pcod kya hota hai-पीसीओएस क्या है
आज हम एक ऐसे गंभीर बिमारी के बारे में बात करनेवाले हैं जो केवल महिलाओं में होता है और यह बहुत परेशान भी करता है जिसको हम pcos या , pcod के नाम से जानते हैं । असल में यह दोनों इसी बिमारी की तरफ संकेत करते हैं ।
pcos का फुल फॉर्म या pcos meaning in hindi –polycystic ovary syndrome और हिंदी में इसे पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम कहा जाता हैं
pcod full form in hindi- पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर कहा जाता हैं । अब हमे इसके बारे में पुरे विस्तार से जानने की कोशिस करेंगे जिसमे मैं आज आपको इस आर्टिकल की मदद से उन तमाम सभी जानकारी को आपके साथ शेयर करूँगा ।
उमीद्द है की pcod meaning in hindi में अपने जान लिया है अब इस लेख में जो सभी जानकारी होंगी उनमे , pcod kya hai / pcos kya h / pcod kya hota h, पीसीओएस के लक्षण पीसीओडी का उपचार , पीसीओडी का इलाज आदि शामिल किया गया है ।
- pcos / pcod kya hai
आज के समय में लोगों की जिंदगी इतनी फ़ास्ट हो गयी है की वे अपने सेहत का ख्याल तक नहीं रख सकते हैं और इन सभी के वजह से हमारे शरीर किसी न किसी बिमारी के जकड में आ जाता हैं । जब बात महिलाओं की आती है तो यह समस्या दुगनी हो जाती है ।
क्योंकि महिलाये अक्सर घर , ऑफिस और बच्चों की देख रेख में ही उलझी रहती हैं और इस वजह से उनको अपने बारे में ख्याल रखने का समय ही नहीं मिल पाता हैं । वे खुद को भूल दूसरों के ख्याल रखने के चक्कर में फंसी रहती है जिसके वजह से उनके ऊपर काफी दबाव रहता हैं ।
pcos kya hota hai-pcos symptoms hindi(pcod kya hota hai)
इस तरह के हर समय वयस्त रहने के वजह से औरते अपने लाइफ को बिमारी की तरफ धकेल देती हैं और कई तरह के बीमारी को न्योता देती हैं जिसमे से pocd / pcos नमक बीमारी प्रमुखहैं ।
कुछ साल पहले यह समस्या केवल 30 से 35 साल के औरते में पायी जाती थी लेकिन आज के समय में यह अब आम बिमारी बन चूका है जो 15 से 20 साल के लड़कियों में भी यह बिमारी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं ।
यह बिमारी किसी में एक बार होने के बाद और भी दूसरे कई तरह की बिमारी होने का असंका बना रहता हैं क्योंकि इसे यदि समय पर इलाज नहीं किया गया तो , इस pcos से ग्रस्त महिलाये जल्द ही दूसरे किसी बिमारी की जकड़ में आ सकती हैं ।
- pcod problem symptoms in hindi- लक्षण
PCOS यानी की पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या , PCOD मतलब पॉली सिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर फीमेल में होनेवाली एक ऐसी बिमारी है जो मुख्या रूप से महिलाओं के हार्मोन में असंतुलन (hormonal imbalance) के द्वारा पायी जाती हैं ।
इसमें महिलाओं के शरीर में male hormone जिसे androgen का नाम से जाना जाता हैं उसका लेवल बढ़ने लगता हैं एवं ओवरीज पर एक से ज्यादा सिस्ट होने लगते हैं ।
यह एक प्रकार से जेनेटिकली भी हो सकता है या फिर ज्यादा वजन के बढ़ने से इस PCOS / PCOD नामक बिमारी के होने के संभावना बहुत ज्यादा हो जाती हैं एवं इसके साथ – साथ तनाव भरी जिन्दगी भी इसके होने के मुख्य वजह हो सकते हैं ।
पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से होने वाले शरीरिक नुक्सान एवं संकेत
