ac ki jankari hindi me -ac kya hai ,ac parts name-ac ke प्रकार (types ) =??

ac ki jankari hindi me

a c kya hai??

इस दुनिया में मानव शरीर को आराम पहुंचने के लिए बहुत सी मसिनो का अविष्कार हो  चूका है जिसमे आवश्यक कुछ शर्तों को नियंत्रित करने के लिए एयर कंडीशनिंग उनमे से एक है जो  इनडोर वायु के उपचार के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। यह  तापमान, आर्द्रता, धूल कण स्तर, गंध स्तर और वायु गति सबको सामान्य बनाये रखने में सक्षम होता है

हम यह जानते  है कि हवा के भौतिक गुणों को शीतलन, ताप, आर्द्रीकरण और निरार्द्रीकरण द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है एवं  इस प्रकार, तापमान, आर्द्रता, वायु गति, और स्वच्छता का एक साथ नियंत्रण एयर कंडीशनिंग के रूप में जाना जाता है

ac full form in hindi

ac full form in english “air conditoner “और ac full form in hindi में इसे “वातानुकूलक “ के

नाम से पुकारा जाता हैं जो किसी 100 sqft से लेकर हज़ारों फ़ीट के कमरे फ़ीट चारों तरफ से बंद कमरे में

इंस्टाल किया जाता जिससे हमारे शरीर को  गर्मी के दिनों में ठण्डक का अनुभव कराता हैं

ac parts name in hindi

सबसे महत्वपूर्ण पार्ट्स जो ac में लगाए जाते हैं वो इस प्रकार है

  •  वायु परिसंचरण प्रशंसक। ( air circulation fan )
  • वातानुकूलित इकाई( air-condition unit )-इसमें शीतलन और निरार्द्रीकरण प्रणाली या ताप और आर्द्रीकरण प्रणाली होगी।
  •  आपूर्ति वाहिनी ( supply duct )
  •  आपूर्ति आउटलेट (ग्रिल)
  •  रिटर्न आउटलेट डक्ट
  •  फ़िल्ट

inverter  ac ??

air conditioner kitne prakar ke hote hain

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ac ki jankari hindi me

यह मुख्या रूप से दो प्रकार के होते हैं जिसे निचे में विस्तार से बताया गया है –

  1. विंडो एयर कंडीशनर (Window air conditioner)
  2. केंद्रीय एयर कंडीशनर (Central air conditioner)

विंडो एयर कंडीशनर (Window air conditioner)

विंडो एयर कंडीशनर एक साधारण एयर कंडीशनिंग इकाई में शामिल किया जाता है जिसमे इसे कमरे की दीवार या खिड़की के साथ लगाई जाती है। इस इकाई में डक्ट सिस्टम के माध्यम से कमरे में हवा की आपूर्ति ना करके  इसमें ठंडी और ताज़ी हवा को पैदा करने के लिए ,कंप्रेशर, कंडेंसर, इवेपोरेटर, मोटर, ब्लोअर, पंखे, एयर फिल्टर, ग्रिल्स, ताजी हवा के डम्पर, और कंट्रोल पैनल के साथ विस्तार डिवाइस के साथ एक पूरा वाष्प कम्प्रेशन सिस्टम बनाया गया होता है ।

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ac रूम को  ठंडा करने के लिए ठन्डे कोइल से लगातार हवा खींचती है और और रूम के तरफ भेजती है और ठंडा होने के लिए यह प्रक्रिया बार – बार दोहराया  जाता है। ड्राइंग, शीतलन और पुनरावर्तन की प्रक्रिया आराम के लिए आवश्यक कम तापमान पर उस जगह को ठंडा करती है।

इस प्रकार के ac से लाभ पाने के लिए  evaporator  इकाई को कमरे के अंदर रखा जाना चाहिए और कंडेनसर दीवार के बाहरी हिस्से पर लगाया जाता है । यह आम तौर पर एक 220-v  single phase  ac current  साथ संचालित होता है। ऐसी इकाई के लिए शीतलन क्षमता 0.5 टन से  3 टन  के बीच बाजार में आसानी से उपलब्ध है।

केंद्रीय एयर कंडीशनर (Central air conditioner)

सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम एक बड़ी क्षमता वाला प्लांट है जिसकी कूलिंग क्षमता 30 टीआर या इससे अधिक है। यह तब भी अपनाया जाता है जब वायु प्रवाह की आवश्यकता 5 m3 / s से अधिक हो। थिएटर, रेस्तरां, ऑडिटोरियम और सार्वजनिक भवनों के एयर कंडीशनिंग के लिए centeral ac का ही प्रयोग होता है ।

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ac ki jankari hindi me

इसके लिए मशीने को अलग स्थान पर रखा जाता है और वातानुकूलित हवा को अलग-अलग स्थानों पर वितरित किया जाता है ताकि डक्टिंग सिस्टम के माध्यम से ठंडा किया जा सके।

यूनिट में शीतलन और निरार्द्रीकरण, हीटिंग और आर्द्रीकरण, और कमरे में उचित वेंटिलेशन का सलूशन होता होता है । सिस्टम में रिटर्न एयर डक्टिंग सिस्टम का भी प्रावधान होता है । इस  प्रणाली में एक पूर्ण प्रशीतन प्रणाली, ब्लोअर, वायु नलिकाएं और एक प्लेनम शामिल है जहां बाहरी हवा को इनडोर हवा के साथ मिलाया जाता है।

ac कूलिंग प्रॉब्लम ठीक करने का तरीका 

air conditioning ka aviskar kisne kiya(ac ki jankari hindi me)

पहली आधुनिक एयर कंडीशनर का आविष्कार 1902 में विलिस हेवलैंड कैरियर द्वारा किया गया था, जो एक कुशल इंजीनियर थे , जिसने ब्रुकलिन, एनवाई में एक प्रिंटिंग प्लांट में एक अनुप्रयोग समस्या को हल करने के लिए आर्द्रता नियंत्रण के नियमों के साथ प्रयोग करना शुरू किया था।

पहले के वर्षों में स्थापित मैकेनिकल रेफ्रिजरेशन की अवधारणाओं से दुखी होकर, कैरियर की प्रणाली ने ठंडे पानी से भरे कॉइल्स के माध्यम से हवा को भेजा, वहीं हवा को ठंडा करते हुए नमी को नियंत्रित करने के लिए कमरे की नमी को हटा दिया।

1933 में, अमेरिका की कैरियर एयर कंडीशनिंग कंपनी ने एक बेल्ट-चालित संघनक इकाई और संबंधित ब्लोअर, मैकेनिकल नियंत्रण और बाष्पीकरण करनेवाला कोइल का उपयोग करके एक एयर कंडीशनर विकसित किया, और यह उपकरण एयर-कूलिंग सिस्टम के लिए बढ़ते अमेरिकी बाजार में मॉडल बन गया।

ac compressor kitne prakar ke hote hai

अभी तक कुल 5 तरह के ac कम्प्रेसर को बाजार में विकसित किये गए है जो इस प्रकार हैं –

Conditioning Compressors

Conditioning-Compressors

हर एक  एयर कंडीशनिंग इकाई के अंदर एक कंप्रेसर होता  है। कंप्रेशर रेफ्रिजरेंट को कंप्रेस्ड करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह अपने तापमान को बढ़ाने के लिए  मशीन में प्रवेश करता है। गर्म होने के बाद, गैस कंप्रेसर को छोड़ देती है और कंडेनसर में चली जाती है ताकि शीतलन प्रक्रिया शुरू हो सके। जबकि सभी एसी कंप्रेशर्स का एक ही काम है, बस फर्क यह है की वे अलग-अलग तरीकों से काम करते हैं ।

Reciprocating Air Conditioner Compressor

Reciprocating-Air-Conditioner-Compressor

रेसिप्रोकेटिंग कंप्रेसर एसी कंप्रेसर का सबसे लोकप्रिय प्रकार है। एक पिस्टन एक सिलेंडर के अंदर ऊपर और नीचे हवा को कंप्रेस्ड करता है। जैसे ही पिस्टन नीचे जाता है, इसमें लगा  वैक्यूम प्रभाव बनाता है जिससे ठण्ड पैदा होती  है। जैसे-जैसे यह ऊपर जाता है, गैस सिकुड़ती है और कंडेंसर में चली जाती है। यह घुमावदार  एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर बहुत कुशल होता  है, क्योंकि एसी इकाइयों में  कंप्रेसर के भीतर ऐसे आठ सिलेंडर तक फिट हो सकते हैं।

