suchalak kise kahate hain
conductor क्या है ?सुचालक वे पदार्थ होते हैं जो अपने अंदर से बिजली के प्रवाह को जाने का अनुमति प्रदान करते हैं उसे ही सुचालक कहते हैं । इस तरह के सुचालक इलेक्ट्रिक का संचालन करते हैं
इसलिए इलेक्ट्रान को परमाणु के अंदर से आसानी से प्रवाहित होने के लिए अनुमति देते हैं इसके अलावा सुचालक एक स्रोत के रूप में भी काम करता है इसलिए यह गर्मी और प्रकाश को भी संचरण करने में सक्षम होता है ।
हमारे इस धरती पर मनुस्य , धातु , पृथ्वी , और जानवर सभी सुचालक की सूचि में गिने जाते हैं है इसलिए ही हमे बिजली के झटके लगते रहते हैं ।
इसके दूसरे उदाहरण के लिए इंसान सबसे अच्छा सुचालक होता हैं इसलिए तार से सरीर में प्रवाह के लिए एक परतरोध रहित पथ प्रदान करने में सक्षम है जिससे हमे करंट के झटके महसूस होते हैं ।
सुचालक पदार्थ के सतह पर मुक्त इलेक्ट्रान की उपस्थित होती है जिसके कारण यह अपने अंदर से इलेक्ट्रिक को गुजरने की अनुमति देने में सक्षम होते हैं ।
suchalak के उदाहरण (suchalak kise kahate hain)
1) सोना और चांदी सुचालक के रूप में सबसे अच्छा उदाहरण है लेकिन यह सबसे महंगा होने के कारण बिजली के लिए उपयोग नहीं कर सकते हैं और ऐसा भी नहीं हैं की इसका इस्तेमाल बिलकुल होता ही नहीं हैं कहीं – कहीं स्थान में इसका इस्तेमाल होता हैं
जैसे की मोबाइल टावर में किसी सिग्नल को कम समय के अंदर पकड़ने के लिए , अंतरिक्ष के मसीनो में , मेडिकल क्षेत्र के इलेक्ट्रिक डिवाइस के लिए आदि में हम इसके जगह पर ताम्बा या लोहे का प्रयोग करे तो ये उत्तम कारगार साबित नहीं हो सकते हैं जितना की सोने और चांदी के सुचालक पदार्थ ।
2 ) कॉपर , अल्लुमिनियम , स्टील , लोहा , आदि यह बिजली के अच्छे सोर्स हैं और सस्ते भी है इसलिए हम इन्हे इलेक्ट्रिक डिवाइस , बिजली तार , अनेक प्रकार के बड़ी मशीनों में इसका उपयोग करते हैं ।
3 ) गैस , लकड़ी , रबर आदि ये सुचालक की श्रेणी में नाही आते हैं क्योंकि इसमें परमाणु काफी दूर होते हैं इसलिए इलेक्ट्रान का संचालन करने में असमर्थ होते हैं । इसलिए हम यह कह सकते हैं की लकड़ी , प्लास्टिक , गैस आदि यह सभी कुचालक पदार्थ होते हैं ।
सुचालक के उपयोग
गर्मी के दिनों में पानी को गर्म होने से बचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली थर्मोस्टेट वाटर बोतल जो किसी विशेष सुचालक पदार्थ से मिलकर बानी हुई होती हैं ।
अल्लुमिनियम से बनी फॉयल पेपर जो किसी खाने वाली गर्म वस्तु को ठंडा होने में लगने वाले समय को कम कर सकता हैं ।
हमारे शरीर की गर्मी को नापने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाला थर्मामीटर जिसमे पारा का प्रयोग किया जाता है जो एक सुचालक की श्रेणी में आता हैं ।
लोहे का उपयोग वाहन में लिया जाता है जो इंजन निर्माण में गर्मी को संचालन करने का काम करता हैं ।
kuchalak kise kahte hain
वे पदार्थ जो विधुत के अपने अंदर से प्रवाहित होने नहीं देते हैं और जो गर्मी के प्रवाह को भी रोकते हैं उसे कुचालक कहते हैं । अमूमन यह पृथ्वी में पाए जानेवाले ठोस पदार्थ होते हैं जो सुचालक के ठीक विपरीत काम करते है और यह अपनी प्रतिरोधकता के लिए जाने जाते हैं ।
लकड़ी , कपडा , रबर , प्लास्टिक , कागज , अभ्रख आदि ये सभी कुचालक के श्रेणी में आते हैं । ये गर्मी , बिजली , साउंड आदि को अपने अंदर से प्रवाहित होने से रोकते हैं और साथ में इन सभी पदार्थ में कोई भी मुक्त इलेक्ट्रान की उपस्थित नहीं होती है जिसके कारण यह गर्मी और बिजली का संचालन नहीं कर सकते हैं ।
कुचालक के उदाहरण ,
सीसा सबसे अच्छा उदाहरण है क्योंकि इसमें हाई प्रतिरोधकता पायी जाती हैं ।