pcod kyu hota hai -आपको मैं बता दू की जिन औरत या लड़कियों को हर महीने पीरियड के दौर से गुजरना पड़ता हैं उन्ही में यह समस्या देखने को मिलती हैं एवं केवल उन्हें ही पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज (PCOD) जैसी समस्या होने की संभावना बनी रहती हैं । यदि कम उम्र में ही इसका पता चल जाए तो इलाज करके इसे कंट्रोल किया जा सकता हैं ।
शारीरिक नुक्सान
- वजन बढ़ना
जब अपने खाने का कोटा नहीं बढ़या है और अचानक से यदि आपका वजन बढ़ने लगे तो यह काफी हद तक पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज या फिर तनाव की तरफ संकेत करता हैं ऐसे में समय रहते आपके मेडिकल जाँच जरूर करना चाहिए ।
- मासिक धर्म चक्र
वैसे तो इसके हर महीने आने का समय में 2 से 3 दिन का ही अंतर होता है परन्तु इस बिमारी के वजह से पीरियड के समय ब्लड का रंग बदलना या कम आना , सही समय पर ना आना आदि जैसी समस्या हो सकती हैं ।
- थकान
अक्सर औरते ज्यादा थकान को इसलिए अनदेखा कर देती है क्योंकि उन्हें लगता है की सायद ज्यादा काम करने के वजह से उन्हें थकान महसूस हो रहा है जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है यदि आपका काम पहले के मुक़ाबले बढ़ गया है तो कोई दिक्कत नहीं है यदि बिना कोई काम किया ही थकान महसूस हो रहा है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेने चाहिए ।
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चेहरे और शरीर में बाल की अधिकता
जैसा की हम यह बात जानते है की हमारे शरीर में हार्मोन की कमी य फिर बढ़ोतरी से , यह सीधे हमारे शरीर में प्रतिकूल प्रभाव डालता हैं जिसमे वजन बढ़ना , चेहरे एवं सरीरी के किस अन्य भाग में एक्स्ट्रा बाल का उगना इनमे से प्रमुख हैं
और यह प्रभाव खासकर लड़कियों या औरते को बिलकुल पसंद नहीं है इसलिए बेहतर यही होगा की जल्द से जल्द किसी बढ़िया डॉक्टर से इसका चेकअप कराये और सही समय पर इसका इलाज कराये ।
- बाल झड़ना और पतला होना
इस POCD के वजह से औरते के सर के बाल में बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता हैं क्योंकि बालो के लिए जरुरी प्रोटीन की आपूर्ति नहीं हो पाती हैं जिसके वजह से बाल पतले और कमजोर पड़ने लगते हैं और आखिरी में टूटने के कगार पर आ जाते हैं
यदि आपको भी यह समस्या है तो बाल का चेकअप कराने से पहले डॉक्टर के परामर्श के बाद PCOS का चेक जरूर कराये हो सकता है इसके वजह से आपको परेशानी हो रही हो ।
- पेड़ू में दर्द रहना ( pelvic pain )
इस रोग को पहचानने का सबसे पुख्ता सबूत माना जाता है लेकिन इससे जुड़े अधकतर मामले में अपेंडिक्स, यूरिन इन्फेक्शन, गुर्दे का संक्रमण, किडनी स्टोन या यौन संक्रमण से जुड़ी बीमारी इसका कारण हो सकते हैं।
प्रोस्टैटिस PCOD की सूजन के कारण पेडू का दर्द हो सकता है। इसी तरह प्रोस्टेट बढ़ने से भी मूत्र मार्ग में दबाव पड़ता है, जिसके वजह से पेडू में दर्द होता है यदि आप इस समस्या को झेल रहे है तो जल्दी से बढ़िया ट्रीटमेंट ले ।
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मुहांसे –(pcod kya hota hai)
मेल या फीमेल जब 15 से 20 वर्ष की आयु तक आते हैं तब यह समस्या होती है जो पुरुष और नारी दोनों में होने एक आम बात है परन्तु मुहासे समस्या अचानक से किसी 30 से 35 साल की औरत में होने लगे तो यह संकेत अच्छे नहीं होते हैं
इसलिए यहाँ काफी हद तक यह संभव है की आपको PCOS की समस्या हो सकती है इसलिए समय रहते इसका टेस्ट जरूर कराये यदि रिजल्ट पॉजिटिव है तो इसका इलाज कराने की अव्सय्कता है ।
- सिर दर्द
