vidyut chumbak kya hai
किसी इंसुलेटेड तार के मदद से किसी लोहे में लपेट कर जब विधुत की धारा को प्रवाहित करके जो परिणाम निकलते हैं उसे विधुत चुम्बक कहते हैं और जैसे ही हम विधुत के परवाह को बंद करते हैं वैसे ही इस लोहे से चुम्बकीय सकती समाप्त हो जाती हैं ।
एम्पेयर का नियम इलेक्ट्रोमैग्नेट्स में पूर्ण रूप से लागू होता है। यदि तार की सीधी लंबाई हो तो बनाने वाले चुंबकीय क्षेत्र काफी कमजोर होते है। हालांकि, यदि तार एक लोहे के रोड के चारों ओर घुमा दिया जाए तो अंजीर 2 में सचित्र के रूप में कई मोड़ के साथ एक कुंडल बना रहा है, तो रोड के सिरों के अंदर और पास का क्षेत्र व्यावहारिक वर्तमान के लिए मजबूत हो सकता है।
बेलनाकार कुंडल को सोलेनोइड कहा जाता है। सिलेंडर में लोहे की कोर लगाकर क्षेत्र की ताकत को बढ़ाया जा सकता है। एक स्थायी फेरोमैग्नेट के विपरीत, विद्युत स्विच द्वारा एक इलेक्ट्रोमैग्नेट के क्षेत्र को चालू और बंद किया जा सकता है। इलेक्ट्रोमैग्नेट आमतौर पर इलेक्ट्रिक मोटर्स और रिले स्विच में उपयोग किए जाते हैं।
magnetic effect of electric current in hindi(vidyut chumbak kya hai)
चुमबक का si मात्रक एम्पेयर हैं ।
जीन मैरी एम्पीयर का अविष्कार oersted का गहराई से अध्यन किया गया था और यह पता लगाया की चुंबकीय क्षेत्र को चुंबकीय क्षेत्र शैली या कंपास सुई में टोक़ को मापकर मात्रात्मक रूप से निर्धारित किया जा सकता है। कम्पास बैलेंस सुई कंपास के मामले में वेक्टर क्षेत्र दिखाता है। इसलिए, कंपास का उपयोग फ़ील्ड दिशा को मैप करने के लिए किया जाता है। उन्होंने ने पाया कि इस क्षेत्र की दिशा “कर्ल के आसपास”।
1 तार के हिस्से को दर्शाता है जो संबद्ध चुंबकीय धाराओं और क्षेत्रों को लेता है। क्षेत्र के निर्देश दाहिने हाथ के नियमों का पालन करते हैं: अपने दाहिने अंगूठे की ओर तार पर इंगित करें, त्रिज्या स्वाभाविक रूप से तार के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र की ओर कर्ल करता है। बिजली द्वारा किए गए चुंबकीय क्षेत्रों के सिद्धांत को एम्पीयर के नियम कहा जाता है
धातु के अलावा अन्य सामग्रियों में भी विद्युत धाराएँ मौजूद हो सकती हैं, जैसे प्लास्मा और आयनिक विलयन। संबंधित चुंबकीय क्षेत्र को वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए मापा जा सकता है। उदाहरण के लिए, हमारे शरीर के मस्तिष्क में एक न्यूरॉन में वर्तमान एक चुंबकीय क्षेत्र बनाता है जिसे मैग्नेटोसेफालोग्राफी में मापा जाता है।
या एक बिजली की चमक एक चुंबकीय एरिया बनाता है जिसे बिजली के गुणों का जानने करने के लिए मापा जा सकता है। पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र एक विद्युत प्रवाह द्वारा उत्पादित क्षेत्र का एक और नेचुरल उदाहरण है। पृथ्वी का कोर अत्यधिक धात्विक और उच्च तापमान और दबाव पर है। इस धातु कोर में विद्युत धाराएं पृथ्वी पर चुंबकत्व का निर्माण करती हैं।
विधुत चुमबक के प्रकार
- आई अकार की विधतु चुमबक
- यु अकार की विधुत चुमबक
विधुत चुम्बक का उपयोग
- मोटर के निर्माण में इसका प्रयोग होता हैं जिससे उसकी सकती की गुना बढ़ जाती हैं ।
- किसी – किसी ic में भी इसका प्रयोग किया जाता हैं ।
- हमारे घर में लगी घडी में इसका उपयोग होता हैं ।
- विधुत चुम्बक का उपयोग टेलीफोन में भी होता हैं ।
- बहुत सारे ऐसे इलेक्ट्रिक डिवाइस है जिसका संचलिते इसके बिना अधूरा माना जाता है जैसे की आटोमेटिक डोर , फैक्ट्री की बड़ी – बड़ी मशीने , इलेक्ट्रिक घंटी आदि ।
विधुत चुम्बक की खोज किसने किया ?
सन 1825 में इंग्लैंड के वैज्ञानिक विलियम स्टर्जन ने विधुत चुम्बक का अविसार किया था ।
chumbak ko english me kya bolte hai?
चुम्बक को इंग्लिश में मैगनेट बोलते हैं
विधुत चुम्बक बनाने का तरीका
सबसे पहले इसे बनाने के लिए हमे तीन वस्तु की जरुरत पड़ेगी पहला लोहे की कील , दूसरा इंसुलेटेड कॉपर वायर / वैसे तार जिसके ऊपर में कवर किये गए हो और वो लेयर पतली हो तीसरा 3 से 6 वाल्ट की बैटरी ।
- कॉपर वायर को लोहे के कील में 50 से 100 टर्न घुमा ले और उसके दोनों छोर की किसी ब्लेड की मदद से छीलकर उसके अंदर के कॉपर को बाहर कर ले जिससे हम उसमे कनेक्शन कर सकें ।
- दोनों छोर को किसी एक को प्लस और दूसरे सिरे को माइनस मान ले इसमें आप कोई भी सिरे को प्लस या माइनस मान सकते है ये उतना मायने नहीं रखता हैं ।
- अब एक बैटरी की मदद से हम इसमें सप्लाई देंगे और इसके आस पास लोहे के छोटे टुकड़े को रख देंगे जिससे हमे यह पता चले की हमारा यह प्रयोग काम कर रहा है की नहीं ।
- जैसी ही हम इस सर्किट को बैटरी के साथ जोड़ेंगे वैसे ही हम पाएंगे की हमारा या लोहे का कील अब मैगनेट बन चूका है इसके आस – पास के सारे छोटे लोहे के टुकड़े चिपकने लगे हैं और इस तरह हम एक छोटा इलेक्ट्रिक मैगनेट बना सकते हैं ।
निष्कर्ष (vidyut chumbak kya hai)
आपको मेरा यह सिपंल सा एलेक्ट्रमागनेट के बारे में जानकारी कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताएं और इसी तरह के कोई सवाल हो तो वो भी हमसे पूछ सकते हैं जिसका तुरंत जवाब देने की प्रयास की जाएगी धन्यवाद ।