Scroll AC Compressor

Scroll-AC-Compressor

इसमें एक निश्चित कॉइल होता है – जिसे स्क्रॉल कहा जाता है – यूनिट के केंद्र में भी  एक और कॉइल होता है जो इसके चारों ओर घूमता है। इस प्रक्रिया के दौरान, दूसरा स्क्रॉल रेफ्रिजरेंट को केंद्र की ओर धकेलता है और उसे कम्प्रेस्ड करता है। स्क्रॉल कंप्रेशर्स तेज़ी से घूमते हुए कंप्रेशर्स के रूप में लोकप्रिय होते जा रहे हैं क्योंकि उनके पास बहुत सारे चलने वाले हिस्से नहीं हैं और इसलिए वे अधिक विश्वसनीय बन रहे हैं ।

Screw AC Compressor(ac ki jankari hindi me)

Screw-AC-Compressor

स्क्रू कंप्रेसर अत्यंत विश्वसनीय और कुशल है, लेकिन इसका उपयोग मुख्य रूप से बड़ी इमारतों में किया जाता है जहां हवा की एक विशाल मात्रा होती है जिसे लगातार ठंडा करने की आवश्यकता होती है। एक पेंच एयर कंडीशनिंग कंप्रेसर में दो बड़े पेचदार रोटर होते हैं जो एक छोर से दूसरे छोर तक हवा को स्थानांतरित करते हैं।

Rotary Air Conditioning Compressor

Rotary-Air-Conditioning-Compressor

रोटरी कम्प्रेसर छोटे और शांत होते हैं, इसलिए वे उन स्थानों में लोकप्रिय हैं जहां शोर एक चिंता का विषय है। इस प्रकार के एसी कंप्रेसर के अंदर एक शाफ्ट होता है जिसमें कई ब्लेड जुड़े होते हैं। ब्लेडेड शाफ्ट ग्रैजुएट किए गए सिलेंडर के अंदर घूमता है, परिणामस्वरूप सिलेंडर के माध्यम से रेफ्रिजरेंट को धक्का देता है और इसे एक साथ कम्प्रेस्सड करता है।

Centrifugal Air Conditioning Compressor

Centrifugal-Air-Conditioning-Compressor

ac कंप्रेसर का अंतिम प्रकार केन्द्रापसारक कंप्रेसर है।नाम से स्पष्ट है, यह रेफ्रिजरेंट गैस में खिंचाव के केन्द्रापसारक बल का उपयोग करता है और उसके बाद यह तेजी से घूमती है एक इम्पेलर के साथ कंप्रेस्ड  करने के लिए।

केन्द्रापसारक एयर कंडीशनिंग कम्प्रेसर आमतौर पर अतिरिक्त बड़े एचवीएसी सिस्टम के लिए बनाये जाते है ।इस प्रकार आप विभिन्न प्रकार के एयर कंडीशनिंग कंप्रेशर्स को समझ गए हैं,तो आप वह चुन सकते हैं जो आपको लगता है कि विश्वसनीयता और दक्षता के मामले में आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगा।

window and split ac parts name list with pictures pdf in hndi-ac ki jankari hindi me

ac किसी रूम को ठंडा तभी करता है जब उसके सभी पार्ट्स ठीक तरीके से काम कर रहे हो अन्यथा किसी एक भी पार्ट्स के खराब होने पर एसी कुलिंग कम करता या फिर नहीं करता है तो चलिए उन सभी पार्ट्स के बारे में जान लेते हैं .

1 – refrigerant

refrigerant

यह किसी एसी का मुख्य भाग होता हैं जो एक गैस के रूप में एसी के अंदर भरा जाता हैं जो रूम की गर्मी को अवशोषित करता हैं और बाहरी आउटडोर के माध्यम से इस हवा को वातवरण में छोड़ने का काम करता हैं . यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहती हैं .