यह भी एक तरह से आम समस्या है जिसे कोई भी इंसान एक या दो खुराक की दवा या फिर बाम लगाकर कुछ समय के लिए छुटकारा पा लेता परन्तु यदि औरते में यह समस्या बार – बार आ रही है
तो निश्चित ही उन्हें कोई डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए क्योंकि लगातार सर दर्द का होने कई तरह के बिमारी में शामिल होता हैं जिसके अंदर पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज (PCOD) भी शामिल है ।
- नींद की समस्या
सर दर्द की तरह नींद की समस्या भी बहुत तरह की बिमारी की तरफ इशारा करता है इसलिए PCOD / PCOS की बिमारी तरफ सीधे तौर पर नहीं बताया जा सकता हैं इसलिए अच्छ यही होगा की इसका चेकअप कराये ।
इसके अतिरक्त हाइ ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज व दूसरे हॉर्मोन्स का असंतुलन भी इसके मुख्य वजह हो सकते हैं। PCOD बिमारी ज़्यादा गंभीर होने पर महिला को प्रेग्नेंट होने में भी बहुत दिक्कत आती हैं ।
pcos treatment in hindi-पीसीओएस का इलाज
पोलिस्टिक सिंड्रोम बिमारी को आमतौर पर PCOS भी कहा जाता हैं और PCOD बिमारी भी इसी के रूप हैं । कुछ समय पहले से यह समस्या में बहुत तेजी के साथ इजाफा हुआ है इसलिए हर साल सितम्बर के महीने में PCOS को एक जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैं ।
PCOD एक गंभीर और हार्मोन से जुड़ा समस्या हैं जिसके वजह से मेटाबोलिक और प्रजनन से जुडी दिक्कते आ सकती हैं । यह बिमारी महिलाये और लड़कियों में ज्यादातर पायी जाती हैं लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोग ही जनते हैं । कुछ जरुरी सावधानी बरतनी होगी जिसके बारे में आप निचे पढ़ सकते हैं ।
डेली रूटीन
जैसा की ऊपर यह बताया जा चूका है की यह बिमारी हार्मोन से जुडी हुई है इसलिए आपको अपने लाइफ को कुछ इस तरह से बैलेंस करना होगा जिससे हार्मोन के स्राव में बैलेंस आ सके इसलिए –
- आप अपनी भोजन का ध्यान रखें और समय के अनुसार ही भोजन ग्रहण करे
- मौसम के अनुसार खान – पान में भी बदलाव करते रहे ।
- एक्सरसाइज करे , रनिंग करे , पार्क में टहले यानी की प्रकृति के लिए समय निकाले
- पानी की मात्रा बढाए और मन को शांत रखे इसके लिए आप मूवीज , सांग या किताब पढ़ सकते हैं ।
खान – पान –(pcod diet in hindi/pcos diet in hindi)
यदि आप इस समस्या से जूझ रहे है तो तत्काल ही ट्रीटमेंट ले और इसके अलावा जल्दी स्वस्थ होने के लिए आपको अपने खान – पान पर भी ध्यान देने की जरुरत होगी तो चलिए उसके बारे में भी बात कर लेते हैं ।
1 ) जो महिलाये जल्दी स्वस्थ होना चाहती है उन्हें दवा के साथ खान – पान पर विशेष ध्यान देने की जरुरत हैं इसलिए जहाँ तक हो सके बाजार के प्रोसेस्ड फ़ूड खाने से बचे और इसके जगह पर घर का सुध भोजन को ही ग्रहण करे ।
2 ) फाइबर से भरपूर वयंजन शामिल करे और इसके लिए आप खाने में हरी सब्जी , सलाद , दाल , दलीय आदि को शामिल करे ।
3 ) आपका भोजन में यदि तेल का प्रयोग कम से कम हुआ है तो और भी बढ़िया हैं
4 ) चाय और कॉफी का सेवन कम करे यदि यह संभव नहीं है तो एक दिन में कम से कम एक या दो बार ही चाय का सेवन करे
5 ) अलकोहल और शुगर की मात्रा को कम करे या सिमित मात्रा में इसका उपयोग करे
6 ) जंक फ़ूड का सेवन करना बंद कर दे इसके जगह पर ड्राई फ्रूट्स , दूध , दही , छाछ , फल आदि का प्रयोग करे
एक्सपर्ट की सलाह (pcod kya hota hai)
