chemotherapy kya hai-chemotherapy in hindi-कीमोथेरेपी-कीमो क्या है

chemotherapy kya hai-कैंसर कीमो ट्रीटमेंट इन हिंदी

कीमोथेरेपी आज के समय में इतना कारगार शाबित हो रही है की इस विधि का इस्तेमाल कैंसर जैसे गंभीर बिमारी के उपचार के लिए भी किया जा रहा है लेकिन कैंसर के इलाज के लिए और भी कई तरह के तरिके है जिसमे रेडिओथेरेपी , सर्जरी से ट्यूमर हटाना , लक्षित दावाये आदि शामिल है ।

what is chemotherapy in hindi-(कीमोथेरेपी इन हिंदी)

इस थेरेपी का उपयग मुख्य रूप से कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है । यदि हम इसके meaning के बारे में बात करे तो chemotherapy meaning in hindi इसमें दो सब्द का इस्तेमाल किया गया है ।कीमोथेरेपी मीनिंग  को हिंदी में रसायन चिकित्सा भी कहा जाता हैं ।

जिसमे कीमो का मतलब दवा और थेरेपी का मतलब कैंसर के स्टेज को रोकना अथार्त दवा के द्वारा कैंसर के स्टेज को रोककर उसे खत्म करना होता है । यह थेरेपी काफी हद तक कैंसर की कोशिका को बढ़ने से रोकती है ।

यह थेरेपी सभी तरह के लोगो के लिए फायदेमंद नहीं होता हैं क्योंकि इसके कुछ नुक्सान भी है जिसके बारे में हम आगे बात करनेवाले हैं । आपको एक जानकारी बता दू जो हमारे शरीर से सम्बंधित है

जब मनुस्य के शरीर में नयी कोशिका बनती है तब वह पुराने कोशिका का जगह ले लेती है और यह प्रक्रिया चलता रहता हैं लेकिन जब किसी कैंसर रोगी के शरीर में यह कोशिका बनती है

तब वह अपना नियंत्रण खो देती है और नए कोशिका के जगह कैंसर वाले कोशिका बनने और बढ़ने लगते हैं अतः इन्ही कैंसरकारी कोशिका को रोकने के लिए  केमोथेरेपी इलाज कराया जाता है । केमोथेरेपी में जिस दवा से इलाज किया जाता है उन्हें मनुष्य के शरीर के नशो में दिया जाता है ।

ब्लड में केमोथेरेपी का प्रभाव -cancer kimo treatment in hindi-(chemotherapy kya hai)

केमोथेरेपी द्वारा आपके रक्त में मौजूद कोशिका की संख्या घट सकती हैं इसलिए रक्त की जाँच निरंतर करते रहना चाहिए और आपको जानकारी के लिए बता दू की इन जाँच में सफ़ेद कोशिका , लाल कोशिका और पलटेट्स की संख्या देखि जाती है ।

  • प्लेटलेट्स 

यह कोशिका खून के बहाव को बांधने का काम करती है उदाहरण के लिए जब आपके शरीर का कोई अंग छील जाता है तो उस जगह से निकलने वाले रक्त को रोकने का काम प्लेटलेट्स ही करती हैं ।

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यदि इनकी संख्या कम हो जाती है तो शरीर में लगनेवाला हल्का सा खरोच भी बहुत प्रभाव डालता है एवं नाक और मसूड़ों से खून निकलने लगते हैं । यदि केमोथेरेपी के दौरान प्लेटलेट्स की संख्या कम पायी जाती है तो इनको चढ़ाना पड़ सकता है नहीं तो कम होने के वजह से इसका इलाज ताल दिया जाता हैं ।

  • सफ़ेद कोशिका 

यदि केमोथेरेपी के उपचार के बाद आपके शरीर में सफ़ेद कोशिका की संख्या घट गयी है तो शरीर में मौजूद सक्रमण से लड़ने की ताकत कम हो जाती है और इसे समझने के लिए सबसे आसान तरीका है ।

जैसे कीमो के बाद बुखार आना  यदि शरीर का तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा और गले में घाव होने , खासी , जुकाम , या दस्त जैसी समस्या हो रही है तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे ।

  • लाल रक्त कोशिका 

यह कोशिका शरीर के सभी अंग को ऑक्सीजेन पहुंचने का काम करती है इसलिए यदि इसकी संख्या कम हो जाए तो आपको थकान एवं शरीर के पीलेपन का अनुभव हो सकता हैं जिसे एनीमिया के नाम से जाना जाता है ।

types of chemotherapy in hindi -कीमो ट्रीटमेंट फॉर कैंसर

इस थेरेपी में मनुस्य के इलाज उनके बिमारी के हिसाब से किया जाता है और इन्ही इलाज को देखते हुए केमोथेरपी को चार भाग में बांटा गया है जिसकी लिस्ट निचे दी गयी है ।

  • Antitumor Antibiotics – एंटीट्यूमर एंटीबायोटिक्स 

इस प्रक्रिया के द्वारा कई तरह के कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है जिसमे डाक्टिनोमाइसिन प्रमुख हैं ।