प्लास्टिक इसका अच्छा उदाहरण हो सकते है क्योंकि मेटल की तरह इसे भी किसी भी रूप में ढाल सकते हैं जैसे की जब फैक्ट्री में बिजली तार का निर्माण होता है तो उसके ऊपर इसकी ही परत चढ़ाई जाती हैं
जिससे किसी तरह का शार्ट सर्किट न हो लेकिन इसके जगह पर हम सीसे का प्रयोग नहीं कर सकते हैं इसलिए पल्स्टिक को अच्छा insulated मान सकते हैं ।
रबर एक कुचालक पदार्थ है जिसका हम उपयोग वाहन के टायर को बनाने में और चप्पल जूते बनाने के लिए और आग प्रतिरोधक के रूप में करते हैं यह एक प्रकार से इंसुलेटेड का सबसे अच्छा उदहारण है स्याह यही कारण हैं की हम कभी भी हलके मेटल पदार्थ से बने चप्पल , जूते नहीं पहन सकते हैं ।
vidyut ka sabse accha suchalak – विधुत का सबसे अच्छा सुचालक
अब एक प्रयोग द्वारा विधुत के सबसे अच्छे सुचालक के बारे में जानने से पहले आपको बता दू की सोना , चांदी और ताम्बा ये तीनो विधुत के सबसे अच्छे सुचालक के रूप में जाने जाते है और सुचला और कुचालक दोनों में ही हम एक प्रयोग करेंगे ।
सुचालक का प्रयोग
इसका प्रयोग करने के लिए हम तीन वस्तु को लेंगे और उन तीनो को आपस में जोड़कर करंट को प्रवहति करेंगे जिससे हमे यह पता चलेगा की सुचालक के मायने कए हो सकते है ।
- कॉपर वायर
- led लाइट
- बैटरी
जैसा की हम जानते है की कॉपर वायर में धरा प्रवाहित होती है जिसका कनेक्शन led से है और led में करेंट पहुंचते ही वह जल जायेगा । बैटरी को हम एक ऊर्जा के रूप में प्रयोग करेंगे जहाँ से वोल्टेज अथवा करेंट निकलती है ।
सबसे पहले बैटरी के पॉजिटिव वायर का कनेक्शन हम led के पॉजिटिव से करेंगे आप चाहे तो इसके बिच में on और off करने के लिए स्विच लगा सकते है । अब बैटरी के नेगेटिव को led के नेगेटिव से जोड़ देंगे और इसके जोड़ते ही करंट का परवाह कॉपर के तार से होते हुए led में पहुँचता है और लेद जलने लगती है ।
इस तरह यह सिद्ध होता है की कॉपर एक सुचालक किस्म का तत्व है और इसी प्रयोग को आप यदि सोने या चांदी के तार से करेंगे तो भी रिजल्ट पॉजिटिव ही रहेगा मतलब led जल जाएगी लेकिन ये दोनों बहुत महंगे होते है इसलिए इसका उपयोग बहुत कम या किसी बड़े प्रोजेक्ट में किया जाता है ।
कुचालक का प्रयोग ( suchalak kise kahate hain )
कुचालक को सिद्ध करने के लिए हमे मुख्या रूप से तीन एलिमेंट चाहिए और उन तीनो को हम आपस में जोड़ेंगे जिससे हमे कोई नतीजा मिला सके और हम एक निष्कर्ष पर पहुंच सके ।
- wood stick
- battery
- led
सबसे पहले हम बैटरी के पॉजिटिव वायर को लकड़ी के पहले टुकड़े के साथ जोड़ देंगे फिर उसी टुकड़े में led के पॉजिटिव का कनेक्शन करेंगे फिर इसके बाद बैटरी के नेगेटिव तार को दूसरे लकड़ी के साथ जोड़ेंगे और led के बचे नेगेटिव को इस लकड़ी में जोड़ देंगे । और इस तरह हम पाएंगे की हमारा led नहीं जल रहा है ।
परिणाम
जैसा की हमने पहले वाले प्रयोग और दूसरे वाले प्रयोग में सिर्फ एक चीज का बदलाव किया है और वो है कॉपर के जगह लकड़ी का इस्तेमाल किया है यहाँ पर हम जानते है की हमारा led और battery दोनों सही है
क्योंकि दोनों तरह के प्रयोग में इनका इस्तेमाल किया गया है लेकिन कूपर और लकड़ी ही ऐसे मुख्य एलिमेंट है जिसमे एक अपने को सुचालक ( copper ) साबित करता है और दूसरा अपने को कुचालक ( wood stick ) साबित करता है ।
FAQS- सुचालक और कुचालक
Q – सुचालक किसे कहते हैं / कुचालक किसे कहते हैं / सुचालक क्या होता है / सुचालक और कुचालक क्या है / कुचालक और सुचालक किसे कहते हैं
A- सुचालक क्या है और kuchalak kise kahate hain इसके बारे में मैं आपको ऊपर के लेख में बता चूका हूँ और अब मैं आपको suchalak एवं kuchalak के आपस में अंतर एवं इन दोनों के 10 मुख्य उदाहरण के बारे में बताऊंगा ।
Q- कंडक्टर और इंसुलेटर में अंतर क्या है ?