PCOS या , पॉलिसिस्टिक ऑवेरियन सिंड्रोम एक तरह से हार्मोन से जुडी समस्या है जो युवा महिलाये में ज्यादा देखा जाता हैं । इस समस्या का प्रमुख वजह जेनेटिक एवं एन्वारमेंटल हो सकते हैं ।
पीसीओडी की दिक्कत खान पान , लाइफस्टाइल , से जुडी आदतों , स्ट्रेस एवं शरीरिक गतिविधयों में कमी के कारण यह बिमारी हो सकती है । इस बिमारी में मुख्य रूप से ओवेरी के अंदर छोटी गांठ बन जाती हैं ।
pcos treatment in ayurvedic in hindi-(pcod kya hota hai)
हर बिमारी का कोई न कोई घरेलू इलाज़ जरूर होता है तो अब आपके मन में यह सवाल जरूर होगा की क्या इसका भी कोई घरेलू इलाज है या फिर घर के चीजों को आजमा कर क्या PCOD/PCOS को ठीक किया जा सकता हैं तो चलिए अब इसके बारे में भी जान लेते हैं ।
- दालचीनी का प्रयोग
दालचीनी में काफी मात्रा में कार्बोहाइडे्ट, निआसीन, कैल्शियम, थाइमीन, फॉस्फोरस, प्रोटीन, सोडियम, विटामिनमैंग्नीज, पोटेशियम पाए जाते हैं जो वजन को कंट्रोल करने के साथ PCOS से भी छुटकारा दिला सकते हैं ।
इसका लाभ पाने के लिए रोज एक चम्मच दालचीनी पाउडर , एक ग्लास गर्म पानी के साथ मिक्स करके 2 से 3 महीने लगातार पिए आपको बहुत फायदा होगा ।
- पुदीना का उपयोग
एक बर्तन में एक गिलास पानी डाले और उसमे पुदीने के 10 पत्तिया डालकर खूब अच्छी तरह उबाले फिर इसके बाद इसे गर्म ही छाय की तरह सेवन करे कुछ हफ्तों तक ऐसा करने से टेस्टेस्टेरोन हार्मोन का लेवल कम होने लगता है जिसके वजह से आपके टूटते बाल या फिर अतिरिक्त बढ़ते बाल कम कंट्रोल में आ जाते हैं ।
- मेथी का सेवन
इस रोग में वजन तेजी से बढ़ता है इसलिए मेथी का उपयोग कर सकते है इसके लिए मेथी के बीजों को रात को पानी में भिगो दें तथा खाली पेट एक चम्मच भीगे हुए बीजों को शहद के साथ सेवन करे ।
- तुलसी का उपयोग
औषधि गुण से भरपूर तुलसी PCOD में मदद करने के साथ हमारे शरीर की इम्युनिटी लेवल बढ़ते हैं तुलसी के पत्ते में एंटी – एंड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं , जो शरीर में मौजूद टेस्टेस्टेरोन के अत्यधिक लेवल को कम करने में बहुत मदद करते है इसलिए 10 से 15 तुलसी के पत्ते को एक ग्लास पानी के साथ गर्म करे और चाय की तरह सेवन करे ।
pcod me weight loss kaise kare
सबसे पहले यह जानते है की आखिर में PCOS से वजन क्यों बढ़ता हैं ? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि को महिलाये PCOS से पीड़ित होती है उनमे अचानक से परुष हार्मोन बढ़ जाता है इसके कारण महिला इन्सुलिन प्रतिरोध हो जाती हैं जिससे वे मोटापे का शिकार हो जाती है ।
- खाने में कर्ब की मात्रा कम ले
कार्ब्स डायरेक्ट आपके शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को इजाफा कर सकता हैं , इसलिए यदि खाने में कर्ब की मात्रा को कम कर दिया जाए तो काफी हद तक आपको मोटापे से रहत मिल सकती हैं ।
एक शोध में इसे सिद्ध भी किया जा चूका हैं । PCOS से पीड़ित महिला को पहले तीन हफ्ते तक एक डाइट दिया गया जिसमे 40 % कार्ब्स और 45 % वसा एवं बाकी हिस्सा प्रोटीन और अन्य तत्वा थे ।
फिर इसके बाद अगले तीन हफ्ते के लिए एक और डाइट दिया गया जिसमे 60% कार्ब्स और 25 % वसा और बाकी अन्य तत्व थे । इन दोनों डाइट को लेने के दौरान या पाया गया की दूसरी डाइट के मुक़ाबले पहली डाइट में उस महिला का वजन में 30% तक कम हु चूका था ।
- फाइबर की मात्रा बढ़ाये
