम्र में शुरू होता है।

depression-symptoms-in-hindi-depression-in-hindi

लेकिन यह किसी भी उम्र के इन्शान को हो सकता है। आपको बता दे की पुरुषों की तुलना में महिलाओं में डिप्रेशन होने की शिकायत सबसे ज़्यादा होती है जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे फिर भी इतना जान ले की मानसिक कारको के अलावा गर्भावस्था ,अनुवांशिक विकृतियाँ , और हार्मोन्स का असंतुलित होना भी डिप्रेशन का मुख्य वजह हो सकती है।

desperation meaning in hindi- depression ka hindi arth

अभी तक आपको मालूम चल गया होगा की dipration ka hindi क्या होता हैं यदि आपको नहीं मालूम तो मैं आपको बता दू की depression ka hindi में अवसाद कहते हैं ।

डिप्रेशन क्यों होता है-depression kya hota hai

ऐसा कहा जाता है कि डिप्रेशन या अवसाद  से व्‍यक्‍ति को निराशा ,दुखऔर रोने जैसा महसूस होता है लेकिन इसके अलावा भी  डिप्रेशन में शरीर में दर्द भी होता है और ये बात हाल ही में हुई एक रिसर्च में सिद्ध भी हो चूका है।

यदि समय रहते डिप्रेशन के दौरान होने वाले शारीरिक लक्षणों को भी ध्‍यान में रखा जाए ताे जल्द से जल्द  अवसाद से छुटकारा पाया जा सकता हैं । अब हम इसके कितने लक्षण और क्या हो सकते हैं उसके बारे में चर्चा करते हैं ।

depression ke symptoms in hindi-depression ke lakshan 

depression आपके शरीर में किसी भी तरह से प्रवेश कर सकता हैं लेकिन आपको इससे बचने के लिए कुछ विकल्प को अपने लाइफ में शामिल करने होंगे जिसके बारे में आगे बताया गया हैं ।

  • थकान के कारण 

यह डिप्रेशन का सबसे सामान्‍य लक्षण है और depression के कारण होने वाली थकान की वजह से ध्‍यान केंद्रित करने में परेशानी , चिड़चिड़ा होना और साथ में उदासीनता भी शामिल है।

ऐसे लोगो को रातभर सोने के बाद भी शरीर सुस्‍ती जैसा महसूस होता है। अगर बहुत दिनों से निराशा और दुख महसूस होने के साथ थकान भी ज्‍यादा लग रही है तो ये डिप्रेशन का पहला संकेत(depression ke lakshan in hindi) हो सकता है।

डिप्रेशन का प्रभाव  मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ने के साथ यह पूरे शरीर को प्रभावित करता है। ऐसे में आप योग एवं ध्‍यान की मदद से इस मुश्किल परिस्थिति से जल्दी निजात पा सकते हैं। डिप्रेशन से ग्रस्‍त कई लोगों को इलाज के दौरान यह माना है की उन्हें मेडिटेशनएवं योग से डिप्रेशन से बाहर निकलने में सबसे ज्यादा मदद मिली

  • दर्द का बर्दास्त से बाहर होना 

साल  2015 में हुए एक शोध में यह बात सामने आया कि depression और दर्द न बर्दाश्‍त करने के बीच एक गहरा संबंध होता है। डिप्रेशन से ग्रस्‍त व्‍यक्‍ति को छोटी-छोटी चोट में भी ज्‍यादा दर्द महसूस होने लगता  हैं।

  • मांसपेशिया और कमर दर्द के कारण 

जैसा की हमने यह पढ़ लिया है की depression का असर पूरे शरीर पर पड़ता है और इसकी वजह से पूरे शरीर की मांसपेशियों में या पीठ में दर्द हो सकता है। 2017 – 18 में हुए एक अध्‍ययन में यह कहा गया था की पीठ दर्द और डिप्रेशन (depression ke symptoms in hindi )के बीच सीधा संबंध होता हैं ।

इस तरह के रोग में मनोवैज्ञानिकों का भी यही कहना है कि भावनात्‍मक समस्‍याों के कारण तेज दर्द हो सकता है एवं depression के कारण शरीर में आई सूजन के वजह से  मस्तिष्‍क के संकेतों में बाधा उत्पन्न करती  है।

  • सर दर्द बन सकता है अवसाद का कारण 

ऑफिस में काम करते वक्‍त या किसी स्‍ट्रेस के कारण सिरदर्द होना आम लक्षण है लेकिन depression में भी सिर का दर्द बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इस तरह के सिरदर्द में सिर में मुख्य रूप से चुभने जैसा महसूस होता है, आइब्रो के आसपास इसका मुख्य स्थान हो सकता हैं ।

