1 unit ka kitna rupya hota hai
दोस्तों आज मैं आपको एक यूनिट का कितना बिजली बिल आता हैं इसके बारे में बताने वाला हूँ और साथ में आपको मैं यह भी बताऊंगा की आखिर बिजली बिल को रुपये में कैसे बदला जाता हैं ।
हम अपने घर के लोड को जानकार बिजली बिल को कम कैसे कर सकते हैं ताकि हमारी हर महीने electricity bill कम आने के साथ पैसों की भी बचत हो जाए ।
जब भी महीने की सुरुवात होती हैं तब बिजली विभाग से कर्मचारी आकर हमारे मीटर की रीडिंग करते हैं और बिजली बिल के एक रशीद को पकड़ाकर चले जाते हैं और हम बिना कुछ ज्यादा चेक किये उसके पैमेंट को ऑनलाइन या फिर बिजली ऑफिस जाकर उस महीने की बिजली बिल का भुगतान कर देते हैं ।
लेकिन ऐसा नहीं है की इस प्रश्न को जानना बहुत ही कठिन हैं आपके उस कर्मचारी द्वारा दिए गए बिल के पीछे की तरफ या फिर निचे में उस सहर का कितना रुपया एक यूनिट का रेट चल रहा है इसकी भी जानकारी दी गयी होती हैं ।
यहाँ पर ध्यान देनेवाली बात यह हैं की आपका जो मीटर लगा हुआ हैं वो कितना किलो वाट के क्षमता वाला हैं क्योंकि यदि आपका मीटर 1 kilowatt का होगा तो बिल कम आएगा
और 2 kilowatt का हुआ तो बिल ज्यादा आएगा।आपका मीटर कितने किलो वाट का है इसे भी बिजली बिल में दिखाया जाता हैं जिससे आपको भी कैलकुलेशन निकालने में कोई परेशानी न हो ।
bijli bill kaise calculate kare(1 unit ka kitna rupya hota hai)
इसका निर्णय निकलना बहुत ही आसान हैं बस आपको कुछ बिंदु पर ध्यान देने की जरुरत हैं इसके बाद आप आसानी से अपने बिजली बिल को calculate कर सकते हैं ।
सबसे पहले अपने बिजली बिल के यूनिट को पता करे फिर आपके सहर में one unit का कितना रेट चल रहा है और साथ में यह भी पता करे ले की आपका मीटर कितने किलो वाट का हैं क्योंकि कही कही ज्यादा पावर के मीटर के हिसाब से भी बिल में अंतर रहता हैं ।
यदि आपका दूकान के लिए बिजली बिल कैलकुलेट करना हैं तो कभी भी अपने घर के पर यूनिट वाले प्राइस को इसमें कैलकुलेशन नहीं करियेगा क्योंकि दूकान के लिए थोड़े महंगे प्राइस तय किये जाते हैं जिसका रेट भी आपको मिलने वाले बिल में दिख जायेगा ।
घर के सभी बिजली उपकरण की बिजली खपत लिस्ट ? |
अब मैं आपको घर में लगे सारे electric device जो ज्यादातर सभी के घरों में आसानी से दिख जाते हैं उसको कैसे कैलकुलेट करे इसके बारे में बताऊंगा लेकिन इसके कैलकुलेट करने के लिए जो उदाहरण आपके सामने दूंगा वो मेरे अपने लोड का होगा और ऐसी स्थिति में आप भी अपने घरे के लोड को मेरे द्वारा बताएं गए नियम को उसपर लागू करे
ghar ka bijli bill kaise nikale- घर का बिजली बिल कैसे निकले
मेरे घर में कुल 2 पंखें(2 x 75 watt ) , 5 led (9watt x 5 ), 1 tv ( 120 x 1), ro water ( 70 वाट x 1) आदि हैं । अब हमे इसके महीने की कैलकुलेशन निकलना हैं जिसके लिए मुझे इन सबको रोज कितना इस्तेमाल किया जाता है उसको घंटे के हिसाब से निकलना होगा । पंखे को मैं एक दिन में 15 घण्टे चलाता हूँ , सारे led का एक एवरेज समय 12 घंटे रखा है , टीवी 24 घंटे में 10 घण्टे ऑन रहती है ro water एक दिन में सिर्फ 3 घंटे ही चलता हैं
पंखा – 2 x 75 वाट = 150 वाट/ घंटा x 15 घंटा = 2250 वाट x 30 दिन = 67500 वाट
led – 9 x 5 = 45 वाट / घंटा x 12 घंटा = 540 वाट x 30 दिन = 16200 वाट
टीवी – 70 वाट / घंटा x 10 घंटा = 700 वाट x 30 दिन = 2100 वाट
ro वाटर – 70 वाट / घंटा x 3 = 210 वाट x 30 दिन = 630 वाट
67500 + 16200 + 2100 + 630 = 86430 वाट को अब हम यूनिट में बदलेंगे और एक यूनिट में 1000 वाट होता हैं इसलिए 86430/1000 = 86.43 यूनिट आएगा और हमारे यहाँ पर 7 रूपए पर यूनिट चार्ज हैं 86.43 x 7 = 605 रूपए मुझे बिजली बिल देने होंगे
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indicator kitne watt ka hota hai(1 unit ka kitna rupya hota hai)