भोजन के रूप में फाइबर की मात्रा ज्यादा लेने से आपको लम्बे समय तक भूख का एहसास नहीं होता जिसके फलस्वरूप आप चिप्स , नमकीन , बिस्किट आदि खाने से वंचित रह जाते हैं । फाइबर के निरन्तर सेवन से इन्सुलिन प्रतिरोध , शरीर में वसा को कम करना , एवं महिलाओ में पेट के निचे वसा कम होना आदि पर असर डालता है ।
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प्रोटीन और हेअल्थी फैट्स का सेवन
खाने में यदि प्रोटीन की मात्रा शामिल करते है तो भोजन करने के बाद आपका पेट भरा हुआ महसूस होगा , जिसके वजह से शरीर में रक्त शर्करा को बैलेंस करने में मदद मिलती है और साथ में ज्यादा से ज्यादा कैलोरीस घटाने में मदद करता हैं इस कारण से वजन बहुत तेजी से कम होने लगता हैं ।
- फर्मेन्टेड खाना खाये
फर्मेन्टेड खाना शरीर के चापाच्य को बढ़ावा देते हैं और वजन को कंट्रोल करने में मादा करते हैं । आम महिला की तुलना में स्वस्थ महिला के शरीर के अंदर स्वस्थ आंत में बेक्टेरिआ कम पाए जाते हैं इसलिए फर्मेन्टेड खाना खाने से बहुत मदद मिलती है ।
- मीठा और प्रोसेस्ड फ़ूड नहीं खाये
अगर आप PCOS से पीड़ित है और प्रोसेस्ड खाना छोड़ दे तो बहुत जल्दी आप अपने बढे हुए वजन में बैलेंस कर सकते हैं । मीठा और प्रोसेस्ड फ़ूड आपका शुगर लेवल बढ़ा देता है जिससे मोटापे का शिकार हो जाते हैं ।
- रोजाना एक्सरसाइज करे
स्वस्थ डाइट के साथ यदि रोज़ाना वर्कआउट या एक्सरसाइज करने से आप आसानी से वज़न घटा लेंगे। कार्डियो और वेट ट्रेनिंग की मदद से PCOS से पीड़ित महिलाएं अपना वज़न जल्दी घटा सकते हैं।
- नींद पूरा ले
सभी जानते है की नींद हमारे शरीर को फिर से जीवंत और रिफ्रेश करने में बहुत मदद करती है। नींद की कमी होने से भूख को बढ़ाने वाले हार्मोन की गतिविधि को बढ़ा देती है, जिससे आप पूरे दिन ज़्यादा खाते हैं।
कई ऐसे शोध में यह शाबित हो गया है कि जो लोग पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं उनका अच्छी नींद सोने वाले लोगों के मुकाबले मोटापे की चपेट में आने का खतरा ज़्यादा बना रहता है ।
pcos homeopathy treatment in hindi-(pcod kya hota hai)
जिस तरह इंग्लिश दवा , आयुर्वेदिक दवा से PCOS के इलाज किया जा सकता है ठीक उसी तरह होम्योपैथिक के मदद से भी इसका इलाज संभव है और एक जानकारी के अनुसार 2019 में डॉ बत्राज द्वारा पीसीओएस के 4500 से अधिक रोगियों का सफल इलाज किया है । निचे इलाज के बाद महिलाये की कुछ टिप्पड़िया है जिसे आप पढ़ सकते हैं ।
- डॉ बत्राज में पीसीओएस के उपचार के लिए धन्यवाद। मेरा वजन 10 किलों कम हुआ और मासिक धर्म नियमित हुए- श्रीमती मेहता, अजमेर
- पीसीओएस के उपचार के बाद मेरा अवसाद, सुस्त भावनाएं और उदासी गायब हो गई। डॉ बत्राज का धन्यवाद- श्रीमती गुरविंदर, जालंधर
प्रसव के दौरान आज के समय में हर दस महिला में एक महिला को PCOD की शिकायत होना आम बात हैं । इससे पीड़ित महिला में से आधी से ज्यादा महिला इसके जाँच से वंचित रह जाती हैं ।
जागरूकता पैदा करने और इस रोग दूर करने के लिए डॉ बत्राज द्वारा PCOS से पीड़ित सभी महिलाये को मुफ्त में परामर्श प्रदान करता हैं । इसका फायदा उठाने के लिए अपने निकट डॉक्टर बन्नाज क्लिनिक में जाए या फिर +91-9167791677 इस नंबर में कॉल भी कर सकते हैं ।
निष्कर्ष (pcod kya hota hai)
आपको मेरा यह आर्टिकल patanjali treatment pcos in hindi , pcod problem in hindi , polycystic ovary syndrome in hindi , pcod problem solution in hindi , treatment of pcod in hindi कैसा लगा हमे कमेंट के द्वारा जरूर बताये धन्यवाद ।