how to use macd indicator in day trading in hindi
क्या अपने macd का नाम सुना हैं जिसका फुल फॉर्म moving average convergence divergence होता हैं । इसके मुख्या तीन बिंदु होते हैं जिसमे से दो लाइन और एक हिस्टोग्राम होती और इन्ही तीनो को मिलकर मैड का निर्माण होता हैं
वैसे तो केवल macd के द्वारा कोई भी स्टॉक को ख़रीदा या बेचा नहीं जा सकता हैं है लेकिन फिर भी इसके कुछ छुपे हुए फंक्शन है जिसका नाम divergence हैं एवं इसका पता सायद कम ही लोगो को होगा या फिर इस्तेमाल करना नहीं जानते होंगे।आज मैं उसी टॉपिक को आपके सामने रखना चाहता हूँ जिससे आपको macd के बारे में समझने में आसानी हो
macd day trading (how to use macd indicator in day trading in hindi)
- सबसे पहले अपने टेक्निकल चार्ट पर जाकर macd इंडिकेटर को लगा ले और इसके सेटिंग को वैसे ही रहने दे उसमे किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं करे
- अब अपने चुने हुए स्टॉक को इस इंडिक्टर पर सेट करे ध्यान रहे की जो भी स्टॉक आप चुनेंगे उसमे मूवमेंट जरूर रहना चाहिए तभी macd ठीक से वर्क करेगा और आप इसके मदद से कोई डिसिशन ले सकेंगे
- जैसा की आप ऊपर इमेज में देख सकते हैं करीब 6 मंथ का चार्ट हैं और इसमें सिर्फ 6 महीने में 3 बार स्टॉक को बुय करने का अवसर दिया हैं जो की एक डे ट्रेडिंग का लिए बहुत अच्छा मान सकते हैं
- किसी भी शेयर को खरीदते समय सिर्फ दो बातों का ध्यान दे पहला की निचे से ऊपर के तरफ लाइन क्रॉस हो और दूसरा हिस्टोग्राम का ग्राफ इनक्रीस करे ।
- स्टॉप लोस्स buy price से 2 से 5% तक निचे रखें
- जब कोई लाइन ऊपर से निचे की तरफ काटे तब शेयर सेल्ल करे
एम् ए सी डी divergence in day trading
इसको समझने से पहले हम divergence के बारे में थोड़ा जान लेते हैं की आखिर यह होता क्या है और इसको हम कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं हालंकि यह हमे कोई भी स्टॉक को खरीदने के बारे में कभी नहीं बताता हैं बल्कि यह हमे हमे एक सिग्नल जेनेरेट कर के देता हैं जिससे हम यह अनुमान लगा सकते हैं की अब किसी शेयर में दमन आने वाली हैं या फिर सप्लाई का सुरुवात होने वाला है अथार्त हम यह कह सकते हैं की divergence हमे buy और sell के सुरुवात को बता सकता हैं
यकीन मानिये दॉतों यह बड़ा ही कमाल का इंडिकेटर है जिसे बड़े से बड़े इन्वेस्टर भी इस्तेमाल करते हैं ताकि वे पता लगा सके की कब किसी शेयर में डिमांड और सप्लाई की सुरुवात होने वाली हैं और जैसे ही उन्हें इन दोनों में से किसी एक में सिग्नल मिलता हैं तब वो अपने चुने हुए स्टॉक में पैसा लगाने के लिए त्यार हो जाते हैं
इसकी पहचान कैसे करे इसके बारे में अब मैं आपको बता हूँ , ऊपर दिए हुए इमेज को ध्यान से देखें मैंने कैंडल में निचे की तरफ लाइन खींची हैं और सेम उसी दिन में macd के निचे में भी लाइन खींची हैं । यदि आप दोनों लाइन को ध्यान से देखेंगे तो आपको पता चलेगा की कैंडल वाली लाइन निचे थोड़ा ज्यादा गयी हैं लेकिन macd उतना निचे ना जाकर ऊपर की तरफ खिसक रही हैं
