eco mode in inverter in hindi

eco mode in inverter in hindi

क्या आप जानते की इन्वर्टर में eco mode क्यों होता है , काम क्या है ? इसको INVERTER में क्यों रखा जाता हैं  तो इन सभी सवाल को आज हम अपनी इस लेख के माध्यम से समझेंगे और फंक्शन लुमिनोस कंपनी के इन्वर्टर में रहता है

यह सुविधा किसी दूसरे इन्वर्टर में नहीं मिलती है ।दूसरे कंपनी  की इन्वर्टर में जैसे MICROTEK के इन्वर्टर में भी यह फंक्शन होता है लेकिन उसमे इसका नाम htt/ नार्मल मोड के नाम से जाना जाता जाओ जबकि यही फंक्शन LUMINOUS INVERTER में eco/ups मोड कहते हैं

अब हम इसके काम के बारे में बात करंगे दोस्तों जब हम इन्वर्टर को eco  mode या htt mode में रहता है तो यह 100 से 280 वोल्ट के अंदर तक हमारे बैटरी को चार्ज करते रहता हैं लेकिन जैसे ही VOLTS 100 से निचे या 280 से ऊपर जाते हैं तब इन्वर्टर बंद हो जाता है

ups या नार्मल मोड में करते हैं तब इसका चार्ज करने का कंडीशन चेंज हो जाता है जो 180 से 260 VOLT तक ही सिमित हो जाता हैं यानी की जब तक मेन लाइन में 180 से 260 के बिच में वोल्ट नहीं आ जाती तब तक यह बैटरी को चार्ज नहीं कर सकेगा

अब आपके मन में सवाल होगा आखिर ऐसा क्यों किया जाता हैं तो इसका जवाब है मान लीजिये इन्वर्टर UPS MODE में है और हमे कप्यूटर को चलना है तो इस स्थिति में जब वोल्टेज 180 के निचे जाएगी तब हमारा COMPUTER ना होकर यूपीएस मोड में चला जायेगा और यदि हम ECO MODE मे रखते हैं तब हमारा कम्प्यूटर बंद हो जायेगा क्योंकि उसको eco mode में जाने के लिए 110 वोल्ट चाहिए ।

इन्वर्टर लगाने के फायदे (eco mode in inverter in hindi)

1 ) सबसे पहला BENEFITS यह है की लाइट के चले जाने पर यह तुरंत INVERTER MODE में चला जाता हैं जिसका हमे अहसास भी नहीं होता की लाइट कब गयी ।

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2) मार्किट में बहुत सारे इन्वर्टर मौजूद हैं यदि आप अपना बिजली बिल कम करना चाहते है और साथ में ज्यादा बैटरी बैकप भी लेना चाहते हैं तो PURE SHINE WAVE INVERTER का ही चुनाव करे ये थोड़े महंगे होते है लेकिन कुछ ही महीने के इस्तेमाल से ये आपके ज्यादा लगे हुए पैसो को मैनेज कर देंगे ।

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3) यदि आप 1500va से 1800 व तक के इन्वर्टर को चुनते हैं तो आप इन्वर्टर से आयरन और मिक्सर का भी प्रयोग आसानी से कर सकते हैं और LED TV ,LIGHT, FAN, ROआदि तो NORAMAL INVERTER पर भी चल जाते हैं ।

4) इन्वर्टर से आपके घर में लगे सारे ELECTRONIC DEVICE की लाइफ बढ़ जाती है क्योंकि यह बिजली की तरह वोल्टेज में उतार – चढ़ाव नहीं करता है जिससे आपके इलेक्ट्रिक डिवाइस खराब होने से बचे रहते हैं ।

5 ) इन्वर्टर में किसी भी तरह का कोई मेंटेनन्स नहीं करना पड़ता बस इसे आप मार्किट से खरीद कर लाइए और इसे बैटरी के साथ कनेक्ट कर दीजिये इसके बाद यह वर्क करना START कर देगा और इसे INSTALL करना भी आसान है ।

इसके आउटपुट पर बस एक तार यानि PHASE को अपने घर के INVERTER WIRING WIRE में जोड़ देने पर भी वर्क करता है न्यूट्रल जोड़ने की कोई जरुरत नहीं होती हैं ।

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इन्वर्टर से जुडी कुछ जरुरी जानकारी – eco mode kya hota hai

1 ) बैटरी और इन्वर्टर जोड़ते समय गलती से इसके बैटरी वाले वायर को उल्टा यानी POSITIVE  को नेगेटिव में और नेगेटिव को पॉजिटिव में जोड़ दिया है तो घबराये नहीं आपके इन्वर्टर को नुक्सान तो हुआ है बस इसके अंदर लगे BATTERY वाले तार के पास फ्यूज को बदल दे

आपका इन्वर्टर फिर से काम करने लगेगा और आपको कहीं मिस्त्री के पास भी ले जाने की जरुरत नहीं है जिसके आपको किसी दूसरे PROBLEM को बताकर आपसे पासी भी ज्यादा मांग सकता हैं

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2 ) जैसा की हमने ऊपर पढ़ लिया हैं की इन्वर्टर 280 वोल्ट तक काम कर सकते हैं लेकिन अचहनक से ज्यादा वोल्ट आ जाने के कारण कभी – कभी हमारा इन्वर्टर के बहार लगा फ्यूज उड़ जाता है जिसक हमे पता नहीं चलता है जिसके कारण हम इसे एक बड़ी खराबी मान लेते है

1 किलो वाट में कितना एम्पेयर ?    /     घर का वायरिंग ?

