circuit diagram of touch sensor
क्या अपने कभी बिना स्विच को टाइप लाइट को जलाया है यानि की सिर्फ किसी एक प्लेट को टच किया और लाइट जल गयी । यदि ऐसा सर्किट अपने देखा है तो ठीक है यदि नहीं देखा या इस तरह के सर्किट को आज तक नहीं बनाया तो आज हम इस आर्टिकल में इसी तरह का सर्किट को बनाना सीखेंगे वो भी बहुत ही कम इलेक्ट्रिक कम्पोनेनेट को जोड़कर जिससे की आपको भी समझने और प्रैक्टिकल सिखने में काफी मदद मिल सके और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की इसके बनाने के लिए आपके जेब से ज्यादा पासी भी खर्च नहीं होंगे । उम्मीद ही की इतना सबकुछ पढ़कर आप भी इस सर्किट को जल्दी बनाने के लिए उत्सुक हो रहे होंगे तो चलिए इस टच सेंसर डिवाइस को बनाना सीखते हैं वो भी बिलकुल साधारण तरीके से ।
touch sensor device बनाने के लिए जरुरी इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेन्ट ,
- 2 पीस bc547 ट्रांजिस्टर
- रेजिस्टेंस – 100k , 22 ohms
- led
- 6 volts battery या पावर सप्लाई
जैसा की आप ऊपर इमेज में या फिर लिस्ट में देख सकते है की इसको बनाने के लिए हमे
सिर्फ 5 से 6 पुर्जे की जरुरत है और यदि आप इस सब्जेक्ट में रूचि रखते हैं तो ये सारे पार्ट्स
आपके कम्पोनेनेट बॉक्स में आसानी से मिल जायेंगे यदि नहीं है तो भी आप इसे मार्किट से
लेकर आ सकते है क्योंकि ये सारे पार्ट्स रनिंग आइटम है मार्किट में बिना ज्यादा सर्च किये
आसानी से मिल जाते है । अब चलिए जल्दी से बनाना सीखते हैं ।
touch sensor circuit diagram
सबसे पहले बैटरी के पॉजिटिव में led के एनोड को और 100k रेजिस्टेंस को जोड़ेंगे , फिर ट्रांजिस्टर के बेस में बैटरी के नेगेटिव को कनेक्ट कर देंगे और उसी ट्रांजिस्टर के बेस में दूसरे ट्रांजिस्टर के एमिटर को जोड़ देंगे । दूसरे ट्रांजिस्टर के कलेक्टर को 100k रेसिस्टेन्स के बचे दूसरे छोर को कनेक्ट करेंगे । पहले ट्रांजिस्टर के बचे कलेक्टर पॉइंट को 220 ohms रेजिस्टेंस से जोड़ना है तथा उस रेजिस्टेंस के बचे हुए दूसरे सिरे को led के कथोड़े में कनेक्ट करते ही हमारा यह पायरा सा टच सेंसर बनकर तैयार हो जायेगा । इसमें दूसरे वाले रेजिस्टेंस के बेस और बैटरी का पॉजिटिव पॉइंट टच के रूप में प्रयोग करेंगे ।
यकीन मानिये दोस्तों इसे बनाना इतना आसान है की इसे कोई भी बना सकता है और
आप इसे बनाकर मैजिक की तरह भी इस्तेमाल कर अपने दोस्तों को चौंका सकते हैं ।
touch sensor kaise kaam karta hai
जैसे ही हम दूसरे ट्रांजिस्टर के बेस पिन और बैटरी के पॉजिटिव पॉइंट को एक साथ टच करते हैं तो हमारे शरीर के उस अंग से कुछ सिग्नल दूसरे ट्रांजिस्टर के बेस में चले जाते है और वो ट्रांजिस्टर एक्टिव हो जाता है एवं उसके कलेक्टर से एमिटर की तरफ धराये बहने लगती हैं जो सीधे पहले ट्रांजिस्टर के बेस में पहुँच जाती है । पहले ट्रान्सइटर जो पहले से उसके बेस में कोई सिग्नल न होने के वजह से डेड था और जिसके वजह से उसके कलेक्टर में लगा led भी जल नहीं रहा था । दूसरे ट्रांजिस्टर से सिग्नल मिलते ही पहला ट्रांजिस्टर एक्टिव हो जाता है जिससे हमारा led ऑन हो जाता है ।
conclusion
मैं इतनी मेहनत से बहुत सर्किट डायग्राम में छांट कर इतनी सिंपल और सरल समझने वाला आर्टिकल लाता हूँ , आपको पसंद आये तो हमे कमेंट जरूर करे धन्यवाद ।