  • Antimetabolites – अंतिमेटाबॉलिट्स 

इस प्रक्रिया के द्वारा स्तन कैंसर , लेकिमिया , अंडाशय और आंत्र पथ से सम्बंधित कैंसर का इलाज किया जाता है ।

  • Alkylating Agents – क्षरी करण एजेंट्स 

इस टाइप के इलाज में सारकोमा, लिंफोमा, फेफड़े, एकाधिक मायलोमा, लेकिमिया, दिमाग,हॉजकिन रोग , स्तन और अंडाशय के कैंसर आदि का इलाज शामिल है ।

  • plant alkaloids – प्लांट अल्कॅलॉइड्स 

इस प्रक्रिया या इलाज के द्वारा कोशिका के विभाजित होने की गति को रोका जाता हैं ।

केमोथेरेपी क्यों किया जाता है -kimo treatment in hindi

दरअसल केमोथेरपी उपचार   कैंसर कोशिका के संख्या को बढ़ने और विभाजित होने से रोकने के लिए किया जाता है । इसके अलावा निचे दिए गए निम्नलिखित स्थिति में भी केमोथेरेपी का उपयोग होता है ।

  • ट्यूमर का आकार छोटा करने के लिए
  • कैंसर को जल्दी फैलने की संभावना कम करने में
  •  शरीर में कैंसर कोशिकाओं की संख्या कम करने में
  • लिम्फ नोड्स की सूजन को ठीक करने के लिए

कैंसर के अलावा दूसरे उपचार में केमोथेरेपी का उपयोग 

कैंसर कीमोथेरेपी  के अलावा और भी कई तरह के बिमारी है जिनमे इसका उपयोग होता है –

  • अस्थि मज्जा स्टेम सेल को ठीक करने के लिए अस्थि मज्जा रोगों वाले लोगों को तैयार करने के लिए इस थेरेपी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • कैंसर के इलाज में लगनेवले वाली खुराक की तुलना में बहुत कम खुराक का उपयोग कर उन विकारो में किया जाता है जिनमे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करती है

कीमो के नुकसान- (केमोथेरेपी का उपचार के बाद शरीर पर प्रभाव )

इस थेरेपी के बाद इसका असर पुरे शरीर में देखने को मिलता है और कोई भी अंग ऐसा नहीं है जिनपर इनका प्रभाव नहीं हो लेकिन यह सभी के साथ एक जैसा प्रभाव नहीं डालता है ।

  • मुँह पर असर 

इस उपचार में कैंसर की कोशिका को नस्ट किया जाता है लेकिन केमोथेरेपी से मनुष्य के मुँह के अंदर की कोशिका भी नष्ट होने लगती है जिसके कारण में मुँह का लाल होना , मुँह में घाव होना , और बैचेनी जैसा एहसास होना और साथ में मुँह के सक्रमण बढ़ने का खतरा भी बना रहता है ।

इसलिए इस उपचार के बाद अपने मुँह का ख़ास ख्याल रखे । जितना संभव हो उतना साफ़ रखें और हलके दातुन या ब्रश का इस्तेमाल करे , एवं पेस्ट भी सधारण रखें यदि मसूड़ों में घाव है तो लाल मंजन का प्रयोग करे ।(chemotherapy kya hai)

ब्रश या दातुन के द्वारा मसूड़ों से शुरू करते हुए नीचे की तरफ ले जाते हुए अपने दांतों को सावधानी से साफ करें और इसके साथ आपको अपनी जीभ भी सावधानी के साथ साफ करनी चाहिए।

यदि आप नकली दांत के इस्तेमाल करते है तो उन्हें दिन में दो बार जरूर साफ़ करे और खाने के बाद दांत को अच्छी तरह से धोये । उसे रातभर पानी में भिनगा कर रखें और हफ्ते में एक बार उसे विषकर्मित करने के लिए जीवाणुमुक्त घोल का प्रयोग जरूर करे ।

नमकवाले पानी से मुँह साफ़ करने से भी लाभ मिलता हैं और मुँह को नाम और साफ़ रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी एवं द्रव्य पेय का इस्तेमाल करे । यदि इसके बाद भी मुँह में घाव , फोड़े हो रहे तो अपने डॉक्टर से संपर्क करे ।

  • भूख पर असर 

आपका मुँह स्वाद बदल सकता है परन्तु  उपचार पूर्ण  होने के दो से तीन महीनों के भीतर वह फिर से नार्मल भी हो जाता है। किसी – किसी में कीमोथेरेपी उपचार कराने के बाद आपकी भूख पर असर डाल सकती है इससे आपका वजन घट या बढ़ भी सकता है।

बेहतर यही होगा की उपचार के दौरान ही खाने-पीने के बारे में किसी तरह की सलाह के बारे में जानकारी लेने के लिए आप अपने डॉक्टर या नर्स से यह कह सकते हैं । जिससे आपकी खाने की समस्या से थोड़ी रहत मिल सकती है ।

  • हड़बड़ाहट या बेचैनी का एहसास –(chemotherapy kya hai)