बस आपको चार्ट में इसी लाइन की पहचान करनी हैं इसे कैच करना थोड़ा मुश्किल है और किसी दूसरे प्लेटफार्म में इसके भी इंडिकेटर दिए जाते हैं जिसको लगाकर आप एनालिसिस कर सकते हैं । इस तरह का कहीं भी कोई सिग्नल दिखें तो उस स्टॉक को एकदम से ऊपर या निचे जाने के चांस ज्यादा रहता है
how to use macd indicator in hindi(how to use macd indicator in day trading in hindi)
अब सवाल आता हैं की क्या divergence और macd के द्वारा ही कोई शेयर को खरीद या बेचा सकते हैं तो इसका उत्तर है हाँ हम केवल macd और divergence की पहचान कर किसी स्टॉक को buy या sell कर सकते हैं ।
सबसे अफ्ले आपके चार्ट में divergence की सुविधा हैं तो उसे लगा ले या फिर मैन्युअल ही इसकी पहचान कर उसे चिन्हित कर ले और चार्ट में macd इंडिकेटर लगा ले जैस की आप ऊपर इमेज में देख सकते हैं । सबसे पहला काम divergence को पहचानना हैं जैसे ही हमे इसकी पहचान मिलेगी उसके बाद मैड के क्रासिंग होने तक इंतज़ार करना हैं यदि macd निचे से ऊपर की तरफ क्रासिंग करती हैं तो हमे उस समय शेयर को खरीदने के लिए जाना हैं
शेयर खरीदने के के बाद हमे स्टॉप लोस्स लगाना हैं इसके लिए आप atr की मदद ले सकते हैं नहीं तो divergence लाइन के निचे जो प्राइस होगा उसपर भी आप अपना सतोप्प लोस्स लगा सकते हैं
इतना सबकुछ करने के बाद अब बारी हैं स्टॉक को सेल्ल करने की इसके लिए आप अपना प्रॉफिट 5 से 8 % तक रखें नहीं तो जब तक कोई ऊपर की तरफ divergence नहीं बन जाता या फिर कोई लाइन ऊपर से निचे की तरफ नहीं काटता तब तक भी आप उस स्टॉक में बने रह सकते हैं
macd indicator in hindi
यह इंडिकेटर मूविंग एवरेज से मिलकर बना होता हैं जिसमे दो लाइन होती हैं जो वेव फॉर्म में चलती है और कुछ समय के अंतराल पर आपस में क्रॉस करती है और इसी जगह पर हम किसी भी स्टॉक को खरीदने या फिर बेचने के लिए फैसले ले पाते हैं ।
मूविंगे एवरेज प्राइस के मूवमेंट से बनता है और macd indicator मूविंग एवरेज से बनता हैं इसलिए यह इंडिकेटर थोड़ा लेट से कोई सिग्नल देता हैं लेकिन इसकी एक्यूरेसी किसी दूसरे इंडिकेटर के मुक़ाबले बहुत अच्छी होती हैं ।
macd indicator formula in hindi
इसमें दो लाइन होती है जो मूविंग एवरेज से बनी होती है पहला लाइन 26 ema और 12 ema को आपस में घटाकर जो वैल्यू आती हैं उसे हम macd लाइन कहते हैं और यह लाइन क्रासिंग के लिए जिम्मेदार होती है । दूसरी लाइन 9 ema होती है जिसे हम सिग्नल लाइन कहते हैं और यह एक वेव की तरह चलते रहती हैं ।
यह सिग्नल लाइन क्रासिंग का काम करती है और हमे buy और sell करने का अवसर देती हैं जिससे हम कोई नतीजा निकाल पते हैं की कब हमे किसी स्टॉक को खरीदना हैं या फिर सेल्ल करना हैं और इसी formulla पर macd indicator काम करता हैं ।
macd इंडिकेटर में हिस्टोग्राम की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं जो हमे एक ग्राफ के द्वारा किसी स्टॉक के ऊपर या निचे जाने का संकेत देता हैं और इसतरह पूरी प्रक्रिया को हम what is macd in hindi के रूप में समझ सकते हैं अथार्त macd इंडिकेटर कहते हैं ।
निष्कर्ष
आपको मेरा यह आर्टिकल कैसा लगा जिसमे मैंने macd indicator explained in hindi के बारे में बताया हैं यदि पसंद आया तो हमे कमेंट जरूर करें ।