वैसे इलेक्ट्रॉन एक तारे की परिक्रमा करने वाले बाहरी ग्रहों की तरह होते हैं जो हमे दिखाई नहीं देते । वे उस स्थिति में निरंतर बने रहने के लिए अपने परमाणुओं के लिए पर्याप्त रूप से आकर्षित होते रहते हैं लेकिन उन्हें जगह से बाहर धकेलने के लिए अधिक ऊर्जा नहीं लगती है
कार्बनिक अणु ज्यादातर इन्सुलेटर होते हैं और ऐसा इसलिए होता है चूँकि वे सहसंयोजक बंधनों द्वारा एक साथ रखे जाते हैं , क्योंकि हाइड्रोजन बंधन कई अणुओं को स्थिर करने में मदद करता है।
अधिकांश सामग्री न तो अच्छे कंडक्टर हैं और न ही अच्छे इंसुलेटर लेकिन उन्हें कन्डक्टरो और इंसुलेटर के बिच का स्थान दिया जा सकता हैं । ये आसानी से आचरण नहीं करते हैं, लेकिन अगर पर्याप्त ऊर्जा की आपूर्ति की जाए तो ऐसी परिस्थिति में वे इलेक्ट्रॉन आगे बढ़ने लगते हैं ।
शुद्ध रूप में कुछ सामग्री इंसुलेटर हैं, लेकिन उसमे किसी अन्य तत्व की थोड़ी मात्रा के साथ मिक्स किए जाए तो वे आचरण करेंगे। उदाहरण के लिए, अधिकांश सिरेमिक उत्कृष्ट इंसुलेटर हैं परन्तु उसमे किसी तरह का डोप करते हैं, तो आप एक सुपरकंडक्टर बना सकते हैं।
Q- सुचालक और कुचालक के उदाहरण / कुचालक किसे कहते हैं उदाहरण / 10 सुचालक और 10 कुचालक के उदहारण बताये ( suchalak kuchalak ) ?
A- सामान्य तापमान और दबाव की स्थितियों के अनुसार अब तक का सबसे अच्छा विद्युत कंडक्टर, चांदी ( silver ) है। लेकिन पर्याप्त मात्रा में अवेलेबल न होने और महंगा होने के वजह से चांदी हमेशा एक सामग्री के रूप में एक आदर्श विकल्प नहीं माना जाता है।
इसमें जल्दी धूमिल होने की संभावना बनी रहती है।इसी तरह कुछ उदाहरण है जैसे की , जंग, वर्डीग्रिस और अन्य ऑक्साइड परतें सबसे मजबूत कंडक्टरों में भी चालकता को कम करती हैं।
सबसे प्रभावी 10 विद्युत कंडक्टर हैं-
1 ) चांदी
2 ) सोना
3 ) तांबा
4 ) अल्युमीनियम
5 ) बुध
6 ) इस्पात
7 ) लोहा
8 ) समुद्री जल
9 ) ठोस
10)बुध
विद्युत आवेश इन्सुलेटर के माध्यम से स्वतंत्र रूप से प्रवाहित नहीं हो पाते हैं। यह कई मामलों में एक आदर्श गुण भी माने जाते है और यही कारण है की विद्युत धाराओं को नियंत्रण में रखने के लिए कंडक्टरों के बीच एक अवरोध की तरह इन्हे एक मजबूत इंसुलेटर के रूप में उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए इन्हे रबर-लेपित तारों और केबलों में देखा जा सकता है।
सबसे प्रभावी 10 विद्युत इन्सुलेटर हैं-
1 ) रबर
2 ) कांच
3 ) शुद्ध जल
4 ) तेल
5 ) वायु
6 ) हीरा
7 ) सूखी लकड़ी
8 ) सूखा कपास
9 ) प्लास्टिक
10 ) अश्फाल्ट
निष्कर्ष ( suchalak kise kahate hain )
दोस्तों आपको मेरा यह सुचालक तथा कुचालक किसे कहते हैं या suchalak kya hai या suchalak kya hota hai या suchalak kuchalak के बारे में आर्टिकल अच्छे लगे तो हमे कमेंट जरूर करे जिससे हमे आर्टिकल लिखने में मदद मिलती हैं और तभी इस तरह के हेल्पफुल आर्टिकल आपके सामने लाते रहते हैं धन्यवाद ।