लेकिन इन्वर्टर को मिस्त्री के पास ले जाने से पहले इसके बहार लगे फ्यूज को जरूर चेक करे यदि फ्यूज जल चूका हैं तो इसे तुरंत बदलकर इन्वर्टर को चेक करे ऐसे फाल्ट में 80 परसेंट इन्वर्टर ठीक हो जाते हैं । यदि इससे भी ठीक नहीं हुआ तो इसका MOSFET चेक करवाए उसमे हो सकता है फाल्ट आ गया हो ।

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3 ) समय – समय पर इन्वर्टर से बैटरी तक जुड़े वायर को चेक करते रहे क्योंकि हीट के कारण नट बोल्ट से टाइट किया गया वायर ढीला भी पड़ सकता है  जिसके कारण आपके इन्वर्टर में जो प्रॉब्लम आएगा वो मैं आपको बता दू की इसके प्रॉब्लम से आपकी बैटरी तुरंत फुल चार्ज होने लगेगी और तुरंत DISCHARGE भी हो जाएगी इसलिए इसको जरूर चेक करें

WATT DEVICE

कुछ जरुर जानकारी

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A- जब हमे इन्वर्टर को 100 वोल्ट से 280 वोल्ट के अंदर वर्क करवाना होता है तब हमे इसके स्विच को ECO MODE में कर देते है और ऐसा करने से इसका चार्जिंग पोजीशन चेंज हो जाता है ।

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A- मान लीजिये की आपका इन्वर्टर अभी नार्मल मोड या यूपीएस मोड में सेट किया हुआ है तो स्थिति में आपका इन्वर्टर मेन सप्लाई में यदि वोल्टेज रेंज 180 से 260 तक होगा तभी इन्वर्टर चार्ज को सपोर्ट करेगा अगर मेन लाइन का वोल्टेज 180 के निचे गया तो यह चार्ज करना बंद कर देगा

इसलिए कंपनी द्वारा दिए गए ECO MODE फंक्शन को ऑन करने पर यह समस्या सुलझ जाएगी क्योंकि 180 के बजाये अब 100 वोल्ट पर ही चार्ज करना सुरु कर देगा ।

FAQs

इन्वर्टर में इको मोड क्या है?

यदि आप 100 वाल्ट पर बैटरी चार्ज करना चाहते है तो इसके लिए एको मोड काम करता हैं या यह फंक्शन बंद रहने पर आपका इन्वर्टर को जब तक 160 वाल्ट नहीं मिलेंगे तब तक बैटरी चार्ज नहीं करेगा

इन्वर्टर में ईको मोड और यूपीएस मोड में क्या अंतर है?

एको मोड में आप इन्वर्टर को सबसे कम 100 वाल्ट पर भी चार्ज कर सकते है और यही सेम फंक्शन यूपीएस मोड में होता हैं तब 160 वाल्ट से चार्ज करता हैं

क्या इन्वर्टर बैटरी को यूपीएस मोड में चार्ज करता है?

नहीं आप इसे एको मोड , htt मोड , नार्मल मोड , यूपीएस मोड सभी में चार्ज कर सकते हैं लेकिन सबसे बेस्ट एको मोड होता है

इन्वर्टर में नॉर्मल मोड और बायपास मोड क्या होता है?

यह दरअसल फीचर होते हैं जो नार्मल मोड में बिजली सप्लाई के लिए ऑटो सेंस करते हैं की कब इन्वर्टर पर सप्लाई देना है और कब बिजली पर करना हैं लेकिन बायपास में केवल बिजली का डायरेक्ट उपयोग होता हैं

conclusion

मैंने इन्वर्टर से जुडी सारी समस्या के साथ eco and ups mode in luminous inverter in hindi के बारे में बड़े विस्तार से बताया है यदि पसंद आया तो हमे कमेंट जरूर करे

2 thoughts on “eco mode in inverter in hindi”

    • पहले इन्वर्टर पर आप क्या चलाना चाहते हैं उसके वाट की वैल्यू को काउंट करे फिर किसी इन्वर्टर का चुनाव करे यदि बैटरी को जल्दी चार्ज करना चाहते हैं तो किसी १५ एम्पेयर से चार्ज करने वाला इन्वर्टर ही पसंद करे इससे आपका इन्वर्टर १२ घंटे में फुल चार्ज हो जायेगा।

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