3 महीने गर्भावस्था के लक्षण-3 mahine ki pregnancy- 11 वें सप्ताह गर्भावस्था लक्षण

3 महीने गर्भावस्था के लक्षण-3 mahine ki pregnancy

किसी भी महिला को प्रेगनेंसी के दौरान उनके शरीर में बहुत सारे बदलाव ओने लगते हैं जिसके बदलाव का मुख्या वजह हार्मोन को माना जाता हैं जो महिला के गर्भावस्था के दौरान ही एक्टिव होता हैं ।

आज हम इस लेख में किसी भी गर्भावस्था वाली महिला के मुख्य रूप से तीन महीने का गर्भ  के दौरान होने वाले शारीरिक बदलाव , खान पान , बच्चे की स्थिति , एवं क्या नहीं करना चाहिए आदि के बारे में चर्चा चर्चा करने वाले हैं ।

यदि आप 12 वीक प्रेगनेंसी  को पार कर रही हैं या फिर इस महीने में प्रवेश कर रही हैं तो आप भी  जी मिचलाने, थकान, चिड़चिड़ाहट जैसी समस्या से परेशान होंगी या यह परेशानी अपको होना सुरु हो जायेगा इसलिए इस दौरान जिन 12 वें सप्ताह गर्भावस्था लक्षण  को आप सामना कर सकती है उसी के बारे में इस लेख में बताया गया हैं ।

वैसे तो 3 महीने वाली गर्भवती महिला क्र बाहरी शरीर में कोई ख़ास बदलाव नहीं आते हैं जिसके देखकर कोई बता सके की आप प्रेग्नेंट है । इस दौरान आपको अपने तारीख का हिसाब किताब केलिन्डर के द्वारा जरूर रखना चाहिए और साथ में सही खान पान का भी ख्याल रखना जरुरी हैं ।

क्योंकि इसी दौरान आप अंदर हो रहे शारीरिक बदलाव को महसस करती हैं और इस तीसरे महीने की प्रेग्नेंसी ( pregnancy ka 3 mahina ) के दौरान गर्भवती महिला के पेट में मौजूद डिम्ब का रूपन्तरण एक भूर्ण के रूप में हो जाता  हैं ।

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  • नींद आने में परेशानी 

अक्सर सभी प्रेग्नेंट महिला को 3 महीने के सुरुवाती दिनों में नींद पूरा नहीं हो पाता हैं  क्योंकि इसके बहुत सारी वजह हो सकती है जिसमे पहली वजह है आपका बढ़ा वजन और इसके अतिरिक्त पेट का साइज का बढ़ना और शरीर में हॉर्मोन्‍स का उतार-चढ़ाव से आपकी नींद में खलल पैदा हो सकती हैं ।

  • कमर दर्द 

यदि आप गर्भवती है और 3 महीने हो चुके है तो आपका वजन भी बढ़ना सुरु होगा जिसका सीधा असर कमर पर पड़ता  है। यही कमर में होने वाला दर्द का मुख्य  वजह  है। इससे निपटने के लिए सुबह शाम , टहलना हल्‍की-फुल्‍की कसरत, , ज्‍यादा समय तक खड़े रहने या बैठने से परहेज करना ।

  • पेट के ऊपर निशान

इस समय बच्‍चे के साइज बढ़ने के साथ आपके पेट का आकार भी बढ़ता है  लेकिन इसका दूसरा मामूली नुक्सान यह है की आपके पेट की त्‍वचा खिंचने से उस पर  निशान बन सकते हैं ।

ये लगातार बढ़ते चले जायेंगे किन्तु इनसे होने वाली खुजली आपको परेशान करेगी  इससे बचने का सबसे आसान उपाय डॉक्‍टर की सलाह से कोई क्रीम को यूज करे ।

  • छाती में जलन 

किसी भी 3 माह की गर्भवती महिला के पेट में  बच्‍चा का बड़ा होना आरम्भ हो जाता है जिसके कारण पेट का खाली जगह भरने लगता हैं । इसका असर सीधे आपके पाचन पर पड़ता हैं और तो और  प्रेग्‍नेंसी के दौरान हॉर्मोन का स्राव भी पेट के एसिड को गले तक पहुंचाते रहते हैं ।