इसके उपचार के बाद कभी – कभी उलटी आना या फिर बेचैनी का एहसास होने जैसा भी संकेत मिल सकता हैं । दूसरे इलाज की तरह केमोथेरेपी में उलटी आने की संभावना सबसे ज्यादा रहती हैं । अतः इससे बचने के लिए आप डॉक्टर के परामर्श के बाद उलटी की दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं ।

  • आँतों पर असर 

कुछ केमोथेरेपी के इलाज कराने के बाद आपके आँतों में इसका असर देखने को मिल सकता हैं जिसमे दस्त और कब्ज़ का होना आम बात है चूँकि कीमोथेरेपी की केवल कुछ औषधियों से ही दस्त होते हैं और यदि आपको इनमें से कोई औषधि दी जा रही है, तो आपको पहले से इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।

  • बाल 

इस उपचार से बाल पतले हो सकते हैं, या दुर्भाग्यवश कुछ मामलों में तो बाल के पूरी तरह से झडने की समस्या भी आ सकती है लेकिन यह समस्या हमेशा अस्थाई होती है और आपका कीमोथेरेपी उपचार पूर्ण होने के बाद आपके बाल पुनः वापस आ जाएंगे। फिर भी बाल झड़ने की समस्या कम करने के लिए कुछ प्रकार के स्कैल्प कूलिंग का उपयोग में लाया जा सकता है।

  • जननक्षमता या गर्भधारण (chemotherapy kya hai)

केमोथेरेपी उपचार कराने के बाद यह जरूरी है कि कम से कम छः महीने तक आप गर्भधारण न करें तो अच्छा होगा या यदि आप पुरूष हैं तो अपने वाइफ को गर्भवती न होने नहीं  दें क्योंकि इस कारण से कि कीमोथेरेपी के दौरान होने वाले बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है।

  • धुप से बचे 

कीमोथेरेपी के दौरान दी जानेवाली  कुछ औषधियां के वजह से आपकी त्वचा को धूप के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकती हैं। यदि आपको इनमें से कोई औषधि दी जा रही है तो उस समय आप इसके बारे में  विशेष सावधानियां बरतने के बारे में जरूर सलाह ले ।

सलाह के तौर पर इसमें शामिल हैं धूप में निकलने से बचना , यदि संभव हो तो छाया में रहना, टोपी का उपयोग और धूप से बचाव करने वाली किसी हाई क्वालिटी की  क्रीम का इस्तेमाल करना आदि ।

  • थकान 

कीमोथेरेपी से आपको पहले के मुक़ाबले अधिक थकावट महसूस हो सकता है। इसके लिए  जरूरी है कि आप अपने शरीर की हर जरूरत को ध्यान में रखें और यदि आपको आराम की जरूरत महसूस हो तो आराम करें

लेकिन आपको लगता है कि आप सामान्य रूप से कोई काम कर सकते हैं तो वह काम कर सकते है । इस मामले में कुछ लोगों को हल्का-फुल्का व्यायाम करना एवं   आराम करना बहुत फायदमंद लग सकता है।

  • स्किन पर प्रभाव 

इस थेरेपी की कुछ औषधियां, जो ड्रिप में या सुई की मदद से दी जाती हैं, अगर आपकी नस के बगल में  रिस जाएं तो उसके आस-पास के त्वचा वाले क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकती हैं इसलिए सुई लेते वक़्त इस बात का ध्यान जरूर रखें ।

कीमो इंजेक्शन फॉर कैंसर price- ( व्हाट इस कीमोथेरेपी )

यदि भारत के बात करे तो कीमोथेरेपी कराने का कुल खर्च 75 हज़ार रूपए से 1 लाख रूपए तक का खरच आ सकता हैं । वैसे भी भारत में इससे सम्बंधित बहुत से ऐसे हॉस्पिटल है जो केमोथेरेपी का इलाज करते हैं और इनका प्राइस भी अलग – अलग हो सकता हैं ।

अगर आप विदेश में इसका इलाज कराने जा रहे है तो इलाज के खरच के साथ वहां रहने , खाने , सफर करेने आदि के खर्चे भी जरूर जोड़े जो सभी मिलकर  2 लाख रूपए तक का खर्चा आ सकता हैं ।

  • कीमोथेरेपी के बाद देखभाल 

1 ) धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें।

2 ) धीरे-धीरे शारीरिक गतिविधि बढ़ाते जाए

3 ) ज्यादा देर तक धूप या यूवी किरणों के संपर्क में नहीं रहे

4 ) मल्टीविटामिन्स दवा का सेवन बढ़ाएं

5 ) खाने के रूप में प्रोटीन का ज्यादा प्रयोग करे

निष्कर्ष (chemotherapy kya hai)

आपको मेरा यह आर्टिकल kimo treatment for cancer in hindi  या what is kimo कैसा लगा हमे कमेंट के द्वारा जरूर बताये यदि समझने में कोई दिक्कत है तो उसे भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका उत्तर तुरंत देने का प्रयास किये जायेंगे धन्यवाद ।

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