हम कभी – कभी छोटी से छोटी चीजों पर ध्यान नहीं देते है और इसका परिणाम हमे चौका देता है जी हाँ दोस्तों मैं आपके घर के electric board में लगने वाले इंडिकेटर के बारे में बात कर रहा हूँ , जो दिखने में तो छोटा होता है लेकिन उसके power consumption की क्षमता एक घंटे में 5 watt तक हो सकता है जो की एक led bulb के बराबर है
इसलिए यदि आप अपने घर में कभी भी wiring का काम कराये तो इस बात का हमेशा ध्यान रखे की जब उस रूम में इंडिकेटर की जरुरत हो तभी इंडिकेटर को इनस्टॉल कराये
अब मैं आपको इससे जुडी एक छोटी सी स्टोरी बतानेवाला हूँ जो मैंने कहीं पढ़ा था जिसमे भारत का ही एक नागरिक जो बिजली बिल से काफी परेशान था जबकि उसने पुराने मकान को तोड़कर नया बनाया था
उसने अपने घर में उतने ही सारे बल्ब और पंखे लगाए जितने की पहले थे कोई भी सामान बढ़ने नहीं दिया लेकिन अगले ही महीने जब बिल ज्यादा आने लगा तो वह चौक गया की आखिर इतना ज्यादा बिल क्यों आने लगा
जबकि उसने फिर दुबारा से चेक किया और पाया की कोई गड़बड़ी नहीं हैं फिर क्यों इतना बिल आ रहा हैं फिर उसने सोचा की हो सकता है की कोई बिजली विभाग से कोई गड़बड़ी हो और थोड़ा एक महीने का इंतजार कर लेते है
फिर एक महीने के बाद उसका जो बिल आया था वो भी ज्यादा था जबकि उस समय उसने लाइट और पंखा चलाने में एहतियात बरता था फिर भी बिल ज्यादा आ गया अब यह समस्या उसके माथे के ऊपर से जा रही थी तो उसने बिजली मिस्त्री को बुलाने का फैसला किया
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inverter connection in main line
इंडिकेटर कितने वाट का होता है (1 unit ka kitna rupya hota hai)
जब मिस्त्री उसके घर पर आया तब उसने घर के सारे कनेक्शन को चेक किया उसे कहीं से भी कोई गड़बड़ी नजर नहीं आयी और वह अपने तरफ से पूरा कोसिस किया ताकि कहीं कोई गड़बड़ी मिले तो वह उसे ठीक कर सके लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं मिला था ।
फिर उसने राय दिया की आप बिजली विभाग में कम्प्लेन कराये की घर में ज्यादा electric device ना होने के बावजूद भी इतना बिल क्यों आ रहा है ।
घर के मालिक ने भी वैसे ही किया उसने जाकर बिजली विभाग में कम्प्लेन कर दिया तो वह से उनको अगले महीने बिजली बिल आने तक के लिए रुकने को कहा गया फिर जब अगला महीना आया तो उनका बिल ज्यादा था इससे वह परेशान हो गया थे ,
जब बिजली विभाग के कर्मचारी उनके घर पर बिजली बिल ज्यादा आने के सिलसिले में चेक करने आये तो उन्हें भी किसिस प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं मिली तब उन्होंने घर के मालिक को राय दिया की आप घर में जितने भी लोड चला रहे है उसे काउंट करे तभी आपकी परेशानी दूर होगी ।
उसने भी वैसा ही किया वह रोज अपने घर में जलनेवाले इलेक्ट्रिक डिवाइस को घंटे के हिसाब से जोड़ता रहा और साथ में आधे से ज्यादा डिवाइस को एक महीने के लिए बंद रखने का फैसला किया ।
उसके घर में रोज 2 पंखे जो रोज 10 घंटे चलते थे , 5 led रोज 12 घंटे जलते थे 1 टीवी जो की रोज 15 घंटे चला करता था अथार्त बस इतने ही सामान रोज चलाया करता था जबकि उसके घर में कुल 10 रूम थे ।
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light indicator kitne watt ka hota hai
अगले महीने जो बिल आया तो वह पहले के मुक़ाबले कम था लेकिन उसने काफी डिवाइस को उस महीने ऑन ही नहीं किया था इसलिए बिल कम आया था फिर भी वह जो लिस्ट बनाया था उसको बिजली ऑफिस के लोगो को दिखाने का फैसला किया ताकि आने वाले बिल और उसकी लिस्ट को मिलाया जा सके ।
आनेवाला बिल
पंखा – 2 X 10 = 20 घंटा X 30 दिन = 600 घंटा X 70 वाट ( पंखा एक घण्टे में 70 वाट बिजली लेता है )= 42000 X 6 रूपए यूनिट( 1000watt) = 252 रूपए