इसलिए यह समस्या ज्यादा तर आपको खाकर लेटते समय ही होगी तथा  इससे बचने  का सबसे आसान तरीका खाना खाने के तुरंत बाद लेटने या सोए की कोशिस नहीं करे बल्कि थोड़े देर चलने या टहले की कोशिस करे , सुबह-शाम टहलें, खाना हल्‍का खाएं, पानी खुब्ब पिएं।

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  • पेशाब की समस्या – (3 महीने गर्भावस्था के लक्षण-3 mahine ki pregnancy)

मुख्य रूप से तीसरे महीने में शरीर में में मौजूद हरोने एच सी जी को पैदा करता हैं जिसके कारण खून का काफी मात्रा में उत्पादन होता है और इसका प्रेशर सीधे युरनरी ट्रैक्ट पर पड़ता हैं ।

इसलिए पेशाब का बार बार लगने का मुख्या वजह यही है और साथ में इसी समयकाल में एस्ट्रोजन के लेवल बढ़ने से योनि की दिवार बढ़ने लगती हैं । जसके कारण उसमे से सफ़ेद गाढ़ा पदार्थ निकलता है जो सक्रमण को गर्भास्य में जाने से रोकता हैं । यदि आपको इससे ज्यादा परेशानी हो रही है तो डॉक्टर से एक बार जरूर चेकअप करा ले ।

  • कमजोरी एवं थकान   

pregnancy ka 3 mahina होने पर गर्भ में पल रहे भूर्ण को जरुरी पोषण एवं पोषक तत्व की जरुरत पड़ती हैं । जिसकी पूर्ति के लिए शरीर खून का ज्यादा उत्पादन करता हैं जिसके वजह से ब्लड शुगर एवं ब्लोड्ड प्रेशर प्रभावित होता हैं ।

इसके वजह से आपको कमजोरी और थकान की समस्या हो सकती हैं तथा इस समय मॉर्निंग सिकनेस की सबसे ज्यादा समस्या हो सकती हैं । जब तक 12 हफ्ता ख़त्म होते है तब यह लक्षण भी दूर होए लगते हैं ।

  • 3 महीने में शिशु का विकाश 

इस समय शिशु का साइज 2.5 इंच तक हो सकता है और वजन 25 से 30 ग्राम होता हैं । दिल काम करने के साथ ऊँगली के निशाँ भी बनाने सुरु हो जाते हैं  । इसके साथ ही आँख , जुबान , जबड़ा बनाने के साथ किडनी , मांसपेशिया , हड्डी का ढाँचा भी बनाना आरम्भ हो जाता हैं । इस समय शिशु के स्किन में पारदर्शी होती हैं जिसमे नही को आर पार देखा जा सकता हैं ।

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pregnancy ke 3 month in hindi – खान-पान 

वैसे तो इस समय शरीर को बहुत परेशानी झेलना पड़ता हैं यदि आपको pregnency के दौरान थोड़ा बहुत आराम चाहिए तो इसका अबसे बढ़िया विकल्प है खान – पान पर ज्यादा ध्यान देना और 3 mahine ki pregnency के दौरान जो जरुरी खान – पान की सूचि है वो निचे दी गयी है ।

  • ज्यादा पानी पिए 

तीसरे महीने (12 weeks of pregnancy in hindi ) के दौरान आपको जितना हो सके उतना ज्यादा पानी पीना चाहिए जिसके वजह से आप कब्ज से दूर रहने के साथ शरीर हाइड्रेड भी बना रहता हैं ।

इसके साथ ही प्रेग्नेंसी में ज्यादा मोटा शरीर भी नहीं होता हैं और इसके आलाव दूसरे ऑप्शन के तौर पर आप कोई ऐसा फल या सब्जी का चुनाव कर सकती हैं जिसमे पानी की मात्रा ज्यादा रहता हो ।

  • फाइबरयुक्त आहार  

गर्भावस्था के तीसरे महीने ( pregnancy 3rd month in hindi ) में ज्यादा मात्रा इ पाए जानेवाले फाइबर से जुड़े फल , सब्जी , आदि का सेवन करना चाहिए । क्योंकि ऐसा करने से यूटेरस की वाल मजबूत होती है एवं शिशु का विकाश को भी फायदा होता हैं। इसलिए फाइबर की मात्रा बढ़ाने के लिए आपको अपने डाइट में अनार , संतरे , सेव् , अनानास , आदि फलों का सेवन करना चाहिए ।