२ – प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (pcb)

प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (pcb)

यह इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट बोर्ड होता है जो बिजली बचत से लेकर पुरे एसी के फीचर एवं फ़िन्क्तिओन को कंट्रोल करने का काम करता हैं या यूँ कहे की यह एसी का दिमाग होता हैं . जिसमे एसी का तापमान कितना होगा , कंप्रेसर के स्पीड के कंट्रोल , आउटडोर फेन को कंट्रोल , एसी में बिजली प्रवाहित करने का काम आदि सभी pcb द्वारा ही किया जाता हैं .

३ – thermostat

thermostat

रूम को कितना ठंडा करना है उसे कंट्रोल करने और energy बचाने के लिए thermostat का उपयोग किया जाता हैं .

4 – capacitor

capacitor

जब एसी चालु किया जाता हैं तब उस स्थिति में एसी को चालू करने के लिए कुछ सेकंड ही सही बहुत अधिक उर्जा की आश्यकता पड़ती हैं जिसके लिए कैपासिटर का उपयोग किया जाता है और साथ ही एसी में निरंतर बिजली प्रवाहित के लिए भी इसका इस्तेमाल होता हैं .

५ – blower fan-ac ki jankari hindi me

blower fan

जव इंडोर refrigerant के माध्यम से ठंडा होना सुरु करती है तब उसे पुरे रूम में बिना ब्लोअर फेन के नहीं भेजा जा सकता हैं क्योंकि ब्लोअर एक साधारण पंखे की तरह ही काम करता हैं लेकिन एसी में यह ठंडे हवा को रूम के कोने – कोने तक फेकने का काम करता हैं .

6 – air filter

air filter

यह एसी के इंडोर सेक्शन का पार्ट्स है जो जालीनुमा होता हैं इसका मुख्य काम रूम के अंदर मौजूद पर्दुसित हवा . धुल , कण , एलेर्ग्य वाले पदार्थ आदि को रूम में फैलने से रोकता है जिसके कारण रूम की हवा साफ़ एवं सुरक्षीत बनती हैं .

७ – Compressors

Compressors

कंप्रेसर रेफ्रिजरेंट को बाष्पीकरणकर्ता और कंडेनसर कॉइल के बीच आवागमन कराने का काम करता हैं जिसमे यह सुनिचित किया जाता हैं की जब रेफ्रिजरेंट इंडोर में जाए तो वह गैस की अवस्था में हो और जब आउटडोर में आय तो वह तरल अवस्था में हो जिसके लिए कंप्रेसर मुख्य भूमिका निभाता हैं या यूँ कहे की यह रेफ्रिजरेंट को पम्पिंग का काम करता हैं .

8 – Condenser coils

Condenser coils

यह मुख्य रूप से आउटडोर का भाग हैं जाहाँ काली के अंदर मौजू गर्म गैस को ठंडा करने का काम किया जाता हैं ताकि कंप्रेसर तक पहुहते ही वह तरल अवस्था में बदल जाए जिससे कुलिंग बाधित ना हो .

9 – Expansion valves

Expansion valves

एसी यूनिट के अंदर मौजूद रेफ्रिजरेंट के तरल अवस्था के प्रवाह को प्रबंधित करने में मदद करते हैं। यह पार्ट्स उच्च दबाव की निम्न दबाव में बदलने के लिए यूज किया जाता हैं क्योंकि कंप्रेसर में भेजने से पहले उसे तरल में बदला जा सके .

10 – रिमोट

रिमोट

यह एक एक्सटर्नल पार्ट्स है जो एसी से जुड़ा नहीं होता परन्तु एसी के सारे फीचर , फंक्शन आदि इसी से कंट्रोल किया जाते हैं .

ac ke side effect(ac ki jankari hindi me)

किसी भी मशीन के फायदे के लिए ही हम इस्तेमाल करते हैं लेकिन फायदे के साथ – साथ  मशीन से हमारे शरीर को नुक्सान भी होता है इसी तरह ac भी हमारे शरीर पर कुछ दुस्प्रभाव डालता है जिसे निचे विस्तार से समझाया गया है ।

बीमारी और लगातार थकान

अनुसंधान से पता चलता है कि जो लोग ac में बैठ कर काम करते हैं, वे पुराने सिरदर्द और थकान का अनुभव कर सकते हैं। जो लोग लगातार ठंडी हवा से भरे हुए भवनों में काम करते हैं उन्हें लगातार श्लेष्मा झिल्ली में जलन और सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। यह आपको सर्दी, फ्लू और अन्य बीमारियों को  न्योता देने  के लिए अधिक संवेदनशील बनाता है।