light – 5 led X 12 = 60 घंटा X 30 = 1800 घंटा X 9 वाट ( उसने जो बल्ब लगाया था वह 9 वाट का था ) = 16200 X 6 रूपए = 97.20 रूपए
टीवी – 1X 15 = 15 X 30 = 450 घंटा X 120 वाट ( उसका टीवी 120 वाट बिजली लेता था ) = 54000 X 6 रूपए = 324 रूपए
252 + 97.20 + 324 = 673.20 हो रहे थे लेकिन बिजली विभाग के कर्मचारी ने जब बिल से compare किया तो तो 180 रूपए ज्यादा यानी 853.20 हो रहे थे और वे भी आश्चर्य में पड़ गए
उसमे से एक कर्मचारी उनके घर जाने का फैसला किया ताकि सभी को काउंट कर सके जब वह घर गया तो सभी चीजे मिलाई जिसमे इंडिकेटर भी शामिल था अभी तक इंडिकेटर के ऊपर किस का ध्यान नहीं गया था ।
फैन repair कैसे करे | one switch one socket connection |
लाइट इंडिकेटर कितने वाट का होता है
जब indicator को उसने बिल के साथ जोड़कर देखा तो उसके हिसाब बिल्कुल मिल जा रहते था और वह घर के मालिक को बताया की आपका बिल तो सही आ रहा है इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है
घर के मालिक इंडिकेटर का हिसाब नहीं बनाया था उसने बोलै इंडिकेटर का भी बिल आता है क्या तो कर्मचारी ने कहा बिजली से चलने वाले हर सामान का बिल आता है ।
उसके घर में कुल 10 इंडिकेटर लगे हुए था जो रोज बिजली जाने के बाद ही बंद होते थे और बिजली कर्मचारी रोज 20 घंटे के हिसाब से 10 इंडिकेटर का हिसाब निकाला था जिसकी पूरी डिटेल निचे दी गयी है
इंडिकेटर – 10 X 5 वाट ( बिजली खपत एक घंटा में ) = 50 वाट एक घंटा X 20 घंटा रोज = 1000 वाट एकदिन में X 30 = 30000 वाट X 6 रूपए 1000 वाट के = 180 रूपए एक महीने में केवल इंडिकेटर का बिल आता था
इसके बाद जैसे ही कर्मचारी ने केवल इंडिकेटर का बिल का हिसाब बताया तो घर का मालिक अचंभित हो गया फिर उसको जरुरी इंडिकेटर को छोड़कर सभी इंडिकेटर को हटाने का राय दिया
अगले दिन घर के मालिक ने मिस्त्री के द्वारा 6 इंडिकेटर को निकलवा दिया और 4 को एमर्जेन्सी के लिए छोड़ दिया जब अगले महीने उसके बिल आये तो बहुत ही संतोशजनक थे क्योंकि उसे भी बिजली का हिसाब निकालने आ गया था और उस महीने उसके यूनाइट भी पहले के मुक़ाबले कम ही आये थे
एक indicator एक घंटे में कम से कम 5 वाट तक का बिजली खपत करता है इसलिए इंडिकेटर को जरुरत के हिसाब से प्रयोग करे
बिजली के मामले में भारत का स्थान
भारत एशिया का सबसे सस्ता बिजली उत्पादक देश है जो और इसके पास हर तरह के बिजली पैदा करने के माध्यम जैसे सोलर एनर्जी , थर्मल पावर , एटॉमिक पावर , कोल् पावर आदि मौजूद हैं । हालंकि भारत में पब्लिक से वसूलने वाली रकम मलेसिया , चीन , वियतनाम से अधिक हैं ।
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में फॉसिल फ्यूल से 44.5 पार्टी मेगा वाट बिजली पैदा की जाती है जिसका 3.05 रुपया एक यूनिट का होता है यदि इसकी तुलना चीन हुए ऑट्रेलिए से करे तो 3.33 रूपए और 3.49 रूपए है तो हुमा यह कह सकते हैं की भारत की प्राइस सस्ती हैं ।
अब सोलर एनर्जी की बात करते हैं इसकी उत्पादन 38.2 mwh हैं जो 2.62 रूपए पर यूनिट है । और यही रेट ऑस्ट्रेलिया और चीन में 3.62 रूपए और 4.20 रूपए हैं इसमें क्षेत्र में भी भारत सबसे सस्ते प्राइस में बिजली उत्पादन करती हैं और भारत में पवन ऊर्जा 48.9 मेगावाट है जो 3.36 रुपये है जो इस क्षेत्र में भी सबसे सस्ती हैं ।
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conclusion(1 unit ka kitna rupya hota hai)
उम्मीद है की आपको मेरा यह आर्टिकल 1 यूनिट बिजली की कीमत खूब पसंद आया होगा यदि अच्छा लगा तो हमे कमेंट के द्वारा जरूर बताएं ताकि हम भी इस तरह के हेल्पफुल आर्टिकल आपके सामने लेकर आते रहे और किसी दूसरे सवाल को भी हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है जिसका जवाब जल्द देने की कोसिस की जाएगी धन्यवाद ।