  • आँखों पर असर 

डिप्रेशन होने के बाद इसका सीधा असर आंखों पर भी पड़ता है। 2010 में जर्मनी में हुई एक अध्यन में या शाबित हुआ था की मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य का प्रभाव आंखों की रोशनी पर भी पड़ता है। इसमें डिप्रेशन के 80 मरीजों को शामिल किया गया था जिन्‍हें काले और सफेद रंग के बीच अंतर बताने में परेशानी हो रही थी।

डिप्रेशन से नुकसान

  • अचानक से वजन का कम हो जाना या बढ़ जाना
  • बार – बार आत्महत्या या मित्यु का ख्याल आना
  • हमेशा बैचेनी या फिर आलस्य जैसा महसूस होना
  • हर दिन बहुत अध्क या कम नींद का आना
  • अकेले रहने से हिचकिचाना या कोई निर्णय लेने में असमर्थ होना
  • खुद को दोषी ठहराना
  • रोज शरीर में थकावट या कमजोरी महसूस करना
  • दिन के सुबह के समय सबसे ज्यादा उदाश रहना

depression symptoms in women in hindi-महिलाओं में अवसाद के लक्षण

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण  बहुत अलग होते हैं। ऐसे में इन लक्षणों को सही समय पर पहचान कर उसका इलाज कराना बहुत जरूरी हो जाता है है।

जिससे depression को समाप्त करने में आसानी हो अगर आप भी यह जानना चाहते हैं कि आपके घर की कोई महिला depression में तो नहीं है, तो उसके व्यवहार में आए इन बदलावों से इस बीमारी को पता लगा सकते हैं ।

  • मुंड का चेंज होना – mood disorder in hindi

अवसाद में महिलाओं के साथ अक्सर मूड स्विंग ( मुंड का जल्दी – जल्दी बदलाव होना  )होने की समस्या होती है । कई बार मूड इस तरह का बदलाव होता है की उन्हें घबराहट के दौरे तक पड़ने लगते हैं। इस स्थिति में depression की वजह से शरीर में कोई हार्मोन की गड़बड़ी या फिर एलर्जी भी हो सकता है।

  • डाइट का समय में बदलाव 

कई बार depression की स्थिति में महिलाओं की डाइट पर बहुत ज्यादा इफ़ेक्ट पड़ता  है इसमें उन्हें अच्छा महसूस करने और जल्दी स्वस्थ होने के लिए वे खाना बहुत अधिक खाती हैं या फिर अवसाद होने के वजह से उदास होकर भोजन ही नहीं करतीं। दोनों परिस्थितियों में अवसाद का असर हो सकता हैं ।

  • नींद पर असर

वैसे तो depression का नींद से बहुत गहरा रिश्ता है इसलिए इस बीमारी के होने से महिलाओं पर दो तरह से प्रभाव देखने को मिल सकते हैं, या तो उन्हें नींद नहीं आती या फिर नींद बहुत ज्यादा आती है।

  • थकान का अनुभव 

दिन भर घर के काम काज और बाहर की भागदौड़ में कोई महिला यदि थकीं-थकीं रहें तो समझिए कि उनके साथ जरूर कोई परेशानी है इसलिए यह समाया जल्दी कंट्रोल न हो तो हर समय थकान लगना भी depression का मुख्य लक्षण हो सकता है।

treatment of depression in hindi- अवसाद के उपचार

इस बिमारी से पीड़ित होने के बाद ठीक होने के लिए यदि हम अपने जीवन सैली में कुछ बदलाव करे और सही खान – पान को अपने डाइट में शामिल करे एवं इसके साथ ही कुछ एक्सरसाइज करके इससे बहुत जल्दी छुटकारा पाया जा सकता हैं ।

1 – depression से पीड़ित लोगो को प्रचुर मात्रा में पानी का सेवन करना चाहिए तथा ऐसे फलों और सब्जियों अपने डाइट में करना चाहिए जिनमें पानी की मात्रा सबसे अधिक हो।

2 -पोषक तत्वों से भरपूर भोजन को अपने खाने में शामिल करे जिसमें शरीर के लिए जरूरी सभी विटामिन्स और खनिज की मौजूदगी हो।

3 -मौसमी फलों के साथ हरी पत्तेदार सब्जियाँ का भी निरंतर सेवन करते रहे

4 -चुकन्दर को अपने डाइट में जरूर शामिल करे , इसमें उचित मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते है जिसमे यूराडाइन , विटामिन्स, फोलेट,और मैग्निशियम आदि। यह हमारे दिमाग में न्यूरोट्रांसमिटर्स के जैसा काम करता हैं जो कि depression से पीड़ित के मूड को बदलने हेल्प करते हैं।