  •  कैल्शियम की आपूर्ति –(3 महीने गर्भावस्था के लक्षण-3 mahine ki pregnancy)

तीसरे माह के गर्भावस्था में पल रहे बच्चे की हदी की ग्रोथ का सुरुवाती चरण होता हैं ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरुरत पड़ सकती हैं एवं साथ ही साथ अपने रोजाना डाइट में कैल्शियम की मात्रा भी जरूर शामिल करना चाहिए ।

क्योंकि कलशु आपके और आपके शिशु के लिए बहुत जरुरी अवयव है । इस समय आपको दूध से बने खाद – पदार्थ और फल में कैल्शियम युक्त जैसे केला का सेवन जरूर करना चाहिए ।

  • मिट का सेवन 

बहुत सारी महिला ऐसी भी हैं जो नॉन – वेज  खाना पसंद नहीं करती हैं लेकिन जो खाती है उन्हें उन मिट का सेवन जरूर करना चाहिए जिसमे फैट की मात्रा बहुत कम पायी जाती है ।

आप चाहे तो ऑप्शन के तौर पर चिकेन या मछली को अपने डाइट में शामिल कर सकती है जिसमे फैट कम होने के साथ प्रोटीन की अच्छी मात्रा मौजूद होती हैं । और कोशिस करे की यह अच्छी तरह पका हुआ हो नहीं तो कच्चा मानस आपको नुक्सान कर सकता हैं ।

ऐसे और भी कई तरह के खाद – पदार्थ है जो आपके लिए और शिशु के लिए बहुत फायदेमंद शाबित हो सकते हैं । अथार्त इसमें फल , जूस , हरी सब्जी , ड्राई फ्रूट्स , डेरी प्रोडक्ट , आदि को भी आजमा सकती हैं ।

यदि आपके पास पर्याप्त समय हो तो शरीर के हल्के फुल्के व्याम भी कर सकती है । लेकिन आपको मैं एक बात बता दू की इन सभी घरेलु आइटम को आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से एक बार राय – मश्वरा जरूर कर ले ।

सावधानिया 13 वें सप्ताह गर्भावस्था लक्षण(3 month pregnancy symptoms in hindi)

जैसा की मैंने ऊपर यह बता दिया है की तीन माह का प्रेगनेंसी (pregnancy) की भी महिला के लिए बहुत मह्त्वपूण है । इस दौराम आपके शरीर और शिशु में कई तरह के बदलाव आने स्वभाविक हैं ।

लेकिन इस समय आपको डॉक्टर द्वारा बताये गए नियम का पालन करने के साथ कुछ ऐसी भी बातें है जो आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए । इसलिए इस तीसरे महीने में आपके लिए कौन सी कौन सी बात पर ध्यान देना है उसे निचे बताया गया हैं ।

  • कपडे लुस पहने
  • पेट पर ज्यादा दबाव नहीं दे
  • आराम की समय सिमा बढाए
  • नशीली पदार्थ जैसे शराब से दूर रहे
  • सुबह शाम टहलने का समय निकाले
  • एक साथ बहुत सारी दवा का सेवन नहीं करे
  • जंक फ़ूड खाने से बचे
  • अपने डाइट में हेअल्थी चीजे शामिल करे
  • डॉक्टर के साथ कांटेक्ट में रहे
  • एक जगह पर ज्यादा देर न बैठे एवं खड़े भी ज्यादा देर नहीं रहे
  • तेल से ताली हुई चीजे का सेवन कम करे
  • कोई भी अनजान दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करे

निष्कर्ष (3 महीने गर्भावस्था के लक्षण-3 mahine ki pregnancy)

उम्मीद है की आपको मेरा यह आर्टिकल तीन महीने गर्भावस्था के लक्षण या गर्भावस्था 11 सप्ताह लक्षण या 3rd month pregnancy symptoms in hindi पसंद आया होगा जिसमे मैंने बहुत ही आसान भाषा में प्रेग्नेंसी के बारे में बताया हैं यदि आपके कोई प्रश्न है तो उसे कमेंट में पूछ सकते हैं जिसका उत्तर जल्द देने के प्रयाश किये जायेंगे धन्यवाद ।

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