रूखी त्वचा

ac वातावरण में बिताए लंबे घंटे आपकी त्वचा को नमी खो देते हैं, यदि आप अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज़र की निरंतर आपूर्ति से सहायता नहीं कर रहे हैं, तो आप सूखी त्वचा से पीड़ित हो सकते हैं।

आपकी पुरानी बीमारी के प्रभावों को जोड़ता है

सेंट्रल एयर कंडीशनिंग सिस्टम उन प्रभावों को बढ़ाने के लिए जाना जाता है जो बीमारी से आप पहले से ही पीड़ित हो सकते हैं। एसी निम्न रक्तचाप, गठिया और न्यूरिटिस के लक्षणों को बढ़ाने के लिए कुख्यात है, जिससे केंद्रीय वायु का उपयोग करने पर उन लोगों के लिए दर्द प्रबंधन अधिक कठिन हो जाता है

गर्मी से निपटने में असमर्थता

जिन लोगों ने एक ac वातावरण में बहुत समय बिताया, वे गर्म गर्मी के तापमान के अधिक होने पर  नहीं झेल पाते हैं। यह मुख्य रूप से आपके शरीर पर एक शांत वातावरण से बाहरी हवा में घूमने के लिए तनाव के कारण होता है। गर्मी के इस असहिष्णुता से गर्मी की लहरों के दौरान गर्मी से संबंधित मौतों में वृद्धि हुई है, जो अब प्रत्येक गर्मी में औसतन 400 मौतें हैं।

साँस की परेशानी

आपकी कार का AC गर्म दिन में ट्रैफ़िक में फंसने के दौरान कुछ समय के लिए आपको आराम महसूस हो सकता है, लेकिन वे कीटाणुओं और सूक्ष्म जीवों के लिए सबसे खराब अपराधी हैं जो सांस लेने में समस्या पैदा करते हैं। लुसियाना स्टेट मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने जांच की गई 25 कारों में से 22 के अंदर आठ प्रकार के सैंपल पाए गए। एयर कंडीशनर को हवा से फैलने वाली बीमारियों जैसे कि लीओनएयर की बीमारी, एक संभावित घातक संक्रामक रोग, जो उच्च बुखार और निमोनिया पैदा करता है ।

FAQs

एयर कंडीशनर क्या काम है?

एसी का मुख्य काम रूम के तापमान को या गर्म हवा को अव्शोसित कर उसे ठंडा करना होता हैं जो यह प्रक्रिया लगातार चलती जिसके कारण हमारे सरीर को ठंडक होने का महसूस कराता हैं .

एयर कंडीशनर कितने प्रकार के होते हैं?

एसी कई तरह के होते है जो जगह के अनुसार बनाये जाते हैं लेकिन इनमे सबसे अधिक विंडो एसी , स्प्लिट एसी , पोर्टेबल एसी , आदि इस्तेमाल किये जाते हैं .

क्या AC गर्म हवा भी देता है?

नहीं एसी गर्म हवा नहीं देता है बल्कि इसे ठंडी हवा प्रदान करने के लिए बनाया जाता हैं ताकि यह रूम के गर्म हवा को सोखकर उस जगह पर ठंडा हवा फैला सके .

एयर कंडीशनर कितने पर चलाना चाहिए?

एसी कम से कम 26 से 23 डिग्री के अंदर चलाना चाहिए जिसमे आपके सरीर को जायदा ठंडक महसूस नहीं होता है और साथ ही बिजली की भी बचत हो जाती हैं .

conclusion (ac ki jankari hindi me)

उम्मीद है की आपको मेरा यह air conditioner in hindi आर्टिकल अच्छे से समझ आया होगा जिसमे मैंने इसके डेफिनिशन से लेकर इसके प्रकार , अविष्कार , कम्प्रेसर की साड़ी जानकारी को अच्छे तरह वर्णन किया है । आपको यह लेख पसंद आया तो हमे कमेंट्स में जरूर बताएं जिसे पढ़कर हमारा मनोबल बढ़ता है और इसी तरह के आर्टिकल लिखने में भी मदद मिलती है । धन्यवाद 

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