5 -अपने भोजन में हो सके तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। इसमें उचित मात्रा में मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड्स एवं एंटी-ऑक्सिडेट्स मौजूद होते हैं, यह हृदय रोग के साथ अवसाद को भी दूर करने में मददगार होते हैं।

6 -depression के मरीज में अधिक भोजन या भोजन ना करने की आदत होती है ऐसे में अवसाद के रोगी को जितना हो सके बासी भोजनऔर जंक फूड से दूर रखें  और घर पर बना पोषक तत्वों से भरपूर ताजा और सात्विक भोजन ही सेवन करे ।

अवसाद का इलाज –( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

7 -भोजन में एवं सलाद के रूप में टमाटर का उपयोग करे । इसमें  लाइकोपीन नाम का एंटी-ऑक्सिडेंट मौजूद होता है जो depression से लड़ने में मदद करता है। एक अध्यन में यह पाया गया की जो लोग सप्ताह में 4 से 6 बार टमाटर खाते हैं वे सामान्य की तुलना में depression से कम ग्रस्त होते हैं।

8 -अधिक नमक एवं  अधिक चीनी का सेवन करना बंद कर दे

9 -धूम्रपान , नशीली पदार्थ , शराब का सेवन त्याग करना चाहिए।

10 -कैफीनयुक्त पदार्थ जैसे चाय या कॉफी का अधिक सेवन नहीं करे

जीवनशैली कैसी हो –( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

1-depression रोगी को एक निश्चित समय पर उचित खान-पान के साथ अच्छी जीवनशैली को अपनाना चाहिए ।व्यक्ति को अपने परिवार और दोस्तों के साथ अधिक समय बिताना चाहिए और खास दोस्त से मन की बात शेयर जरूर करे ।

2- इस समय  व्यक्ति को अपनी दिनचर्या में योग ,व्यायाम एवं ध्यान को जरूर से जरूर समय दे। यह अवसाद से पीड़ित के मस्तिष्क को शान्त करने के साथ हार्मोनल असंतुलन को बैलेंस करता है ।

3-व्यक्ति को सुबह उठकर टहलना चाहिए और उसके बाद एक्सरसाइज करना चाहिए।

4- ध्यान या मेडिटेशन करते समय मरीज प्राय: अवसादग्रस्त व्यक्ति खुद को अकेला और असफल जैसा महसूस कर सकता है लेकिन शुरूआत में थोड़े समय करके कोशिस जरूर करना चाहिए ।

5-depression का वजह किसी व्यक्ति को कोई दुर्घटना से जुड़ा है तो उसे ऐसे कारणों और उन जगह से दूर रखना चाहिए।

6-प्राकृतिक एवं शान्ति प्रदान करने वाली जगहों का भर्मण  करना चाहिए साथ ही सकारात्मक विचारों से युक्त किताबें एवं मधुर संगीत सुने

7-अकेले रहने की आदत से बचते हुए खुद को सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय रखना चाहिए ।

  डिप्रेशन का घरेलू इलाज-( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

यदि आप depression के पहले चरण में है तो अच्छी जीवनशैली और डॉक्टर के द्वारा उपचार से जल्दी ठीक हो जाते हैं । परन्तु यह समस्या आपको बहुत दिन से है तो ऐसे में आपको लम्बे उपचार की अव्सय्कता पड़ सकती हैं ।

इस परिस्थिति में अवसाद से पीड़ित लोगो को डॉक्टर द्वारा एंटी – डिप्रेसन दवाइयां दी जाती हैं जिससे उन्हें धीरे – धीरे इन दवा को लेने का आदत पड़ जाती हैं । बाद में इससे और भी कई तरह की बिमारी का सामना करना पड़ सकता है जिसमे हार्ट की बिमारी भी शामिल हैं ।

हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन के प्रभाव के वजह से मूड बनता और बिगड़ता रहता है ऐसे में अवसाद से आराम पाने के लिए ऐसी दवाइयाँ दी जाती हैं जो न्यूरोन के जरिये  रोटोनिन को अवशोषित कर अवसाद के प्रभाव को कम करती है।

जबकि इसके ठीक उलट सेरोटोनिन हमारे शरीर के प्रमुख अंग जैसे फेफड़े,हृदय , गुर्दे और यकृत में  खून को संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। दवाएँ के उपयोग से इन अंगों में सेरोटोनिन के अवशोषण रुक जाती है जिस कारण इन अंगे के कार्य पर बुरा असर पड़ता है ।

इसलिए depression से पीड़ित लोगो को इससे बचने के लिए सबसे पहले घरेलु उपाय का सहारा लेना चाहिए जिससे ठीक होने के चांस ज्यादा रहते हैं यदि इन्हे सही से अपनाया गया और अपने दिनचर्या को ठीक से बैलेंस किया तो जल्दी स्वस्थ हो सकते हैं ।

  • काजू के सेवन से डिप्रेस से राहत 

यदि आप वयस्क है तो रोजाना 5 काजू को पीसकर दूध के साथ पिने से depression में कुछ हद तक आराम मिलता हैं ।

  • बैर का सेवन 

सबसे पहले 5 बैर के अंदर से उनके बीज निकाल ले अब बचे हुए इसके छिलके को पीसकर इसके अंदर से रस निकाल ले औरर इसमें जायफल के आधा चम्मच पाउडर को मिक्स करे और दिन में दो बार इसका इस्तेमाल करे ।

  • ब्राह्मी सेवन से डिप्रेसन में राहत – ( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

एक चम्मच ब्रह्मी और एक चम्मच अस्वगंधा पाउडर को एक साथ मिक्स करे और इसे परतेक  दिन सेवन करते रहे इससे depression में आराम मिलता हैं

  • निम्बू के मिश्रण से depression  में आराम 

एक चम्मच निम्बू के रस में एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर ( घर का पिसा हुआ ) और 1 चमच सहद  , इन तीनो को 2 कप पानी में अच्छी तरह मिक्स करे और इसे पि जाए । इस तरह रोजाना उपयोग करने से depression से जल्द आराम मिलता हैं ।

  • सेव के उपयग से depression में मिलता है आराम 

सुबह उठकर सबसे पहले खाली पेट एक सेव खाये इससे आपका सरीरक स्वस्थ रहने के साथ आपका मानसिक संतुलन भी बैलेंस हो जाता हैं ।

  • depression में इलायची का प्रयोग 

दो से तीन लायची के दाने पीस ले अब एक ग्लास पानी को उबाल ले , पानी उबलने के बाद इसमें इलायची के पाउडर डालकर चाय की तरह पि जाए इसके निरन्तर उपयोग से डिप्रेसन में राहत मिलती हैं ।

FAQS-अवसाद के लक्षण

Q- अवसाद का वास्तविक अर्थ क्या है?

Ans- किसी वयक्ति के अंदर अचानक से बदलाव जैसे घबराहट  , गुस्सा आना, अकेलापन महसूस होना और  किसी काम में मन न लगना आदि लक्षण नज़र आते हैं, और यह दिक्कत कुछ महीने में भी समाप्त नहीं होती तो उसे ही अवसाद या डिप्रेशन कहा जाता है।

Q- क्या अधिक अवसाद होना विकलांगता होती है?

Ans-  ऐसा नहीं है अवसाद के मरीज को कोई विकलांगता नहीं होती है, परन्तु यह समस्या ऐसी है की कोई वयक्ति इसके चपेट में आ सकते हैं

Q- अवसाद के प्रमुख संकेत क्या हैं?

Ans- अवसाद के प्रमुख संकेतों में किसी से मिलने का मन न करना , शरीर का फैलना , नींद नहीं आना या ज्यादा आना ,मूड स्विंग होना, इत्यादि शामिल हैं।

Q- अवसाद होने की संभावना किन लोगों में अधिक रहती है?( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

Ans- अमूमन  लोग ऐसा मानते हैं कि depression होने की संभावना ज्यादा उम्र के लोगों (60 या उससे अधिक उम्र वाले) में हो रही हैं लेकिन पिछले कुछ सालों में यह समस्या युवा पीढ़ी को सबसे अधिक हो रही हैं जो अच्छे संकेत नहीं हैं ।

Q- क्या डिप्रेशन का इलाज संभव है ?

Ans- जी हां, डिप्रेशन का इलाज किया जाता हैं । इसे जल्दी ठीक करने के लिए डॉक्टर की सहायता लेना, दवा लेना, योग करना, इससे जुड़ा थेरेपी लेना इत्यादि  या सभी के प्रयोग से मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं ।

निष्कर्ष ( depression symptoms in hindi-depression in hindi )

आपको मेरा यह आर्टिकल depression ke lakshan kya hote hai कैसा लगा हमे कमेंट के माध्यम से जरूर बताये यदि आपको समझने में कोई दिक्कत हुई हैं तो उस परेशानी को भी कमेंट में पूछ सकते हैं जिसे जल्द – जल्द जवाब देने के प्रयाश किये जायेंगे धन्यवाद ।

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